9 अप्रैल, 2019 को बंद होगा
प्राइस बैंड :533 रुपये से 538 रुपये प्रति इक्विटी शेयर
मुंबई. पॉलीकैब इंडिया लिमिटेड (“कंपनी”) “पॉलीकैब” ब्रांड के तहत वायर्स और केबल्स एवं फास्ट मूविंग इलेक्ट्रिकल गुड्स (“एफएमईजी”) के उत्पादन एवं बिक्री के कारोबार में संलग्न है। कंपनी ने 5 अप्रैल 2019* को इक्विटी शेयरों का अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आइपीओ) लाने का प्रस्ताव रखा है।
आइपीओ में कंपनी द्वारा 4,000 मिलियन रुपये का ताजा निर्गम शामिल है (“ताजा निर्गम”) और निवेशक विक्रय शेयरधारक, प्रवर्तक विक्रय शेयरधारक, प्रवर्तक ग्रुप विक्रय शेयरधारक और व्यक्तिगत विक्रय शेयरधारक जिन्हें संयुक्त रूप से “विक्रय शेयरधारक” कहा जायेगा, द्वारा 10 रुपये सम मूल्य (“इक्विटी शेयर्स”) के 17,582,000 इक्विटी शेयरों तक की बिक्री की पेशकश (ऑफर फॉर सेल) शामिल है। इस निर्गम में योग्य कर्मचारियों (“कर्मचारी आरक्षण हिस्सा”) के लिए 175,000 इक्विटी शेयरों तक का आरक्षण (जोकि कंपनी की निर्गम पश्चात इक्विटी शेयर पूंजी का 5 प्रतिशत से अधिक नहीं होगा”) शामिल है।
बिड/निर्गम बंद होने की तारीख 9 अप्रैल, 2019 होगी। निर्गम का प्राइस बैंड 533 रुपये से 538 रुपये प्रति इक्विटी शेयर है। कर्मचारी आरक्षण हिस्से में योग्य कर्मचारी बिडिंग के लिए 53 रुपये प्रति इक्विटी शेयरों की छूट पेश की जा रही है। कर्मचारी आरक्षण हिस्से को हटाने के बाद निर्गम को “शुद्ध निर्गम” कहा जायेगा। बोली 27 इक्विटी शेयरों के न्यूनतम लॉट और फिर 27 इक्विटी शेयरों के गुणक में लगाई जा सकती हैं।
इक्विटी शेयरों को बीएसई एवं एनएसई (“स्टॉक एक्सचेंज”) पर सूचीबद्ध किया जाना प्रस्तावित है।
कंपनी ने निम्न कार्यों में ताजा निर्गम के जरिये जुटाई गई शुद्ध रकम का उपयोग करने का प्रस्ताव रखा है : (i) कंपनी द्वारा ली गई कुछ निश्चित उधारियों का पूरी तरह अथवा आंशिक रूप से निर्धारित पुनर्भुगतान के लिए; (ii) कंपनी की इंक्रीमेंटल कार्यशील पूंजी जरूरतों को वित्त पोषित करने के लिए; और (iii) सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए।
इस निर्गम के लिए कोटक महिन्द्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, ऐक्सिस कैपिटल लिमिटेड, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और एडलवीस फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड ग्लोबल को-ऑर्डिनेटर्स एवं बुक रनिंग लीड मैनेजर्स (''जीसीबीआरएलएम'') हैं। आइआइएफएल होल्डिंग्स लिमिटेड और यस सिक्युरिटीज (इंडिया) लिमिटेड बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं। संयुक्त रुप से जीसीबीआरएलएम्स और बीआरएलएम्स को “लीड मैनेजर्स” कहा जाता है।
यह निर्गम संशोधित सिक्युरिटीज कॉन्ट्रैक्ट्स (रेगुलेशन) रूल्स, 1957 के नियम 19 (2)(बी) (‘‘एससीआरआर‘”) के अनुसार बुक बिल्डिंग प्रोसेस के माध्यम से लाया जा रहा है। यह संशोधित भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (इश्यू ऑफ कैपिटल एंड डिस्क्लोजर रिक्वॉयरमेंट्स) रेगुलेशंस, 2009 के नियम 26 (1) (‘‘2009 सेबी आइसीडीआर रेगुलेशंस‘‘) के अनुसार है। इसके तहत शुद्ध निर्गम का 50 प्रतिशत आनुपातिक आधार पर क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (‘‘क्यूआइबी हिस्सा”) को आवंटन के लिए उपलब्ध होगा। इसमें यह प्रावधान है कि कंपनी और विक्रय शेयरधारक, लीड मैनेजर्स के साथ विचार-विमर्श कर क्यूआइबी हिस्से का 60 प्रतिशत विवेक के आधार पर एंकर निवेशक आवंटन कीमत पर एंकर निवेशकों (‘‘एंकर निवेशक हिस्सा”) को आवंटित कर सकते हैं। इसमें से एक तिहाई हिस्सा घरेलू म्यूचुअल फंडों के लिए आरक्षित होगा। इसे घरेलू म्यूचुअल फंडों से या एंकर निवेशक आवंटन की कीमत पर या इससे अधिक दाम पर वैध बिड्स मिलना अनिवार्य हैं।
सब्सक्रिप्शन पूरा नहीं होने अथवा एंकर निवेशक हिस्से में गैर-आवंटन की स्थिति में, शेष इक्विटी शेयरों को क्यूआइबी हिस्से में जोड़ दिया जायेगा। क्यूआइबी हिस्से (एंकर निवेशक हिस्से को छोड़कर) का 5 प्रतिशत आनुपातिक आधार पर सिर्फ म्यूचुअल फंडों को आवंटन के लिए उपलब्ध होगा और शुद्ध क्यूआइबी हिस्से का शेष हिस्सा आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए सभी क्यूआइबी को उपलब्ध होगा, इसे निर्गम की कीमत पर या इससे अधिक कीमत पर वैध बोली मिलना अनिवार्य है। हालांकि, यदि म्यूचुअल फंडों से सकल मांग शुद्ध क्यूआइबी हिस्से के 5 प्रतिशत से कम रहती है, तो म्यूचुअल फंड हिस्से में आवंटन के लिए उपलब्ध शेष इक्विटी शेयरों को क्यूआइटी को आनुपातिक आवंटन के लिए शुद्ध क्यूआइबी हिस्से में जोड़ दिया जायेगा।
यही नहीं, 2018 सेबी आइसीडीआर नियमों के अनुसार, शुद्ध निर्गम का कम से कम 15 प्रतिशत हिस्सा आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए गैर संस्थागत निवेशकों के लिए, जबकि शुद्ध निर्गम का कम से कम 35 प्रतिशत हिस्सा खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों के लिए उपलब्ध होगा। इन्हें निर्गम की कीमत पर या इससे अधिक दाम पर वैध बिड्स मिलना अनिवार्य हैं।
अभिदान पूरा नहीं होने पर, यदि कोई है, किसी श्रेणी में (कर्मचारी आरक्षण हिस्सा सहित), क्यूआइबी श्रेणी में छोड़कर, लीड मैनेजर्स एवं डेसिगनेटेड स्टॉक एक्सचेंज के साथ कंपनी एवं विक्रय शेयरधारकों के विचार-विमर्श के अनुसार किसी दूसरी श्रेणी में अथवा श्रेणियों के संयोजन में स्पिल-ओवर करने की अनुमति होगी। सब्सक्राइब नहीं हुआ हिस्सा, कर्मचारी आरक्षण हिस्से में यदि कोई है आरएचपी के पृष्ठ संख्या 89 पर “द ऑफर” में उल्लिखित तरीके में शुद्ध निर्गम में वापस जोड़ दिया जायेगा। शुद्ध निर्गम में अभिदान कम होने की स्थिति में, इस अंडर-सब्सक्रिप्शन की सीमा में स्पिल ओवर को कर्मचारी आरक्षण हिस्से से अनुमति दी जाती है।
सभी संभावित निवेशक (एंकर निवेशकों को छोड़कर) एप्लीकेशन सपोर्टेड बाइ ब्लॉक्ड अमाउंट (‘‘एएसबीए”) प्रोसेस के माध्यम से इस ऑफर में भाग लेंगे। इसके लिये उन्हें अपने संबंधित बैंक खाते (जिसमें यूपीआइ जारी करने के लिए आरआइबी के लिए यूपीआइ आइडी शामिल है) का विवरण उपलब्ध कराना होगा, जिसे निर्गम में हिस्सा लेने के लिए संबंधित बिड राशि की सीमा तक सेल्फ सर्टिफाइड सिंडीकेट बैंक्स (‘‘एससीएसबीएस”) द्वारा ब्लॉक किया जायेगा।
*कंपनी और विक्रय शेयरधारक, लीड मैनेजर्स के साथ विचार-विमर्श कर 2018 सेबी आइसीडीआर नियमों के अनुसार एंकर निवेशकों की भागीदारी पर विचार कर सकते हैं। एंकर निवेशकों के लिए निर्गम की अवधि निर्गम खुलने की तिथि से एक कामकाजी दिन पहले यानी 04 अप्रैल, 2019 होगी।
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