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Tuesday, February 5, 2019

आईडीबीआई बैंक ने तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम घोषित किए

                                                                                               
IDBI Bank on turnaround path exhibits Strong Capital position (Translation)




नई दिल्ली। आईडीबीआई बैंक में एलआईसी की महत्वपूर्ण शेयर अधिग्रहण से भारतीय बैंकिंग जगत में अपने तरह के अनूठे वित्तीय समूह का निर्माण होगा
यह रणनीतिक गठबंधन एलआईसी और आईडीबीआई दोनों के लिए दोतरफा लाभ की स्थिति है, जिससे दोनों ही कंपनियों के सभी शेयरधारकों के लिए मूल्यवर्द्धक कारोबारी विकास का द्वार खुलेगा
एलआईसी और आईडीबीआई बैंक साझा शाखा एवं कर्मचारी नेटवर्क के जरिए उत्पादों एवं सेवाओं की क्रॉस-सेलिंग पर ध्यान देकर कई तरीके से अपनी व्यावसायिक संभावना का दोहन कर सकते हैं, जिससे बैंक के खुदरा व्यवसाय को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी और इसके बिजनेस पोर्टफोलियो को जोखिम नहीं रहेगा, जिससे बेहतर परिचालन एवं वित्तीय प्रदर्शन का रास्ता साफ होगा
व्यावसायिक सहक्रिया के कुछ क्षेत्रों में निम्नलिखित शामिल हैंः
एलआईसी के बीमा उत्पादों की क्रॉस-सेलिंग एवं सर्विसिंग के लिए कस्टमर जोन के रूप में आईडीबीआई बैंक की 1800$ शाखाओं की डिजाइनिंग कर एलआईसी की पहुंच को बढ़ाना
एलआईसी के 10 लाख$ एजेंटों सहित विशाल वितरण नेटवर्क का उपयोग कर बैंक के उत्पादों एवं सेवाओं की क्रॉस-सेलिंग करना
जमा एवं बचत खाता सुविधाओं, सीएमएस आदि जैसी बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराने हेतु एलआईसी के लिए प्राथमिक बैंक के रूप में आईडीबीआई को जोड़ना
आईडीबीआई बैंक के खुदरा ऋणों को आकर्षक ऑफर्स के साथ एलआईसी के ग्राहकों, सक्रिय अभिकर्ताओं एवं कर्मचारियों को उपलब्ध कराना
बैंक द्वारा अपने भावी अधिग्रहणों एवं अपविक्रयों पर एलआईसी को ब्रोकिंग, निवेश एवं सलाहकार सेवाएं उपलब्ध कराना
बैंक समयबद्ध रूप में लाभदेय विकास के रास्ते पर लौट आने की स्थिति में होगा और पीसीए से बाहर निकल सकेगा, जिससे इसके वैल्यूएशन में सुधार होगा। इससे संभवतः इसके सभी निवेशकों जैसे-एलआईसी एवं भारत सरकार के लिए संपत्ति का महत्तम मूल्यांकन सुनिश्चित हो सकेगा, जिससे एलआईसी एवं भारत सरकार को उनके निवेश पर अधिक रिटर्न मिल सकता है।

पूंजी

भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने 21 जनवरी, 2019 को आईडीबीआई बैंक में 51 प्रतिशत की नियंत्रक हिस्सेदारी हासिल कर ली
बैंक को एलआईसी की ओर से 21,624 करोड़ रु. की कुल पूंजी प्राप्त हुई
एलआईसी के पूंजी विलय की पृष्ठभूमि में, बैंक ने 31 दिसंबर, 2018 को विनियामक पूंजी आवश्यकता हासिल कर ली है
बैंक की सीईटी 1 पूंजी 31 दिसंबर, 2018 को बढ़कर 9.32 प्रतिशत हो गई, जो 31 दिसंबर, 2017 को 6.62 प्रतिशत थी
सीआरएआर में सुधार आया और यह 31 दिसंबर, 2018 को 12.51 प्रतिशत रहा, जो 31 दिसंबर, 2017 को 11.93 प्रतिशत था।
रिस्क वेटेड एसेट्स (आरडब्ल्युए) 31 दिसंबर, 2017 के 1,90,456 करोड़ रु. के मुकाबले 58,405 करोड़ रु. (23 प्रतिशत) कम हुआ।
कारोबार
कासा एवं खुदरा अग्रिम पोर्टफोलियो की दृष्टि से व्यवसाय संरचना में सुधार
कासा 31 दिसंबर, 2017 के 85,644 करोड़ रु. के मुकाबले बढ़कर 31 दिसंबर, 2018 को 88,206 करोड़ रु. हो गया। 31 दिसंबर, 2018 को, कासा कुल जमा का 38 प्रतिशत रहा।
बचत बैंक जमा 31 दिसंबर, 2017 के 52,225 करोड़ रु. से 10 प्रतिशत बढ़कर 31 दिसंबर, 2018 को 57,486 करोड़ रु. हो गया।
अग्रिम पोर्टफोलियो कॉर्पोरेट बनाम खुदरा की संरचना पुनर्गठित हुई (31 दिसंबर, 2017 के 59ः41 के मुकाबले 31 दिसंबर, 2018 को 52ः48)
संरचित खुदरा परिसंपत्ति पोर्टफोलियो 6,868 करोड़ रु. या 16 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 50,671 करोड़ रु. हो गया, जो 31 दिसंबर, 2017 को 43,803 करोड़ रु. था।
संपूर्ण प्राथमिकता क्षेत्र ऋण, 40 प्रतिशत के न्यूनतम विनियामक के मुकाबले 31 दिसंबर, 2018 को 41.14 प्रतिशत रहा।

परिसंपत्ति गुणवत्ता
प्रोविजन कवरेज अनुपात (पीसीआर - तकनीकी राइट ऑफ्स सहित) 18 प्रतिशत बढ़कर 31 दिसंबर, 2018 को 75.21 प्रतिशत हो गया, जबकि 31 दिसंबर, 2017 को यह 56.99 प्रतिशत था
31 दिसंबर, 2018 को सकल एनपीए और शुद्ध एनपीए अनुपात क्रमशः 29.67 प्रतिशत और 14.01 प्रतिशत रहा, जबकि 31 सितंबर, 2018 को यह क्रमशः 31.78 प्रतिशत और 17.30 प्रतिशत था
इस तिमाही के दौरान 2,211 करोड़ रु. की स्लिपेज हुई, जो पिछली 7 तिमाहियों में सबसे कम रही
दिसंबर 2018 को समाप्त तिमाही में एनपीए से रिकवरी 3,440 करोड़ की हुई, जो कि दिसंबर 2017 को समाप्त तिमाही में 537 करोड़ रु. की थी।

लाभदेयता
दिसंबर 2018 को समाप्त तिमाही में शुद्ध ब्याजीय आय 1357 करोड़ रु. रही
दिसंबर 2018 को समाप्त तिमाही में परिचालन लाभ 725 करोड़ रु. रहा
उच्च प्रोविजनिंग के चलते दिसंबर 2018 को समाप्त तिमाही में 4,185 करोड़ रु. का शुद्ध नुकसान हुआ
दिसंबर 2018 को समाप्त तिमाही में शुद्ध ब्याजीय मार्जिन 1.88 प्रतिशत रही
दिसंबर 2018 को समाप्त तिमाही में अग्रिम पर आय में 20 आधार अंकों का सुधार हुआ और यह 8.89 प्रतिशत हो गया, जो कि दिसंबर 2017 को समाप्त तिमाही में 8.69 प्रतिशत था
दिसंबर 2018 को समाप्त तिमाही में फंड्स की लागत 5.88 प्रतिशत रही, जो दिसंबर 2017 को समाप्त तिमाही में 5.64 प्रतिशत थी
दिसंबर 2018 को समाप्त तिमाही में डिपॉजिट्स की लागत 5.53 प्रतिशत रही, जो दिसंबर 2017 को समाप्त तिमाही में 5.46 प्रतिशत थी
दिसंबर 2018 को समाप्त तिमाही को लागत आय का अनुपात 64.71 प्रतिशत रहा, जो दिसंबर 2017 को समाप्त तिमाही में 36.55 प्रतिशत था
प्रमुख क्षेत्र
खुदरा व्यवसाय पर जोर, परिसंपत्ति गुणवत्ता एवं क्षमता में सुधार
कासा और खुदरा जमा आधार में सुधार, जिससे जमा की कंटेनिंग लागत में सुधार
खुदरा कारोबार को बढ़ाकर एवं कॉर्पोरेट व रिटेल पोर्टफोलियो की पुनर्संरचना के जरिए बैलेंस शीट को मजबूत बनाया गया
एनपीए निपटारा, बट्टे खाते वाले मामलों में रिकवरी पर जोर और प्रोविजन कवरेज में सुधार
डिजिटल बैंकिंग - मोबाइल बैंकिंग कनेक्शंस की संख्या दिसंबर, ं2018 को 24,67,256 रही, जबकि दिसंबर 2017 को यह 14,46,909 थी। 31 दिसंबर, 2018 को डिजिटल ट्रांजेक्शंस का वॉल्यूम बढ़कर 1,69,781 करोड़ रु. हो गया, जबकि दिसंबर 2017 में यह 1,52,339 करोड़ रु. था
पोर्टफोलियो को मजबूत बनाने के लिए सभी जोखिम प्रबंधन एवं क्रेडिट नीतियों की समीक्षा की गई
नया परफॉर्मेंस एप्रेजल सिस्टम अर्थात आईडीबीआई बैंक परफॉर्मेंस एसेसमेंट ऐंड कंटिन्युअस इवेल्युएशन (आई-पेस) को लागू कर एचआर नीतियों में सुधार, जो मजबूत भूमिका स्पष्टता, पारदर्शिता एवं स्कोरिंग में वस्तुनिष्ठता सुनिश्चित करती है

अक्टूबर 2018 से अब तक हुई महत्वपूर्ण प्रगतियां
एस ऐंड पी ग्लोबल रेटिंग्स ने कुछ ऋण इंस्ट्रुमेंट्स पर नकारात्मक निहितार्थों के साथ क्रेडिट वॉच की रेटिंग्स हटा दी है
क्रिसिल ने वॉच के कुछ ऋण इंस्ट्रुमेंट्स को हटा दिया है
बैंक को एनएसडीएल द्वारा घोषित स्टार परफॉर्मर अवार्ड्स 2018 में खोले गये नये खातों में शीर्ष प्रदर्शनकर्ता (पीएसयू - बैंक श्रेणी) के रूप में सम्मानित किया गया
बैंक को नवंबर 2018 में एपीवाई सब्सक्रिप्शंस के लिए इंटरबैंक कंटेस्ट में बैंक के सर्वोत्तम प्रदर्शन को देखते हुए पीएफआरडीए से ‘लीडरशिप कैपिटल’ अवार्ड मिला। इसे पीएफआरडीए द्वारा ‘राइज एबॉव द रेस्ट’ अवार्ड से भी सम्मानित किया गया
बैंक की हिंदी पत्रिका ‘विकास प्रभा’ को एसोसिएशन ऑफ बिजनेस कम्यूनिकेशंस ऑफ इंडिया (एबीसीआई) द्वारा भारतीय भाषा श्रेणी में तीन पुरस्कार (दो रजत और एक कांस्य) दिये गये
4 फरवरी, 2019, मुंबईः आईडीबीआई बैंक लिमिटेड (आईडीबीआई) के निदेशक मंडल ने आज मुंबई में आयोजित बैठक में 31 दिसंबर, 2018 को समाप्त तिमाही के वित्तीय परिणामों पर विचार किया।

               

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