जयपुर। बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा “विश्व खाद्य दिवस” दिनांक 16 अक्टूबर को “बड़ौदा किसान दिवस” के रूप में आयोजित किया जा रहा है। राजस्थान सहित पूरे देश में दिनांक 01 से 16 अक्टूबर 2019 तक “किसान पखवाड़ा” के रूप में मनाया जायेगा। यह कार्यक्रम राजस्थान अंचल में कार्यरत बैंक की समस्त शाखाओं/ कार्यालयों द्वारा वृहद रूप से आयोजित किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत अंचल में लगभग -45- मेगा क्रेडिट कैम्प का आयोजन किया जायेगा। बैंक ऑफ बड़ौदा के 12 अग्रणी जिलों में अग्रणी जिला प्रबन्धक (LDM) के सहयोग से जिला स्तरीय कार्यक्रमों तथा 1100 से अधिक स्थानो पर कृषक चौपाल का आयोजन किया जायेगा। इन कार्यक्रमों में कृषि ऋण वितरण के अलावा विभिन्न कृषि उत्पादों, बैंकिंग सुविधाओं एवं स्वयं सहायता समूह के उत्पादों की प्रदर्शनी भी की जाएगी।
इस वृहद कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बैंक द्वारा प्रदान की जा रही अपनी विशिष्ठ योजनाओं व उत्पादों के साथ साथ बैंक के आदर्श मूल्यों के सम्बन्ध में किसानों व आमजन को जागरूक कराना है। इस पखवाड़े के दौरान आयोजित किये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों में बैंक के कॉरपोरेट कार्यालय के उच्चाधिकारियों की भी सहभागिता होगी।
बैंक ऑफ बडौदा, जयपुर अंचल, प्रदेश के 33 जिलों में अपनी कुल 715 ग्रामीण/ अर्द्ध शहरी/ शहरी व महानगरीय शाखाओं के विशाल नेटवर्क के साथ बैंकिंग सुविधाऐं प्रदान कर रहा है। अपने सामाजिक व आर्थिक उत्थान के दायित्व के निर्वहन हेतु अंचल में -12- बड़ौदा स्वरोजगार संस्थान (बड़ौदा आरसेटी), -12- वित्तीय साक्षरता केन्द्र (एफ.एल.सी.सी.) की स्थापना की गयी है। जिनके द्वारा शिक्षित बेरोजगार युवाओं को पूर्णतया नि:शुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रमों द्वारा आत्मनिर्भर बनाने की मुहिम चलायी जा रही है .
बड़ौदा किसान पखवाडा के तहत आयोजित प्रेस वार्ता में योगेश अग्रवाल, उप अंचल प्रमुख, जयपुर अंचल ने सभी को संबोधित किया ।
बैंक को प्रदेश में राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति के संयोजन का उत्तरदायित्व भी प्राप्त है जिसमें केन्द्र व राज्य सरकार तथा विभिन्न विकास एजेंसियों के साथ आवश्यक समन्वय व सरकार द्वारा प्रायोजित विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत अर्जित प्रगति की नियमित समीक्षा की जाती है।
बैंक ने 21 सितम्बर 2019 को कृषकों हेतु “बड़ौदा किसान” नाम से कृषि डिजिटल प्लेटफॉर्म का शुभारम्भ किया है जिस पर कृषकों की समस्त सामान्य आवश्यकताओं जैसे मौसम सम्बन्धी पूर्वानुमान, मण्डी भाव, उच्च कृषक तकनीक आदि जैसी अनेक जानकारियां उपलब्ध हैं।
इस वर्ष इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य बैंक को अपने सभी हितधारको के प्रति पुन: समर्पित करने तथा अपने प्रयासों की जानकारी से अवगत कराना है ताकि 112 वर्ष पुराना यह बैंक अपने ग्राहकों की आवश्यकताओं के अनुरूप उत्पादों को ढ़ाल सके व आमजन के और नजदीक आ सके। साथ ही बैंक की यह अभिनव पहल कृषकों की आय को 2022 तक दुगुना करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा जो भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय प्राथमिकता है।
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