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Friday, May 31, 2019

म्यूचुअल फंड उद्योग में काफी वृद्धि हुई हैः सचिन त्रिवेदी, यूटीआई एएमसी


Sachin trivedi UTI mutual fund


मुंबई। बाजार की नजर चुनाव से जुडे राजनीतिक घटनाक्रम पर है। आम चुनाव जैसे आयोजनों में काफी हलचल होती है और नतीजतन, चुनावों से पहले और कुछ महीनों बाद तक बाजार में अस्थिरता देखने को मिलती है। हालांकि, दीर्घावधि के निवेशक जो अपने लिए धन बनाना चाहते हैं, उनके लिए यह उचित होगा कि इस अवधि के बीच वे अपनी आंखें और कान बंद कर लें और प्रतिक्रिया देने की अपनी इच्छा को नियंत्रित करें। यूटीआई एएमसी में अनुसंधान प्रमुख और फंड मैनेजर श्री सचिन त्रिवेदी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष (एसवीपी) ने म्यूचुअल फंड उद्योग पर कुछ इस तरह अपने विचार साझा किए हैं:
निवेश दर्शन
निवेश की रणनीति में मजबूत आय गुणवत्ता (उच्च परिचालन नकदी प्रवाह) के साथ शेयरों को चुनने के साथ मध्यम से दीर्घकालिक अवधि में मजबूत विकास की क्षमता पर नजर रखना जरूरी है। उन अवसरों को भी ध्यान में रखें जहां कंपनियों के पास अल्पावधि में विकास की चुनौतियां हैं, लेकिन मध्यम अवधि का दृष्टिकोण मजबूत बना हुआ है।
चुने गए स्टॉक का मूल्यांकन वृद्धि के दृष्टिकोण, नकदी प्रवाह और रिटर्न अनुपात पर आधारित होना चाहिए।
एमएफ में निवेश पैटर्न
इक्विटी पक्ष पर, स्पष्ट रूप से दिखाई देने वाली एक प्रवृत्ति समग्र उद्योग प्रवाह के लिए व्यवस्थित निवेश योजनाओं (एसआईपी) का योगदान है। मासिक आधार पर एसआईपी का प्रवाह अप्रैल 2016 के लगभग 3,000 करोड़ रुपए से बढ़कर 8,000 करोड़ रुपए से अधिक हो गया है।
वर्तमान रन रेट पर, एसआईपी अंतः प्रवाह प्रति वर्ष 1 लाख करोड़ रुपए इक्विटी एयूएम (प्रबंधन के तहत संपत्ति) में योगदान कर सकता है। यह धनराशि बहुत अधिक स्थिर है और निवेशकों की ओर से लंबी अवधि की बचत के रूप में आवंटित की जाती है। यहां तक ​​कि ऐसे समय में जब एकमुश्त प्रवाह नकारात्मक होता है, ये प्रवाह बाजार की स्थिरता में मदद करते हैं।
एमएफ उद्योग के लिए चुनौतियां और अवसर
2004 के बाद से म्यूचुअल फंड उद्योग में काफी वृद्धि हुई है, लेकिन यू.एस. जैसे कुछ विकसित बाजारों की तुलना में वित्तीय बचत में इसकी हिस्सेदारी अभी भी अपेक्षाकृत कम (लगभग 3 फीसदी कम) है।
देश में निवेशक-अनुकूल कराधान और नियामक ढांचे के बावजूद एमएफ के योगदान में कमी है जबकि रियल एस्टेट, सोना और फिक्स्ड इनकम उत्पाद अधिकांश घरों के लिए निवेश का पसंदीदा विकल्प है, कुछ इक्विटी योजनाओं ने इन वैकल्पिक संपत्ति वर्गों में बेहतर प्रदर्शन दिया है। इसके अलावा, इक्विटी म्यूचुअल फंड योजनाएं बेहतर तरलता प्रदान करती हैं और अधिक कर कुशल हैं। इस परिसंपत्ति वर्ग में अधिक बचत खींचने के लिए, एमएफ उद्योग को निवेशक शिक्षा पर अधिक से अधिक ध्यान केंद्रित करना जारी रखना होगा।


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