मुंबई । भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने भारत सरकार के निर्देश पर घाना सरकार को येंदी में पेयजल प्रणाली के जीर्णोद्धार और उन्नयन हेतु 30 मिलियन यूएस डॉलर तथा कृषि यंत्रीकरण सेवा केन्द्रों को सुदृढ़ बनाने के लिए 150 मिलियन यूएस डॉलर की दो ऋण-व्यवस्थाएं प्रदान कीं। इन ऋण-व्यवस्था करारों पर घाना की राजधानी अक्रा में 05 अप्रैल, 2019 को हस्ताक्षर हुए। घाना सरकार की ओर से वित्त एवं आर्थिक योजना मंत्री केन ओफोरी अत्ता और एक्ज़िम बैंक की ओर से आबिदजान प्रतिनिधि कार्यालय के निवासी प्रतिनिधि पुष्पेश त्यागी द्वारा हस्ताक्षर किए गए। हस्ताक्षर समारोह में अफ्रीका में भारतीय उच्चायुक्त, बीरेंद्र सिंह यादव, घाना के माननीय खाद्य एवं कृषि मंत्री डॉ. ओवुसु अफ्रीयी अकोतो, तथा घाना सरकार के माननीय स्वच्छता एवं जल संसाधन उपमंत्री, पैट्रिक ई बोमाह शामिल रहे।
उक्त 30 मिलियन यूएस डॉलर तथा 150 मिलियन यूएस डॉलर के ऋण-व्यवस्था करार सहित एक्ज़िम बैंक द्वारा भारत सरकार की ओर से घाना को अब तक कुल 388.26 मिलियन यूएस डॉलर की 9 (नौ) ऋण-व्यवस्थाएं प्रदान की जा चुकी हैं। इन ऋण-व्यवस्थाओं के जरिए घाना में ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली पहुंचाने वाली परियोजनाओं, कृषि और परिवहन परियोजनाओं, राष्ट्रपति भवन के निर्माण, रेलवे कॉरीडोर, कृषि प्रसंस्करण संयंत्र, विदेश नीति प्रशिक्षण संस्थान, मत्स्य प्रसंस्करण संयंत्र, अपशिष्ट प्रबंधन परियोजना, चीनी संयंत्र और गन्ना विकास और सिंचाई परियोजनाओं के लिए सहयोग प्रदान किया गया है।
इन ऋण-व्यवस्था करारों सहित एक्ज़िम बैंक द्वारा अफ्रीका, एशिया, लैटिन अमेरिका तथा सीआईएस क्षेत्र के 63 देशों को 24.46 अरब यूएस डॉलर की ऋण-प्रतिबद्धता के साथ कुल 248 ऋण-व्यवस्थाएँ प्रदान की गई हैं। यह राशि भारत द्वारा निर्यातों के वित्तपोषण हेतु उपलब्ध है। एक्ज़िम बैंक की ऋण-व्यवस्थाएँ भारतीय निर्यातों को प्रोत्साहन देने के अतिरिक्त उभरते बाजारों में भारत की विशेषज्ञता और परियोजना निष्पादन क्षमताओं को भी प्रदर्शित करती हैं।
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