नई दिल्ली: वैश्विक इनोवेटिव स्मार्टफोन ब्रांड वीवो ने आज अपनी आगामी उत्पादन इकाई में 3,500 करोड़ रूपये का अतिरिक्त निवेश किये जाने की घोषणा की है। ब्रांड द्वारा भारत में उपकरणों का निर्माण करने के लिये कुल 7,500 करोड़ रूपये का निवेश किया जायेगा। देश में व्यापक विस्तार करने के लिये, वीवो ने स्मार्टफोन सेक्टर के लिये आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिये 10 वर्षीय योजना शुरू की है।
मैन्यूफैक्चरिंग सेट अप में विस्तार के साथ, वीवो इंडिया ने देश भर में 40,000 से अधिक रोजगार के अवसर खोले हैं। इस निवेश योजना को दो परियोजनाओं में चार चरणों में लागू किया जायेगा। प्रोजेक्ट 1, फेज 1 अगले महीने यानी की सितंबर में शुरू होने के लिये तैयार है। इसकी क्षमता 8 मिलियन से अधिक होगी और इस तरह यह कुल उत्पादन क्षमता को 33 बिलियन से अधिक बनायेगा। उत्पादन के पहले चरण में 2,500 से अधिक अतिरिक्त रोजगार के अवसर निर्मित किये जायेंगे, जिससे वीवो उत्पादन इकाईयों में कुल 10,000 से अधिक कर्मचारियों को रोजगार मिलेगा। यह निवेश वीवो को उत्त्र प्रदेश राज्य में एक शीर्ष निवेशक बना रहा है।
भारत की योजनाओं पर अपने विचार साझा करते हुये निपुण मार्या, डायरेक्टर-ब्रांड स्ट्रैटेजी, वीवो इंडिया ने कहा, ''वीवो में हम पूरी तरह से 'भारत में निर्मित' पहल के अनुरूप हैं और सही निवेश के साथ हमारे उत्पादन परिचालनों को मजबूत बनाने के लिये प्रतिबद्ध बने हुये हैं। भारतीय बाजार के लिये हमारी दीर्घकालिक योजनाओं के हिस्से के रूप में, ब्रांड वीवो द्वारा न सिर्फ आर्थिक वृद्धि एवं टेक्नोलॉजी के रूप में योगदान देंगे, बल्कि कुशल श्रमबल एवं देश की व्यापक प्रतिभाओं के लिये रोजगार भी उत्पन्न करने में सहयोग दिया जायेगा।''
अपनी मेक इन इंडिया प्रतिबद्धता के अनुरूप, सभी वीवो उपकरणों का निर्माण इसके मौजूदा ग्रेटर नोएडा प्लांट में निर्मित किया जायेगा।
जीएफके की दूसरी तिमाही की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, वीवो इंडिया ने हाल ही में मूल्य के लिहाज से इसकी समग्र भारतीय बिक्री में कुल 20.5% की बाजार हिस्सेदारी प्राप्त की है। इस साल वीवो देश में पांच गौरवपूर्ण वर्ष पूरे कर रहा है और भारत में एक सफल दीर्घकालिक ब्रांड निर्मित करने की दिशा में एक मजबूत नींव निर्मित करेगा। इसके साथ ही यह एक आक्रामक बाजार रणनीति द्वारा समर्थित उत्पादों को महत्वपूर्ण बनाना भी जारी रखेगा।
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