कारोबार टुडे रिसर्च
जयपुर। इस वर्ष केस्टर में बड़ी तेजी आने से केस्टर का एनसीडीएक्स वायदा सुर्खियों में आ गया। अब इसमें गिरावट का दौर शुरू हो गया है और अब खरीददार गिरते केस्टर वायदा में खरीद करना चाहते हैं।
ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि केस्टर को कहां पर सपोर्ट मिलेगा।
केस्टर पर फंडामेंटल दृष्टिकोण
केस्टर एक निर्यात उन्नमुखी कमोडिटी है और इस वर्ष गिरते रुपये के कारण इसकी कीमतों को सहारा मिला था। वहीं इसका उत्पादन भी सामान्य उत्तपादन से 30 प्रतिशत कम 10 लाख टन हुआ है। केस्टर के प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में सूखा की स्थिति चलते इसका उत्पादन प्रभावित हुआ है। विशेषज्ञों के अनुसार यूरोपीय देशों में केस्टर मांग मजबूत बनी रहने की संभावना है। हालांकि पिछले कुछ दिनों से रुपये में मजबूती, ट्रैड वॉर की आशंका के चलते अन्य कमोडिटी के समान केस्टर में भी बिकवाली का दौर बना हुआ है।
लेकिन उत्पादन की कमी के चलते इसमें बड़ी गिरावट की गुंजाईश कम लग रही है।
केस्टर पर तकनीकी दृष्टिकोण
18 जनवरी की एक्सपायरी वाला केस्टर वायदा टूट कर 4950 आ गया है। एनसीडीएक्स पर इसका ओपन इंटेस्ट 117995 लॉट का है। ऐसे में शोर्ट पोजिशन वाले 4800 से 4900 की रेंज तक इसमें प्रोफिट बुकिंग कर सकते हैं। डेली चार्ट पर केस्टर को 4888 रुपये और 4792 रुपये पर समर्थन है। कारोबारी को इन स्तरों पर 4600 रुपये के स्टॉप लोस से खरीददारी करनी चाहिए।
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