शंकर सेन को वाइस चेयरमैन चुना गया
जीजेसी ने दिसम्बर 2018 में अपने (सीओए) के 1/3 चुनाव सफलतापूर्वक कराये
मुंबई। रत्नाभूषण उद्योग के राष्ट्रीय शीर्ष निकाय, ऑल इंडिया जेम ऐंड ज्वेलरी डोमेस्टिक काउंसिल (जीजेसी) ने दो वर्षों के लिए अनंत पद्मनाभन को चेयरमैन और शंकर सेन को वाइस चेयरमैन चुना है। जीजेसी के अन्य नवनिर्वाचित निदेशकों की सूची कंपनी की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है।
अनंत पद्मनाभन, एनएसी ज्वेलर्स लिमिटेड जीजेसी के आरंभ के बाद से इस के साथ निकटतापूर्वक जुड़े रहे हैं। इन वर्षों में, उन्होंने इंडस्ट्री के फायदे के लिए सफलतापूर्वक नये-नये प्रोग्राम्स की परिकल्पना की है और उनका क्रियान्वयन किया है। उन्होंने उत्पाद शुल्क, जीएसटी, सीमा शुल्क, पीएमएलए आदि जैसे ज्वलंत मुद्दों के समाधान में प्रमुख रूप से भूमिका निभाई।
जीजेसी के चेयरमैन, अनंत पद्नाभन ने बताया, ‘‘मैं बोर्ड का आभारी हूं और राष्ट्रीय डोमेस्टिक काउंसिल को चलाने की जिम्मेवारी को स्वीकार करते हुए सम्मान का अनुभव हो रहा है। हम सरकार के साथ मिलकर काम करेंगे और इंडस्ट्री द्वारा सामना की जा रही विभिन्न समस्याओं को उनके समक्ष रखेंगे। सरकार की नीतियों के अनुरूप, मेरा पहला प्रयास देश भर के ज्वेलर्स में बदलाव लाना और उनमें जोश भरना होगा, ताकि इस देशी उद्योग में अधिक सहक्रिया के साथ काम हो सके। हम समूची इंडस्ट्री को एक सूत्र में पिरोने और जीजेसी के निर्धारित लक्ष्य एक इंडस्ट्री एक आवाज को हासिल करने की कोशिश करेंगे। जीजेसी कई अन्यान्य ज्वेलर्स और उनके संगठन को अधिक संगठित होने के लिए प्रेरित करेगा, ताकि नीतिगत बदलावों के लिए एकीकृत एप्रोच अपना सकें। हम विवादित मामलों को भी सुलझाना चाहते हैं, जैसे-जेम्स व ज्वेलरी सेक्टर को ऋण प्रदान करने में बैंकिंग क्षेत्र की हिचकिचाहट।’’
बोर्ड ने सेंको ग्रुप के शंकर सेन को वाइस चेयरमैन भी चुना। नये वाइस चेयरमैन को सोने, चांदी और फैशन ज्वेलरी में बेंचमार्क कायम करने की उनकी दूरदर्शी सोच के लिए जाना जाता है, जिससे डिजाइन एवं कारीगरी में उत्कृष्टता की झलक मिलती है। उनके चुने जाने पर, बोर्ड ने नवप्रवर्तनशीलता के प्रति उनकी वचनबद्धता और इन वर्षों में भविष्य के ट्रेड्स को विजुअलाइज करने की उनकी क्षमता की सराहना की और विश्वास जताया कि वे इस इंडस्ट्री के लाभ के लिए काम करते रहेंगे। शंकर सेन, वाइस चेयरमैन, जीजेसी ने कहा, ‘‘इस प्रमुख व्यापारिक संगठन के विकास के लिए कार्य करना और पूरे क्षेत्र के इसके सदस्य ज्चेलर्स के विकास के लिए अपने विचारों का योगदान देना मेरे लिए गर्व और सौभाग्य की बात है। इंडस्ट्री के लिए अधिक संगठित और अनुपालक बनना आवश्यक है। जीजेसी इस इंडस्ट्री के लिए बेहतर और नये नये मंच बनाना जारी रखेगा।’’
श्री नितिन खंडेलवाल, पिछले चेयरमैन, जीजेसी ने कहा, ‘‘मैं बोर्ड को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने पिछले दो वर्षों में मेरे लिए लिये गये सर्वाधिक महत्वपूर्ण निर्णयों में मुझ पर विश्वास बनाये रखा। हमारी प्राथमिकता भारत के ज्वेलर्स के लिए मित्र, फिलॉसफर और गाईड बनने की है, जो विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे हैं। पिछले दो वर्षों में, जीजेसी ने जेम्स एवं ज्वेलरी इंडस्ट्री के संरक्षक का काम किया है और इसने जीएसटी, पीएमएलए, हॉलमार्किंग आदि जैसे मुद्दों को सरकार के समक्ष उठाया है। जीजेसी ने मंथन जैसे उत्कृष्ट प्रोग्राम शुरू किया है। इसके अलावा, हमने 45 से अधिक जगहों में व्यापार की दैनिक व्यावसायिक पद्धतियों से जुड़े विभिन्न विषयों के बारे में जानकारी देने और जागरूक बनाने के लिए लाभम संगोष्ठियां आयोजित की है।’’
ई-वोटिंग में दक्षिण से मोहनलाल जैन और एस अब्दुल नजर को सीओए के रूप में, पूर्व से कमल सिंघानिया और पश्चिम से श्री निलेश शोभावत को चुना गया। श्री शंकर सेन - जोनल चेयरमैन पूर्व, आशीष पेठे-जोनल चेयरमैन पश्चिम, अनंत पद्मनाभन - जोनल चेयरमैन दक्षिण, अविनाश गुप्ता - सीओए, मदन कोठारी - सीओए निर्विरोध चुने गये, चूंकि उनके अपने-अपने जोन/पैनल से कोई और प्रत्याशी नहीं था।
संपूर्ण ई-वोटिंग चुनाव प्रक्रिया, एक अधिकृत स्वतंत्र व्यक्ति (चीफ इलेक्शन अथॅरिटी) द्वारा कराया गया, और एक डिजिटल एजेंसी द्वारा वोटिंग प्लेटफॉर्म तैयार किया गया, दोनों को जीजेसी द्वारा नियुक्त किया गया था। इलेक्ट्रॉनिक मतदान सुविधा द्वारा विभिन्न पैनल्स और जोन्स के चुनाव आसानीपूर्वक संपन्न हो गये। मतदान प्रक्रिया 19 से 24 दिसंबर, 2018 तक 6 दिन चली। 26 दिसंबर, 2018 को परिणामों की घोषणा की गई।
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