नई दिल्ली। केयर्न ऑयल एंड गैस,वेदांता लिमिटेड की एक शाखा है और भारत की सबसे बड़ी तेल एवं गैस का उत्खनन और उत्पादन करने वाली कंपनी है। कंपनी ने अजय कुमार दीक्षित को अपना मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बनाने की घोषणा की है। अजय, सुधीर माथुर की जगह लेंगे, जो कंपनी में सात सफल वर्ष बिताने के बाद व्यक्तिगत कारणों से पद छोड़ रहे हैं।
अजय को ऊर्जा क्षेत्र में 39 वर्ष का समृद्ध अनुभव है,वह वर्ष 2015 में सीमेंस का सीईओ- एनर्जी फॉर साउथ एशिया का पद छोड़कर वेदांता में आये थे। वह दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजिनियरिंग के भूतपूर्व छात्र हैं और इस नई भूमिका में आने से पहले वेदांता के एल्युमिनियम एवं पॉवर बिजनेस के एक्टिंग सीईओ रह चुके हैं। उन्हें रणनीति, परिचालन, प्रौद्योगिकी, वित्त और विनियमन का गहन अनुभव है। उनके नेतृत्व से केयर्न के कई लक्ष्यों को पूरा करने जैसे बाड़मेर ब्लॉक का पूरी क्षमता से दोहन,अपतटीय व्यवसाय की वृद्धि, ओएएलपी। और डीएसएफ।। के तहत नये ब्लॉक्स का अप्रेजल और एक मजबूत तथा उच्च वृद्धि वाली कंपनी के रूप में जारी रहने सहयोग मिलेगा।
इस नियुक्ति के विषय में वेदांता के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीनिवासन वेंकटकृष्णन ने कहा, ‘‘हम अपने ऑयल एंड गैस बिजनेस के लिये अजय को सीईओ बनाकर प्रसन्न हैं। अजय को हमारे व्यवसाय और हमारे परिचालन के बाजारों की गहरी समझ है। वह एक ऊर्जावान और मूल्यों पर चलने वाले नेतृत्वकर्ता हैं,जिनके ट्रैक रिकॉर्ड में उच्च गुणवत्ता का प्रदर्शन और सुरक्षित तथा स्थायी तरीका शामिल हैं। हमें विश्वास है कि वह परिचालन सम्बंधी क्षमता बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाएंगे और हमारे ऑयल एंड गैस बिजनेस की वृद्धि सुनिश्चित करेंगे। हम सुधीर को उनके योगदान के लिये धन्यवाद देते हैं और भविष्य के लिये शुभकामनाएं देते हैं।’’
अजय ने कहा, ‘‘मैं केयर्न के उत्कृष्ट प्रदर्शन का साक्षी रहा हूँ और इस व्यवसाय का नेतृत्व करना मेरे लिये सौभाग्य की बात है। हम व्यवस्थित ढंग से निवेश जारी रखेंगे और विश्व-स्तरीय प्रौद्योगिकी से भारत में मजबूती प्राप्त करेंगे। हम खोजपरक और स्थायी तरीकों से उत्खनन और उत्पादन पर केन्द्रित रहेंगे, ताकि भारत ऊर्जा सुरक्षा और स्व-पर्याप्तता के लिये आत्मनिर्भर बन सके।’’केयर्न आज प्रतिदिन लगभग दो लाख बैरल ऑयल का उत्पादन करता है, जो भारत के क्रूड प्रोडक्शन का लगभग 25 प्रतिशत है और कंपनी इस योगदान को बढ़ाकर 50 प्रतिशत करना चाहती है। कंपनी की योजना अगले 3-4 वर्षों में 3.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर के निवेश की है, जिससे उत्पादन बढ़ेगा।
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