जयपुर। गर्मी के मौसम में पक्षियों के लिए पीने का पानी तलाश ना बहुत मुश्किल हो जाता है और ऐसे में प्यासे रहने की वजह से सैंकड़ो पक्षी अपने प्राणपखेरू त्याग देते हैं. पक्षियों हेतु पीने के पानी की सुगम उप्लभ्दता हेतु किराना किंग ने एक और सामाजिक दायित्व पहल केअंतर्गत "प्रोजेक्टचिरैय्या" प्रारम्भ किया है जिसके तहत कंपनी ने समस्त शहर में चरणबद्ध तरीके से 1001 विशेष बर्ड वाटर फीडर (परिंडे) लगाने का संकल्प लिया है. गर्मी के बढ़ते प्रकोप को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने पीने योग्य पानी हेतु निशुल्क प्याऊ के सञ्चालन के भी संकल्प लिया है ताकि भरी गर्मी में आमजन को शीतल निर्मल जल सुगमता से उपलब्ध हो सके एवं प्यास बुझाने के लिए यहां वहाँ भटकना ना पड़े.
किराना किंग ने प्रोजेक्ट चिरैय्या के अंतर्गत युवा जागृति संगठन के कर्मठ कार्यकर्ताओं के सहयोग से 200 पक्षी परिंडों के वितरण वं स्थापना के कार्यक्रम को विधिवत रूप से संपन्न किया. इस कार्य क्रम के तहत दुर्गापुरा, मालवीय नगर, टोंक रोड, मानसरोवर एवं शहर के अन्य क्षेत्रों में परिंडों की स्थापना की गई है.पूर्व में भी किराना किंगअपने सामाजिक सरोकार के दायित्व के तहत स्वछता अभियानों, वृक्षारोपण कार्यक्रमों, पिछड़े वर्ग के बच्चों को शिक्षा सम्बल, आदि जैसे कईअन्य समाज कल्याण कार्यक्रमों में भी सक्रिय भाग लेता रहा है. हम भी इस समाज का एक हिस्सा है और हमें सदैव लोककल्याण को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ना है । इस अभियान में हमारा योगदान हमारी तरफ से सामाजिक कल्याण का एक और सार्थक प्रयास है।
किराना किंग के फाउंडर एवं सीईओ, अनूप कुमार खंडेलवाल ने बताया की कंपनी भारत के परंपरागत किराना व्यापार वर्ग को सशक्त करने हेतु प्रतिबद्ध है वं अल्पसमय में जयपुर के 51 परंपरागत किराना वालो को अपने रिटेल नेटवर्क के अंतर्गत किराना किंग के स्वरुप में स्थापित कर चुका है एवं अपने ऑफलाइन ग्रोसरी रिटेल नेटवर्क में निरंतर सकारात्मक इज़ाफ़ा कर रहा है. ज्ञातव्य है की भारत में पारम्परिक किराना व्यापार मुख्यतः असंगठित है. भारत की आज़ादी के पश्चात सभी व्यापार के वर्गों में तीव्र बदलाव हुआ है परन्तु किराना व्यापार में बदलाव की गति नगण्य रही है।
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