नई दिल्ली, कोयला मंत्रालय ने झारखंड राज्य में स्थित बाडम कोल ब्लॉक को 2 सितंबर, 2019 को भारत की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड को हस्तांतरित कर दिया है। कोयला ब्लॉक को पहले बिहार स्टेट पावर जनरेशन कंपनी (बीएसपीजीसीएल) को आवंटित किया गया था। दिसंबर 2018 में बीएसपीजीसीएल से बरौनी थर्मल प्लांट का अधिग्रहण करने के बाद इसे अब एनटीपीसी को दे दिया गया है।
इस कोल ब्लॉक के साथ, एनटीपीसी के पास वर्तमान में 10 कोयला ब्लॉक हैं- पकरी बरवाडीह, चट्टीबेरियातु (चट्टीबेरियातु-दक्षिण सहित), करंदारी, दुलंगा, तलाईपल्ली, भालुमुडा, बानई, मंदाकिनी-बी, बाडम और बनहरडीह (पीवीयूएनएल द्वारा विकसित, झारखंड सरकार और एनटीपीसी के बीच संयुक्त उद्यम)। इन सभी कोयला ब्लॉक का कुल अनुमानित भूवैज्ञानिक भंडार 7.3 बिलियन टन से अधिक है और उत्पादन क्षमता लगभग 113 मिलियन टन प्रति वर्ष है।
कंपनी ने कोयला खनन में भी काफी प्रगति की है और पिछले वित्त वर्ष में पाकरी-बरवाडीह और दुलंगा खदानों से 7.31 एमएमटी कोयला निकाला गया था। एनटीपीसी ने इस वित्तीय वर्ष में 10.4 मिलियन मीट्रिक टन कोयले के उत्पादन का लक्ष्य रखा है।
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