डॉ.संजय बहादुर , ग्लोबल सीईओ, कंस्ट्रक्शन केमिकल डिवीजन, पिडिलाइट इंडस्ट्रीज लिमिटेड की टिप्पणियाँ, खत्म होते वर्ष के बारे में
मुंबई। भारत का निर्माण रासायनिक बाजार अभी भी शुरुआती स्तर पर ही है। हालांकि निकट भविष्य में, रियल एस्टेट उद्योग में इसकी बड़ी संभावना है। भारत में निर्माण कार्यों से जुडे रसायन बाजार के 2023 तक 15 प्रतिशत से अधिक की सीएजीआर प्रदर्शित करने का अनुमान है। इसके साथ ही, अधिक से अधिक लोगों द्वारा ग्रीन बिल्डिंग की अवधारणा को अपनाने और कम वीओसी और इन्सुलेशन के साथ उच्च गुणवत्ता वाले वॉटरप्रूफिंग सिस्टम के उपयोग से संबंधित सरकारी नियमों के कारण आने वाले वर्षों में निर्माण कार्यों से संबंधित गुणवत्तापूर्ण रसायन की मांग को और अधिक बढ़ावा मिलेगा। इस साल, हमें लैंडमार्क परियोजनाओं के साथ जुड़ने पर गर्व है, जैसे कि विश्व की सबसे ऊंची इमारत - लोढ़ा वर्ल्ड वन (मुंबई) और भारत की सबसे बड़ी बेसमेंट वॉटरप्रूफिंग परियोजना - प्रगति मैदान पुनर्विकास परियोजना (नई दिल्ली), ये कुछ ऐसे ही नाम हैं।
स्वतंत्र होम बिल्डरों को निर्माण संबंधी उचित प्रथाओं के बारे में जानकारी देने केे प्रयास में, हमने ‘‘5-पॉइंट‘‘ वॉटरप्रूफिंग अभियान शुरू किया। इस अनूठी पहल के माध्यम से, हम आम तौर पर भारतीय संदर्भ में आदर्श निवारक वॉटरप्रूफिंग के बारे में ग्राहकों के बीच जागरूकता पैदा करने का इरादा रखते हैं, जो अब तक केवल उपचारात्मक वॉटरप्रूफिंग पर ही ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हमारी योजना हर साल अपनी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ प्रोडक्ट्स बनाने की है, जो उपभोक्ताओं को सिस्टम समाधान प्रदान कर सकें।
डॉ फिक्सिट में, ग्राहक हमारी अल्पकालिक और दीर्घकालिक, सभी पहलों का केंद्र बिंदु है। अगले वित्तीय वर्ष में, हम निरंतर नवाचार और सभी हितधारकों के लिए इष्टतम मूल्य के माध्यम से लाभदायक मात्रा के साथ विकास का लक्ष्य रखते हैं।
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