परफॉर्मेंस हाइलाइट्सः
बैंक का कुल कारोबार 31/12/2018 को 54,910 करोड़ रुपए हुआ, 55,851 करोड रुपए की तुलना में । 1.68 फीसदी की कमी दर्ज की गई।
सकल लाभ 24,123 करोड रुपए की तुलना में 31/12/2018 को 25,231 करोड़ रुपए हो गया। वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 4.39 फीसदी की कमी दर्ज की गई।
कुल जमा 31/12/2017 के 30,620 करोड रुपए की तुलना में 31/12/2018 को 30,787 करोड़ रुपए हो गया। वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 0.55 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।
सीएएसए 6,482 करोड रुपए की तुलना में 7,036 करोड़ रुपए हो गया। वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 8.56 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।
कुल जमा के प्रतिशत के रूप में सीएएसए एक वर्ष पहले के 21.17 फीसदी की तुलना में मजबूती के साथ 22.85 फीसदी पर रहा
बैंक का नेट इंटरेस्ट मार्जिन (एनआईएम) वित्तीय वर्ष 19 की तीसरी तिमाही के लिए 1.65 फीसदी रहा तुलनात्मक रूप से 30/09/2018 को समाप्त दूसरी तिमाही के लिए यह 1.74 था।
बैंक का परिचालन घाटा 31/12/2018 को समाप्त तिमाही के लिए 25.10 करोड़ रुपए था, जबकि 30/09/2018 को समाप्त तिमाही के लिए परिचालन लाभ 25.57 करोड रुपए था जबकि 31/12/2017 को समाप्त तिमाही के लिए परिचालन लाभ 46.12 करोड़ रुपए था।
आय अनुपात के लिए लागत 112.56 फीसदी पर थी, तुलनात्मक रूप से वित्तीय वर्ष 19 की दूसरी तिमाही के लिए यह (क्रमिक रूप से) में 87.59 फीसदी थी।
बैंक की शुद्ध हानि 31/12/2018 को समाप्त तिमाही के लिए 373.49 करोड़ रुपए थी जबकि 30/09/2018 को समाप्त तिमाही के लिए 132.31 करोड़ का शुद्ध नुकसान हुआ था।
बैंक अपने व्यवसाय में विविधता लाने जारी रखे हुए है और 31/12/2018 को समाप्त हुई तिमाही तक कॉर्पोरेट बुक 31/12/2017 के 53 फीसदी की तुलना में 33 फीसदी पर है।
पूंजी पर्याप्तताः
बेसल तृतीय दिशानिर्देशों के अनुसार, बैंक का कुल पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीएआर) 31/12/2018 को 7.57 फीसदी था, 30/09/2018 के 9.67 फीसदी की तुलना में।
एनपीए
सकल एनपीए 31/12/2018 को 13.95 फीसदी रहा, जो 31/12/17 के 5.66 फीसदी से अधिक है। क्रमिक रूप से, यह 30/09/2018 के 12.31 फीसदी से ऊपर चला गया है। नेट एनपीए 7.64 फीसदी पर है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 4.27 फीसदी था और क्रमिक रूप से 30/09/2018 तक 6.88 फीसदी था। प्रावधान कवरेज अनुपात 55.93 फीसदी (31/12/2017 को 46.75 फीसदी और 30/09/2018 को 55.39 फीसदी) था।
नई पहल
1. सीएएसए - नई पहल
लक्ष्मी डायनामिक करंट अकाउंट्स को बाजार में अच्छा प्रतिसाद मिला है और दिसंबर 18 तक सीएएसए बुक में 147 करोड़ रुपए का योगदान दिया है।
यह उन मुख्य प्रस्तावों में से एक होगा, जिन्हें हम निकट भविष्य में बाजार की उम्मीदों के अनुरूप अपडेट करेंगे।
‘जस्ट ए डॉलर’ एकाउंट 1 अमरीकी डालर के बदले किसी भी विदेशी मुद्रा मूल्य के भुगतान की सुविधा के लिए शुरू किया गया। यह मध्यम स्तर की एमएसएमई कंपनी पर लक्षित है।
2. वित्तीय वर्ष 18 की तीसरी तिमाही तक बैंक में नए चालू खातों में औसत शेष राशि 66.700 रुपए थी। वित्तीय वर्ष 18 की तीसरी तिमाही में यह आंकड़ा 50,709 रुपए था, इसमें वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 32 फीसदी की बढ़त आई है। इसी तरह, बैंक में नए बचत खातों में औसतन शेष राशि वित्तीय वर्ष 18 की तीसरी तिमाही तक 27,247 रुपए थी, इसमें वित्तीय वर्ष 17 की तीसरी तिमाही के 15,045 रुपए की तुलना में 81 फीसदी की वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि हुई।
3. सीबीओ के माध्यम से बैक एंड प्रोसेस का केंद्रीकरणः हमने एमएसएमई व्यवसाय के डेटा रिपॉजिटरी और मॉनिटरिंग ऑपरेशंस का केंद्रीयकरण लगभग पूरा कर लिया है। यह संचालन पर उच्च दृश्यता प्रदान करता है और बैंक को विवेकपूर्ण जोखिम नियंत्रण में मदद करता है
4. एनपीसीआई से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, बैंक ने बचत खाते के हमारे सभी लेन-देन के लिए डेबिट कार्ड से 60 फीसदी से अधिक प्रवेश प्राप्त किया है। यह दक्षिण भारत के बैंकों में सबसे अधिक में से एक है।
5. प्रौद्योगिकी पर फोकस जारी हैः - नए दौर की कोर बैंकिंग और प्रॉफिट मॉनिटरिंग प्लेटफॉर्म अगले तिमाही के अंत तक तैनाती के लिए तैयार हैं। यह बैंक को बहुत ही सटीक केआरए निगरानी और डेटा प्रबंधन प्रदान करेंगे।
6. अन्य देनदारियों की पहल
नई शाखाएँ खोली गईंः 7 शाखाएं, तमिलनाडु में छह और आंध्र प्रदेश में एक
सेलरी एकाउंट के ग्राहकों के लिए बेहतर उत्पाद प्रस्तावों के साथ वेतन संबंधों के अधिग्रहण के लिए पूरी तरह से सुधार प्रक्रिया, 1 पुनर्निर्मित और 2 नए लॉन्च किए गए वेतन खाता वेरिएंट के साथ
इसके अलावा, समग्र रणनीति के हिस्से के रूप में को-ब्रांडेड ऑफर के साथ सेलरी कॉर्पोरेट्स को सहयोग दिया जाएगा।
7. इस तिमाही में, बैंक ने एनबीएफसी, रियल एस्टेट और इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टरों में 800 करोड़ रुपए का एक्सपोजर घटा दिया हैं। एनबीएफसी सेक्टर का एक्सपोजर आज 2136 करोड़ रुपए पर है जो लेंडिंग बुक का 8.16 फीसदी है। हमारा इस क्षेत्र में कोई एनपीए नहीं है।
8. रियल एस्टेट क्षेत्र में बैंक का जोखिम 3742.00 करोड़ है, जो बैंक की लंेंडिंग का 14.3 फीसदी है। इस एक्सपोजर में से 1832 करोड़ रुपये डेवलपर्स को है। स्टेªस- 245 करोड़ रुपए। एलएपी का एक्सपोजर 959 करोड़ रुपए है। इस श्रेेणी की बुक में कोई विशेष स्टेªस देखने में नहीं आया है।
9. एलवीबी ने ट्रेड रिसीवेबल्स डिस्काउंटिंग सिस्टम (टीआरडीएस) के माध्यम से अपने पहले लेनदेन को अंजाम दिया। यह कई फाइनेंसरों के माध्यम से कॉर्पोरेट खरीदारों से एमएसएमई की व्यापार प्राप्तियों के वित्तपोषण की सुविधा के लिए एक संस्थागत तंत्र तक पहुंच प्रदान करता है, जिसे ट्रेड रिसीवेबल्स डिस्काउंटिंग सिस्टम ( टीआरडीएस) के रूप में जाना जाता है।
10. बैंक के खजाने ने अपने डेरिवेटिव डेस्क के माध्यम से रुपये आधारित ब्याज दर स्वैप (ओआईएस) में भी कारोबार करना शुरू कर दिया है। यह बैंक के व्यापारिक व्यवसाय को आगे बढ़ाता है।
नेटवर्क
31/12/2018 को, बैंक की 569 शाखाएँ, 5 एक्सटेंशन काउंटर, 18 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेश में 1046 एटीएम हैं, बैंक उत्पादों और सेवाओं के विभिन्न गुलदस्ते प्रदान करता है। बैंक दीर्घकालिक और ग्राहक सेवा के उच्च मानकों ‘लाइफ स्माइलिंग-व्हेयर एलवीबी सर्व्स’ के उद्देश्य को बरकरार रखते हुए एक स्थायी व्यवसाय बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। तमिलनाडु का बैंक के व्यवसाय में प्रमुख योगदान है।
लक्ष्मी विलास बैंक लिमिटेड के निदेशक मंडल ने 4 फरवरी 2019 को चेन्नई में आयोजित बैठक में 31/12/2018 को समाप्त तिमाही के वित्तीय परिणामों को मंजूरी दी।
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