नई दिल्ली। भारतीय टायर उद्योग की अग्रणी कंपनी जेके टायर एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड (जेकेटीआईएल) ने 31 मार्च 2019 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के लिए अपने नतीजों की घोषणा की। इस वर्ष बिक्री 24% बढ़कर 10,370 करोड़ रुपए रही, जबकि साल का परिचालन लाभ 1,916 करोड़ रुपए रहा, जोकि 35% अधिक है। इस वर्ष का समेकित कर पश्चात लाभ 270 करोड़ रुपए रहा। चौथी तिमाही की बिक्री भी समान अवधि की तुलना में 18% बढ़कर 2,706 करोड़ रुपए रही।
नतीजों पर टिप्पणी करते हुए कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक डॉ. रघुपति सिंघानिया ने कहा, “वित्तीय वर्ष 2019 वाकई कंपनी के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष रहा। जेके टायर की बिक्री ने पिछले साल की तुलना में 24% की जबरदस्त बढ़ोतरी हासिल करके 10,000 करोड़ रुपए का आंकड़ा पार कर लिया और उद्योग की तरक्की को भी पीछे छोड़ दिया। कच्चे माल की ऊंची कीमतों के चलते चौथी तिमाही की लाभप्रदता प्रभावित होने के बावजूद, वर्ष का परिचालन लाभ सकल रूप से 35% बढ़ा।"
साल की दूसरी छमाही में ऑटोमोटिव सेक्टर में मंदी के बावजूद जेके टायर का वॉल्यूम 20% बढ़ा। हाल ही में अधिगृहीत अपनी अनुषंगी 'कैवेन्डिश' की क्षमता के बेहतर इस्तेमाल की बदौलत कंपनी विभिन्न श्रेणियों में अपनी मौजूदगी बढ़ा सकी। इसका नतीजा इस साल उच्च कर पश्चात लाभ के रूप में भी मिला।
डॉ. सिंघानिया ने यह भी कहा कि “कंपनी ने भारत के ट्रक/बस रेडियल टायर सैगमेंट में अपनी अग्रणी स्थिति बनाए रखी है। कैवेन्डिश में किए गए ट्रक/बस रेडियल क्षमता विस्तार से कंपनी को इस सैगमेंट में अपनी स्थिति और भी मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।"
इसके अलावा, टू और थ्री व्हीलर सैगमेंट की बिक्री में 40% से अधिक की बढ़ोतरी हुई है, और कंपनी ने इस सैगमेंट में हाल ही में कदम रखने के बावजूद खुद को एक मान्यता प्राप्त खिलाड़ी के रूप में स्थापित कर लिया है।
सहायक कंपनी जेके टॉर्नेल, मैक्सिको का शानदार प्रदर्शन जारी है।
यह भी उल्लेखनीय है कि कंपनी ने हाल ही में प्रमोटर समूह को इक्विटी शेयरों का तरजीही आवंटन किया है। इसकी कुल राशि 200 करोड़ रुपए है, जो इसकी नेट वर्थ बढ़ाती है।
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