आईसीआईसीआई बैंक इस वित्त वर्ष 450 नई शाखाएं खोलेगा - Karobar Today

Breaking News

Home Top Ad

Post Top Ad

Wednesday, September 25, 2019

आईसीआईसीआई बैंक इस वित्त वर्ष 450 नई शाखाएं खोलेगा




ICICI Bank to set up 450 new branches this fiscal

मुंबईः आईसीआईसीआई बैंक ने घोषणा की कि यह इस वित्त वर्ष में 450 नई शाखाएं शामिल कर देश में अपना रिटेल नेटवर्क बढ़ायेगा। इनमें से, बैंक की 320 शाखाएं ग्राहकों के लिए पहले ही चालू हो गई हैं, और इस प्रक्रिया में, इसने 5,000 शाखाएं खोलने का माइलस्टोन पहले ही पार कर चुका है। 5000वीं शाखा महाराष्ट्र के ठाणे में खुली।

इसके साथ ही, बैंक के देशव्यापी नेटवर्क में 5190 से अधिक शाखाएं, एक्सटेंशन काउंटर्स एवं एटीएम शामिल हो चुके हैं। अब बैंक की शाखाएं जम्मू और कश्मीर के लेह से लेकर तमिलनाडु के नागेरकोइल तक और गुजरात के नलिया से लेकर मिजोरम के आइजॉल तक फैल चुकी हैं। बैंक की लगभग आधाी शाखाएं ग्रामीण एवं अर्द्धशहरी क्षेत्रों में हैं, ताकि देश में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा दिया जा सके।

आईसीआईसीआई बैंक के कार्यकारी निदेशक,  अनूप बागची ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि रिटेल बैंकिंग के लिए शाखाओं का विस्तृत नेटवर्क महत्वपूर्ण रहा है। इससे ग्राहकों को उत्पादों एवं पेशकशों की व्यापक रेंज उपलब्ध कराते हुए उनके साथ गहरा संबंध बनता है। अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि इन शाखाओं में ग्राहकों के लिए मॉर्टगेज, बिजनेस बैंकिंग, अन्य लोन एवं निवेश सहित सभी तरह की बैंकिंग आवश्यकताओं के लिए परामर्श एवं मार्गदर्शन प्राप्त करने की सुविधा उपलब्ध होती है।’’

हमारी रणनीति है कि जहां भी कारोबारी गतिविधि उभरती दिखे, वहां शाखाएं स्थापित करें। इसी रणनीति को ध्यान में रखते हुए, हमने इस वर्ष नये क्षेत्रों एवं ऐसे सूक्ष्म-बाजारों जहां आर्थिक गतिविधि संचालित होती है, वहां लगभग 450 शाखाएं स्थापित करने की योजना बनाई है। इनमें से, हम 320 शाखाएं पहले ही स्थापित कर चुके हैं। बाकी की 130 शाखाएं भी इस वित्त वर्ष के अंत तक तैयार हो जायेंगी। इस विस्तार के क्रम में, हम हमारी 5000वीं शाखा स्थापित करने के माइलस्टोन को भी पार कर चुके हैं। आज से 25 वर्ष पहले चेन्नई के सेनोटैफ रोड में हमारी पहली रिटेल शाखा खुली थी।

पिछले कुछ वर्षों में, हमने देखा है कि शाखाओं में व्यवसाय की प्रकृति बदली है। ग्राहक अब शाखाओं में जटिल लेनदेन, लोन एवं निवेश के संबंध में सलाह एवं मार्गदर्शन मांगने लगे हैं। आसान ट्रांजेक्शंस के लिए, वे इसे इंटरनेट एवं मोबाइल बैंकिंग जैसे डिजिटल माध्यमों के जरिए करना अधिक पसंद करते हैं।

हमारी नई शाखाओं को भी इस प्रकार से डिजाइन किया गया है, ताकि बदलती आवश्यकताएं पूरी की जा सकें। उनका लूक आधुनिक है और वे हमारे ग्राहकों को बेहतरीन अनुभव प्रदान करने में सक्षम हैं। कई शाखाओं में 24/7 ‘ई-लॉबी’ शुरू कर डिजिटल ट्रांजेक्शंस के अनुभव को अधिक समृद्ध बनाने के सिद्धांत पर जोर दिया जा रहा है, स्थानों के चिन्हांकन के जरिए ग्राहकों के नेविगेशन को अधिक सरल बनाया गया है, और प्रमुख कैचमेंट क्षेत्रों में ऋण एवं निवेशों के लिए एक्सक्लूसिव एंगेजमेंट ‘पॉड्स’ के साथ ग्राहकों से जुड़ाव के स्तर को बढ़ाया जा रहा है।’’

अधिकांश शाखाएं सुबह 09.30 बजे से शाम 4.30 बजे तक खुली हैं, जबकि कुछ रात 8 बजे तक खुली हैं। बैंक द्वारा इसकी शाखाओं पर कई तकनीकी आधारित समाधान भी उपलब्ध कराये जाते हैं। इस सूची में निम्नलिखित शामिल हैंः

‘टच बैंकिंग शाखाएं’ः बैंक ने सबसे पहले इन पूर्णतः स्वचालित एवं डिजिटल शाखाएं शुरू की, जो हर दिन 24/7 उपलब्ध हैं। देश के 33 शहरों में इस तरह की 100 से अधिक शाखाएं उपलब्ध हैं।

‘इंस्टा बैंकिंग’ सेल्फ-सर्विस कियोस्क्स। यह बैंकिंग इंडस्ट्री का अपने तरह का अनूठा, महत्वपूर्ण स्वयं-सेवा कियोस्क है। बैंक के ग्राहकों को बेहतरीन बैंकिंग सेवा प्रदान करने हेतु इसे डिजाइन किया गया है। इन टच स्क्रीन कियोस्क्स से तुरंत 55 ट्रांजेक्शंस कर सकते हैं, जैसे-पैन अपडेट, ईमेल अपडेट, एकाउंट पोर्टेबिलिटी, डेबिट कार्ड का पुनर्निर्गमन, बैंक स्टेटमेंट जेनरेट करना, बैलेंस इन्क्वायरी, निधि अंतरण, एनईएफटी/आईएमपीएस व अन्य। बैंक की शाखाओं में 1500 से अधिक कियोस्क्स का विशाल नेटवर्क है।

नकद जमा एवं निकासी मशीन्स। ग्राहकों को तात्कालिक सेवा देने के लिए बैंक के प्रयास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा ये कियोस्क खाताधारकों या उनके प्रतिनिधियों को तत्काल खाता क्रेडिट के साथ पूरी तरह से स्वचालित तरीके से आईसीआईसीआई बैंक खाते में नकदी जमा करने में सक्षम बनाते हैं, जिससे सुविधा और परिचालन में आसानी होती है। यह टेलर काउंटर पर पे-इन-स्लिप और मैनुअल कैश डिपॉजिट भरने के एवज में है। इन मशीनों को रिसाइकलर के रूप में भी जाना जाता है, जमा किए गए नकदी को स्वयं मशीनों के भीतर निकासी उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है, इस प्रकार नकदी प्रवाह और बहिर्वाह को स्वचालित रूप से अनुकूलित किया जाता है।

‘इंस्टा बैंकिंग’ (आईमोबाइल में उपलब्ध). इसका उद्देश्य बैंक शाखा में आमतौर पर उपयोग किए जाने वाले लेनदेन के लिए भौतिक पेपर चालान भरने में लगने वाले समय को कम करना है। इस ऐप का उपयोग करके, ग्राहक शाखा में चलने से पहले कभी भी, कहीं भी अपने वांछित लेनदेन की पूर्व-प्रक्रिया कर सकते हैं और अपना बहुमूल्य समय बचा सकते हैं। शाखाओं में 65 प्रतिशत से अधिक वित्तीय लेनदेन ग्राहकों द्वारा इंस्टा बैंकिंग ’के माध्यम से की गई सुविधाओं के पूर्व-मंचन का उपयोग करके शुरू किए जाते हैं।



No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad