राज्य के प्रत्येक मंदिर से प्रसादी स्वरूप पौधा वितरण महाभियान शुरू, चार माह में 1 लाख से अधिक पौधों का होगा वितरण, प्रसिद्ध जैन संत कुषाग्र नंदी महाराज व उनके षिष्य ऊर्जा गुरू अरिहन्त मुनि ने किया शुभारम्भ
जयपुर। राजधानी जयपुर के मुहाना मण्डी पारस विहार स्थित पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर में गुरू पूर्णिमा के अवसर पर जैन संत कुशाग्र नन्दी महाराज तथा उनके परम शिष्य ऊर्जा गुरू अरिहन्त मुनि ने विद्यार्थियों को वृक्षारोपण हेतु प्रसादी के रूप में पौधे वितरित कर वृक्षारोपण महाअभियान का शुभारम्भ किया। ऊर्जा गुरू अरिहन्त ऋषि ने इस अवसर पर कहा कि हर व्यक्ति अपनी मौत के बाद अपनी मोक्ष यात्रा के लिए एक वृक्ष की लकड़ी जरूर अपने अंतिम संस्कार में जलवाता है। ऐसे में अगर कोई बिना वृक्ष लगाए इस दुनिया से चला जाता है तो वह एक वृक्ष की लकड़ी का कर्ज छोडकर जाता है। अतः प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि वह कम से कम एक वृक्ष अपने जीवन में जरूर लगाए।
ऊर्जा गुरू अरिहन्त ऋषि ने कहा कि राज्य के हर बड़े धार्मिक स्थल से प्रसादी के रूप में पौधे वितरित कर धरती माँ की सेवा के इस अभियान के तहत जयपुर में एक लाख पौधे मन्दिरों से प्रसादी के रूप में बाँटने के लक्ष्य को चार माह में पूरा किया जाएगा। वृक्षारोपण महाअभियान को सफल बनाने हेतु राज्य पथ परिवहन निगम एवं सैनिक कल्याण मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास तथा वन एवं पर्यावरण तथा प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड मंत्री सुखराम विश्नोई को मुख्य संरक्षक तथा महापौर विष्णु लाटा तथा जिला प्रमुख मूलचन्द मीणा को संरक्षक बनाया गया है। इस अभियान का महामण्डलेश्वर मनोहरदास जी महाराज, आचार्य महामण्डलेश्वर मंहत पुरूषोत्तमदास महाराज, कदम्ब डूंगरी के महंत सीता रामदास महाराज, महामण्डलेश्वर मनोहर दास महाराज आदि संतों ने समर्थन किया है। गुरू पूर्णिमा को शुरू हुए इस अभियान में सेन्ट एन्सलम स्कूल, अभिज्ञान कोचिंग सेन्टर, जय हिन्द सोशल डवलपमेंट सोसाइटी, ऊर्जा फाउण्डेशन, द राइज फाउण्डेशन आदि शिक्षण संस्थाओं तथा सामाजिक संगठनों ने भी भाग लिया।
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