नई दिल्ली, विश्व में मोटरसाइकिल और स्कूटर की सबसे बड़ा निर्माता कंपनी हीरो मोटोकॉर्प ने कंपनी को सही मायनों में एक वैश्विक संस्थान में बदलने की राह पर कदम रख दिया है। कंपनी अपने इसी लक्ष्य को पूरा करने के लिए विविधिता और समग्रता के एजेंडा को बढ़ावा दे रही है।
इस ठोस पहल – “प्रोजेक्ट तेजस्विनी” के परिणामस्वरूप, हीरो मोटोकॉर्प में महिला कर्मचारियों की संख्या 1000 से ज्यादा पहुंच गई है। इस तरह इस विविधतापूर्ण सफर में कंपनी ने अहम उपलब्धि हासिल की है।
हीरो मोटोकॉर्प में चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफीसर और सीएसआर और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के हेड विजय सेठी ने कहा, “हमारा लगातार प्रयास कंपनी में बेहतरीन माहौल बनाने का रहा है। इस तरह की कार्य संस्कृति से सभी को समान मौके मिलेंगे, सभी की मजबूती और विकास सुनिश्चित होगा। कंपनी में महिला कर्मचारियों की संख्या संगठन में सभी ठोस प्रयासों से बढ़ सकी। इसके लिए मैं सभी को धन्यवाद करता हूं। मैं विशेष रूप से कंपनी के चेयरमैन डॉ. पवन मुंजाल की व्यक्तिगत प्रतिबद्धता और मार्गदर्शन और लीडरशिप टीम को धन्यवाद देना चाहूंगा, जिन्होंने इस दिशा में बढ़-चढ़कर प्रयास किए। इन्हीं कोशिशों का नतीजा है कि कंपनी में महिला कर्मचारियों की संख्या 1,000 से पार हो गई है और निरंतर बढ़ रही है। अभी तो यह सिर्फ एक शुरुआत है। हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा महिलाएं आगे आएं और हीरो मोटोकॉर्प परिवार का हिस्सा बनें।“
महिलाओं के लिए रोजगार के समान अवसरों के सृजन के साथ प्रोजेक्ट तेजस्विनी ने समानता को बढ़ावा दिया है। परियोजना ने एक ऐसा समग्र वर्कप्लेस बनाने का प्रचार किया है, जहां सभी को बिना किसी भेदभाव के समान मौके मिल सके। इस पहल के तहत हीरो मोटोकॉर्प ने महिलाओं के लिए हर क्षेत्र में शानदार करियर बनाने के मौके उपलबध कराए हैं। शॉप फ्लोर लेवल से वरिष्ठ पदों पर महिलाओं की भर्ती कर लैंगिक प्रतिनिधित्व के संतुलन को बढ़ावा दिया गया है। कंपनी के हरिद्वार, नीमराणा और हलोल के निर्माण संयत्रों में महिलाएं शॉप फ्लोर पर काम कर रही हैं।
वैश्विक स्तर पर कंपनी का संचालन तीन महाद्वीपों के 37 देशों में किया जा रहा है। हीरो मोटोकॉर्प में दुनिया भर में स्थित ऑफिस और प्लांट्स में अलग-अलग देशों के लोग काम कर रहे हैं। इनमें भारत, ऑस्ट्रिया, ब्रिटेन, इटली, फ्रास, अमेरिका, जापान, जर्मनी और कोलंबिया के लोग भी शामिल हैं।
कंपनी में महिला कर्मचारियों की भर्ती का समर्पित कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसके अलावा हीरो मोटोकॉर्प ने बीएमएल मुंजाल यूनिवर्सिटी और इंपीरियल कॉलेज ऑफ लंदन के सहयोग से “वुमन इन लीडरशिप” प्रोग्राम चलाया है। इस कार्यक्रम से महिलाओं को निकट भविष्य में नेतृत्व की भूमिका संभालने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्हें टॉप लीडरशिप के रोल के लिए सभी जरूरी क्षमताओं से लैस किया जाएगा।
कंपनी ने महिलाओं के लिए ऑल्टरनेटिव करियर प्रोग्राम (एसीपी) भी शुरू किया है। इसका उद्देश्य एक गैप या अंतराल के बाद फिर से नौकरी करने की इच्छा रखने वाली महिलाओं के लिए बेमिसाल अवसरों का सृजन करना है।
हीरो मोटोकॉर्प ने महिलाओं की कामकाजी और निजी जिंदगी में संतुलन बनाने के लिए कई नीतियों में सुधार किया है। कंपनी ने कई नई नीतियां भी बनाई है। मैटरनिटी लीव को 30 हफ्तों तक बढ़ा दिया गया है। इसके साथ ही महिलाओं के लिए फ्लेक्सी वर्क पॉलिसी और डे-केयर सुविधा भी शुरू की गई है।
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