बैंगलोर। भारत में विश्व-स्तरीय कार्यबल के निर्माण की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) ने बैंगलोर के येलाहंका एयरफोर्स स्टेशन पर ‘एयरो स्किल्स सेमिनार 2019’ का आयोजन किया। इस सेमिनार में श्री राजेश अग्रवाल, डीजी-डीजीटी, एमएसडीई; श्री प्रकाश शर्मा,सीएफओ, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी), श्री सोह वाई वाह, सीईओ एवं प्रिंसिपल, सिंगापुर पॉलीटेक्निक, श्री सुरेश रामनाथन, चेयरमैन, टेरा ओरिएंट पीटीई लिमिटेड उपस्थित हुए।
इस सेमिनार के प्रमुख आकर्षणों में से एक था एनएसडीसी, सिंगापुर पॉलीटेक्निक और टेरा ओरिएंट एकेडमी के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करना , ताकि भारत में कौशल विकास के लिये सेंटर्स ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किये जाएं। तीन संस्थानों के बीच अनूठी सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तहत यह सेंटर्स ऑफ एक्सीलेंस ‘स्किल इंडिया’ और ‘मेक इन इंडिया’ प्रोग्राम्स के तहत,जिनके लिये बड़े कार्यबल की आवश्यकता है, सिंगापुर की शिक्षा और मानकों का प्रशिक्षण और प्रमाणन प्राथमिकता क्षेत्रों में प्रदान करेंगे।यह सेंटर्स तकनीकी कुशलता के उच्च स्तर से सुसज्जित होंगे। यह सेंटर्स घरेलू और विदेशी प्लेसमेन्ट्स के लिये भारत के युवाओं के प्रशिक्षण के क्षेत्रीय केन्द्र होंगे।
टेरा ओरिएंट स्किल्स सिंगापुर की निवेश होल्डिंग कंपनी टेरा ओरिएंट पीटीई लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी है, जो बैंगलोर में ‘एयरोस्पेस एंड एविएशन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन एडवांस स्किलिंग’ की स्थापना में भी सहयोग देगी।
सेमिनार में एमएसडीई के प्रशिक्षण महानिदेशालय के महानिदेशक राजेश अग्रवाल ने कहा, ‘‘एयरोस्पेस और एविएशन सबसे आकर्षक क्षेत्रों में हैं, जो भविष्य की प्रौद्योगिकी को दिशा देंगे, जहाँ योग्य और प्रशिक्षित कार्यबल की मांग होगी, जो इस बढ़ती आवश्यकता की पूर्ति कर सके।’’
इस समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान करते हुए एनएसडीसी के मुख्य वित्तीय अधिकारी प्रकाश शर्मा ने कहा, ‘‘सिंगापुर पॉलीटेक्निक और टेरा ओरिएंट के साथ एनएसडीसी के रणनीतिक गठबंधन का लक्ष्य एक मजबूत कार्यबल का निर्माण है, जो ऐसे क्षेत्रों में वृद्धि लाएगा, जिनमें उच्च तकनीकी कौशल जरूरी है, जैसे एविएशन और एयरोस्पेस। आधुनिक अवसंरचना और प्रौद्योगिकी वाले यह सेंटर्स ऑफ एक्सीलेंस अवकाशकालीन प्रशिक्षण और गुणवत्ता आश्वासन के लिये सर्वश्रेष्ठ श्रेणी की रूपरेखा पर काम करेंगे।’’
सिंगापुर पॉलीटेक्निक के प्रिंसिपल एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोह वाई वाह ने कहा, ‘‘सिंगापुर पॉलीटेक्निक को भारत में टीवीईटी शिक्षा का मॉडल प्रस्तुत कर गर्व महसूस हो रहा है। हम अपनी विशेषज्ञता की पेशकश के लिये तैयार हैं और जानते हैं कि भारत में अपने अनुभव से बहुत कुछ सीखेंगे।’’
इस गठबंधन की शुरूआत दो अभ्यर्थियों के कौशल प्रशिक्षण से हुई,जो अक्टूबर 2018 में आयोजित इंडिया स्किल्स नेशनल कॉम्पीटिशंस की एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस कैटेगरी के विजेता हैं। सिंगापुर पॉलीटेक्निक एयरो हब में यह दो प्रतिभावान अभ्यर्थी- अर्चना रेड्डी और आनंद श्री गणेश 30 दिन का प्रशिक्षण लेंगे और रूस की आगामी वर्ल्डस्किल्स इंटरनेशनल इवेंट की तैयारी करेंगे। यह प्रोग्राम सिंगापुर निवेश होल्डिंग कंपनी टेरा ओरिएंट द्वारा सह-वित्त पोषित है और एयरोस्पेस एंड एविएशन सेक्टर स्किल काउंसिल द्वारा प्रमोटेड है।
‘‘स्किलिंग फॉर क्रियेटिंग अ वर्ल्ड-क्लास वर्कफोर्स’ नामक एयरो स्किल सेमिनार का आयोजन वर्तमान में जारी एयरो इंडिया शो2019 में किया गया। इस इवेंट में एनएसडीसी ने एमएसडीई के तत्वाधान में एक स्किल पैविलियन भी रखा, जहाँ कौशल विकास में सक्रिय 20 से अधिक भागीदारों ने हिस्सा लिया, जैसे भारतीय वायु सेना, बर्ड एकेडमी, एमआरओ एसोसिएशन इंडिया, हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड, जेटसेटगो एविएशन सर्विसेज, एयरोस्पेस एंड एविएशन सेक्टर स्किल काउंसिल, आदि।
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