केएमआरएल, डब्ल्यूआरआई इंडिया और टीएमएफ के नेतृत्व वाले चैलेंज का लक्ष्य शहर में एकीकृत परिवहन को बेहतर करना है और यह कड़ी मेट्रो से जुड़ेगी
दिल्ली.कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड(केएमआरएल) ने डब्ल्यूआरआई इंडिया रॉस सेंटर औरटोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन (टीएमएफ) के साथ मिलकरस्टेशन ऐक्सेस एंड मोबिलिटी प्रोग्राम (स्टैम्प याएसटीएएमपी) कोच्चि डाटा इनोवेशन चैलेंज 2019 के दोविजेताओं की
घोषणा की। नवाचार की यह खुली चुनौती इसबार तीसरे साल में है और डेवलपर्स, छात्रों, शहर तथापरिवहन योजनाकारों, उपक्रमों की प्रतिभा को आगे बढ़ाने केलिए है।
स्टैम्प 2019 डाटा इनोवेशन चैलेंज नया करने वालों को शहरके कई तरह के आंकड़े उपलब्ध कराने पर केंद्रित है ताकि कई तरह के
कम्यूटर एपलीकेशन और एनालिटिक्स काविकास किया जा सके। यहां इरादा शहर के आंकड़ों कोअच्छी तरह समझना संभव करना है ताकि कम्युटिंग औरऐसेसिबिलिटी की चुनौतियों को पाटने में सहायता मिले। इस पहल की तारीफ करते हुए केएमआरएल के प्रबंध निदेशक
एपीएम मोहम्मद हनीश ने कहा, “कोच्चि मेट्रो का इरादासार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में क्रांति लाना है ताकि समाज केसभी वर्गों के लोग सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें। इसलक्ष्य को हासिल करने के लिए केएमआरएल मानता है किडाटा की भूमिका महत्वपूर्ण होगी और इसी से सही अर्थों मेंमल्टी मोडल ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम तैयार होगा। डाटा इनोवेशनचैलेंज के जरिए टीम्स ने ऐसे समाधान दिखाए जो कम्युटरयानी यात्री और ट्रांजिट एजेंसी दोनों के लिए है और इससेकनेक्टिविटी की कमियों की पूरी तस्वीर मिलती है जिसे दूरकिया जाना है।”
सफल समाधान मुख्य रूप से तीन क्षेत्रों से संबंधित हैं जिसमेंहस्तक्षेप की जरूरत है। इनमें पहला क्षेत्र ऐसे समाधानों का हैजो सूचना मुहैया कराने और आवाजाही करने वाले उस वर्गके लिए पहुंच बेहतर करने के काम करते हैं जो आना-जानाछोड़ सकते यानी दूसरे साधनों का उपयोग कर सकते हैं।दूसरी तरह के समाधान वो हैं जो जानकार यात्री की यात्रा केलिए वास्तविक समय पर अपडेट तैयार करता है और मुहैयाकराता है। तीसरा क्षेत्र उन समाधानों का है जो यात्रियों के प्रवाह का हिसाब और अनुमान बताते हैं जिससे ट्रांजिटएजेंसियों को सेवाओं के नेटवर्क की योजना बनाने औरसर्वश्रेष्ठ नेटवर्क तथा सेवा मुहैया कराने में
सहायता करे।डब्ल्यूआरआई रॉस सेंटर फॉर ससटेनेबल सिटीज के इंडियाडायरेक्टर श्री माधव पई ने बताया, “प्रत्येक कम्युटर शहर मेंअपने हिसाब से आवाजाही करता है; यात्रा की शैली अलगहोती है तथा पहले और अंतिम मील के समाधान के लिए खास आवश्यकता होती है। डाटा आधारित समाधान यात्रियोंकी आवाजाही से संबंधित जानकारी मुहैया कराते है औरट्रांजिट एजेंसियों को आवश्यक सूचना मिलती है जिससे ऐसीसेवाओं की योजना बनाई जा सके और उसे तैनात किया जा सके। यह यात्री के सीवनहीन, एकीकृत आवाजाही के लिएलाभप्रद है। सेवाओं में अंतर को खत्म करके और यात्रियों केलाभ के लिए काम करके ट्रांजिट एजेंसियां यात्रियों की संख्याऔर सार्वजनक परिवहन का उपयोग करने वालों की संख्या मेंवृद्धि की उम्मीद कर सकती हैं। स्टैम्प के जरिए हम यहीकरना चाहते है।”
डब्ल्यूआरआई इंडिया में सीनियर मैनेजर, इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट
सुदीप्त मैती ने कहा, “स्टैम्प 2019 डाटा इनोवेशन चैलेंजअपनी
तरह का पहला है। विजेताओं को छह महीने कीअवधि में सघन समीक्षा प्रक्रिया से
गुजरना पड़ा। उद्योग केविशेषज्ञों के एक पैनल ने सर्वश्रेष्ठ आवेदकों को चुना और इसतरह स्टैम्प 2019 के दावेदारों का समूह बना। इसके बाद येलोग कोच्चि में दो दिन के टेक सबमिशन बूट कैम्प में गए।मेट्रो एजेंसियों समेत भिन्न पृष्ठभूमि के विशेषज्ञ, डाटावैज्ञानिक और मोबिलिटी एक्सपर्ट ने प्रस्तावित समाधान काविकास करने और उन्हें खास भारतीय शहरों के लिए दुरुस्तकरने के काम में टीम को
निर्णायकों के एक पैनल ने आवदकों के दावों बातों को सुना और
उस पर विचार किया। इनमें दो कामयाब सोल्यूशनटीम हाइपरप्रो और टीम सुकृति के रहे।
· हाइपरप्रो : टीम ने एक ऐसे मंच का विकासकिया है जो ट्रांजिट एजेंसियों के लिए डाटाएनालिसिस इंजन और विजुअलाइजेशन टूल का मेलहै। इससे यात्रियों की आवाजाही को टिकेटिंग डाटाऔर प्लैटफॉर्म वीडियो के विश्लेषण से जाना जासकता है। इससे परिचालनों के अनुकूलन मेंसहायता मिलेगी और आवाजाही के अनुभव कोबेहतर करने में सहायता मिलेगी।
· टीम सुकीर्ति : यह समाधान भिन्न डाटा सेट कोआगे बढ़ाता है जैसे आर्थिक वितरण और लोगों कीआवाजाही ताकि प्रत्येक स्टेशन पर जिन यात्रियों केलिए काम किया जा रहा है उनकी विशेषताओं कोबेहतर ढंग से समझा जा सके। इसके बाद विस्तृतविश्लेषण का उपयोग फीडर सेवा मॉडल कोअनुकूल बनाने के लिए किया जा सकता है ताकि बढ़ेहुए भौतिक पहुंच, किफायत या आराम के स्तर कीपेशकश की जा सके।
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