अहमदाबाद।। अदाणी फाउंडेशन ने गोड्डा, झारखण्ड के 150 सरकारी स्कूलों में ज्ञानोदय स्मार्ट ई-लर्निंग प्रोजेक्ट लॉन्च किया है और कच्छ क्षेत्र के17 प्राथमिक सरकारी स्कूलों में कमजोर विद्यार्थियों में आत्मविश्वास जगाने के लिये बड़ा अभियान लेकर आई है।
ज्ञानोदय स्मार्ट ई-लर्निंग प्रोजेक्ट के माध्यम से गोड्डा के आदिवासी जिलों के 40,000 से अधिक बच्चों को लाभ मिल रहा है और आगे चलकर यह प्रोजेक्ट 600 हाई स्कूलों के 1 लाख से अधिक विद्यार्थियों तक पहुँचेगा,ताकि उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले और सीखने की पारंपरिक विधियों को सहयोग मिले। इस प्रोजेक्ट की शुरूआत जुलाई 2018 में हुई थी, यह ई-लर्निंग वीडियोज के माध्यम से विद्यार्थियों के साथ संलग्न होता है और संवाद करता है। इस मॉड्यूल का अनूठा तत्व है मूल्यांकन, जो सत्र के अंत में होता है और विद्यार्थियों को सुधार के लिये फीडबैक दिये जाते हैं। यह ऑडियो-विजुअल मीडियम शिक्षा को रोचक बनाता है, जिससे सिखाई गई बातें याद रहती हैं, विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ती है और प्रदर्शन उन्नत होता है।
इस प्रोजेक्ट को गोड्डा की जिला कलेक्टर किरण कुमार पासी के नेतृत्व वाले जिला प्रशासन से बहुत प्रोत्साहन मिला है। झारखण्ड के मुख्यमंत्री श्री रघुबर दास ने भी इस प्रोजेक्ट को झारखण्ड के सुदूर क्षेत्रों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने वाला माना है। अदाणी फाउंडेशन को इस प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन में इकोवैशन का सहयोग मिला है।
इस अवसर पर अदाणी फाउंडेशन की चेयरपर्सन डॉ. प्रीति अदाणी ने कहा, ‘‘टेक्नोलॉजी का उपयोग कर हम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं, जैसे सुदूर आदिवासी क्षेत्रों के स्कूलों में स्मार्ट कक्षाएं, जिससे विद्यार्थियों की क्षमता बढ़ रही है और वह स्कूल आने में उत्साह दिखा रहे हैं। इससे विद्यार्थी शिक्षा में उत्कृष्टता अर्जित करेंगे और बेहतर नागरिक बनेंगे।’’
गुजरात के कच्छ क्षेत्र में अदाणी फाउंडेशन ने 17प्राइमरी सरकारी स्कूलों के कमजोर विद्यार्थियों में आत्मविश्वास जगाने के लिये बड़ा अभियान शुरू किया है। इन प्रिय विद्यार्थियों (शिक्षा में कमजोर विद्यार्थियों को सरकार द्वारा दिया गया नाम) को अदाणी फाउंडेशन के प्रोजेक्ट उत्थान से सहयोग दिया जाएगा।
इस प्रोजेक्ट की शुरूआत अगस्त 2018 में हुई थी, जिसे शिक्षकों, अभिभावकों और विद्यार्थियों ने खूब सराहा। प्रोजेक्ट उत्थान के अंतर्गत स्कूलों में विशेष कक्षाएं लगाई जाती हैं, ताकि तीन मूल तत्वों - पठन, बोध और लेखन पर बच्चों को मजबूत किया जा सके। कक्षा 1 से4 के बच्चों को अंग्रेजी में पढ़ाया जाता है और स्कूलों को स्मार्ट क्लास लाइब्रेरी, किताबें और खेल उपकरण दिये गये हैं, ताकि विकास सर्वांगीण हो। यह पहल सामाजिक उत्थान के लिये अदाणी फाउंडेशन की प्रतिबद्धता का हिस्सा है, जिसे अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है।
17 प्राइमरी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिये राज्य सरकार के शिक्षा मंत्री भूपेन्द्रभाई चूडास्मा ने अदाणी फाउंडेशन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं, जिसकी शुरूआत परीक्षण आधार पर है। प्रोजेक्ट उत्थान के अंतर्गत अंग्रेजी, गुजराती और कच्छी भाषाओं में प्रवीण शिक्षक इन स्कूलों में सेवाएं दे रहे हैं।
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