मुम्बई । डीसीबी बैंक (बीएसई 532772 एनएसई-डीसीबी) के निदेशक मण्डल ने मुम्बई में 16 जनवरी, 2019 को आयोजित अपनी बैठक में वित्तीय वर्ष 2019 की तीसरी तिमाही 2019 के सीमित वित्तीय परिणामों की समीक्षा की और इन्हें रिकार्ड पर लिया।
वित्तीय वर्ष 2019 की तीसरी तिमाही की मुख्य बातें--
वित्तीय वर्ष 2019 की तीसरी तिमाही में कर के बाद बैंक का लाभ रहा 86 करोड रुपए, जबकि वित्त वर्ष 2018 की तीसरी तिमाही में प्रोफिट आफ्टर टैक्स था 57 करोड रुपए।
वित्तीय वर्ष 2019 की तीसरी तिमाही में स्थिर विकास के साथ कर के पूर्व बैंक का लाभ रहा 134 करोड रुपए, जबकि वित्त वर्ष 2018 की तीसरी तिमाही में प्रोफिट बिफोर टैक्स था 88 करोड रुपए, 51 प्रतिशत की वृद्धि।
संचालन लाभ 174 करोड रूपए रहा जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 123 करोड रूपए था।
बैंक ने 294 करोड रूपए की शुद्ध ब्याज आय अर्जित की जो पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान 250 करोड रूपए थी। शुद्ध ब्याज आय में 17 प्रतिशत की बढोतरी।
गैर ब्याज आय 94 करोड रूपए हुई जो पिछले वर्ष इस अवधि के दौरान 75 करोड रूपए थी। फी इनकम में 26 प्रतिशत की वृद्धि।
वित्तीय वर्ष 2019 की दूसरी तिमाही की तुलना में लागत आय अनुपात में 366 बीपीएस का सुधार और यह 55.22 प्रतिशत है।
वित्तीय वर्ष 2019 की तीसरी तिमाही में इक्विटी पर रिटर्न (वार्षिक) 12.64 प्रतिशत था, जबकि वित्तीय वर्ष 2019 की दूसरी तिमाही में यह 11.13 प्रतिशत और वित्तीय वर्ष 2018 की तीसरी तिमाही में यह 9.29 प्रतिशत था।
31 दिसंबर 2018 को बैंक के नेट एडवांसेज 22,888 करोड रुपए थे, जबकि 31 दिसंबर 2017 को यह राशि 18,595 करोड रुपए थी। इसमें 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
31 दिसंबर 2018 को बैंक में कुल जमाएं 29 प्रतिशत बढकर 27,509 करोड तक पहुंच गई है। रिटेल सीएएसए और रिटेल टर्म डिपोजिट से बैंक को लगातार स्थाई आधार मिल रहा है। 31 दिसंबर 2018 तक कुल नॉन-कॉलेबल डिपॉजिट्स 5,000 करोड रुपए से अधिक रही।
बैंक का सीएएसए अनुपात 31 दिसंबर 2018 को 24.25 प्रतिशत था। यह अनुपात 31 दिसंबर 2017 को 25.67 प्रतिशत था। बैंक के बचत खातों में प्रतिवर्ष 27 प्रतिशत की वृद्धि हो रही है।
तिमाही के दौरान बैंक ने नाबार्ड और एनएचबी से 600 करोड रुपए का दीर्घकालिक पुनर्वित्त प्राप्त किया।
वित्तीय वर्ष 2019 की तीसरी तिमाही का नेट इंट्रेस्ट मार्जिन (एनआईएम) 3.83 प्रतिशत था जबकि वित्तीय वर्ष 2019 की दूसरी तिमाही में यह 3.83 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2018 की तीसरी तिमाही में यह 4.12 प्रतिशत था।
31 दिसंबर 2018 को बैंक का सकल एनपीए 1.92 प्रतिशत था जबकि 30 सितंबर 2018 को यह 1.84 प्रतिशत था।
31 दिसंबर 2018 को शुद्ध एनपीए अनुपात 0.71 प्रतिशत था जो 30 सितंबर 2018 को 0.70 प्रतिशत था।
31 दिसंबर 2018 को केपिटल एडीक्वेसी रेश्यो (सीएआर) 15.45 प्रतिशत था। इसमें बेसल प्प्प् नियमों के अनुसार टीयर प् 11.93 प्रतिशत, टीयर प्प् 3.52 प्रतिशत था।
31 दिसंबर, 2018 तक नेट पुनर्गठित मानक अग्रिम लगभग 32 करोड़ रुपये था।
31 दिसंबर, 2018 को बैंक की शाखाओं का नेटवर्क बढकर 331 तक पहुंच गया था।
वित्तीय वर्ष 2019 की तीसरी तिमाही के प्रदर्शन के बारे में बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ मुरली एम. नटराजन ने कहा, ‘‘ अक्टूबर 2015 में हमने हमारी शाखाओं का विस्तार करने की पहल की थी और अब कदम दर कदम हम हमारी इस पहल का लाभ उठा रहे हैं। पिछली तिमाही की तुलना में और साथ ही पिछले वर्ष की समान तिमाही, आय अनुपात की लागत, एसेट्स पर रिटर्न और इक्विटी पर रिटर्न में सुधार हुआ है। हम लाभप्रदता में सुधार करते हुए स्थिर वृद्धि हासिल करने के बारे में आश्वस्त हैं।”
No comments:
Post a Comment