मुंबई, पूरे भारत में मौजूदगी वाले प्रमुख एनबीएफसी, फुलर्टन इंडिया ने अपना ग्राहकोन्मुखी अभियान शुरू किया। इस अभियान के जरिए उक्त एनबीएफसी ने अपने ब्रांड वायदे - रिश्ता सम्मान का को दर्शाया है। यह व्यापक एवं भावनात्मक अभियान इनके ग्राहकों के वास्तविक जीवन के अनुभवों पर आधारित है।
वर्ष 2007 में स्थापित, फुलर्टन इंडिया ने बदलते वित्तीय परिदृश्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और इस कंपनी में हुआ रूपांतरण इसके कथानक से प्रतिध्वनित होता है। इसकी मूल धारणा है कि प्रत्येक ग्राहक के अपने निजी सपने व महत्वाकांक्षाएं होती हैं, और वो उन सपनों व इच्छाओं को पूरा करने के लिए साध्य अवसरों की तलाश कर रहे हैं। हालांकि, उनके सपने छोटे या बड़े हो सकते हैं, लेकिन कंपनी के लिए वो महत्वपूर्ण हैं और उन्हें उसी भरोसे व गर्मजोशी के साथ पूरा करने में सहायता किया जाता है। इसी के चलते फुलर्टन इंडिया ने स्वयं को नये सिरे से परिभाषित किया है - फुलर्टन इंडियाः रिश्ता सम्मान काः क्योंकि दिल आपकी नहीं सुनता, हम आपकी सुनते हैं! और आपके सपनों का सम्मान करते हैं। यह एक ऐसी सोच है जिससे ग्राहक स्वयं और अपने खुद के अनुभवों को जोड़ कर देख सकते हैं।
कैंपेन के लॉन्च के अवसर पर, फुलर्टन इंडिया की प्रबंध निदेशिका और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, राजश्री नाम्बियार ने कहा, ‘‘हम ग्राहकों को ध्यान में रखते हुए कामकाज करते हैं और बेहतर अनुभव प्रदान करना हमारे लिए महत्वपूर्ण है। क्रेडिट अर्थात ऋण मजबूत बंधन पर आधारित एक उत्पाद है और यह प्रमुख रूप से विश्वास व आदर पर निर्भर करता है। हमारे ब्रांड का यही मूल स्वभाव है और हमारा कारोबार वर्षों से नवाचार एवं रिश्ता कायम करने के आधार पर निर्मित है। हमारा अभियान इन प्रमुख विशिष्टताओं का प्रभावी तरीके से इस्तेमाल करता है और हमारे विशिष्ट व्यवसाय एवं ग्राहकों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखता है। इस अभियान की एक ही आवाज है, एक ही संदेश है कि हम फुलर्टन इंडिया हैं - रिश्ता सम्मान का।’’
अभियान के बारे में, फुलर्टन इंडिया के महाप्रबंधक एवं हेड - मार्केटिंग व क्रॉस सेल, शिल्पा देसाई ने बताया, ‘‘रिश्ता सम्मान का हमारी पोजिशनिंग और ग्राहकों के साथ किये गये हमारे वायदे पर बल देता है। चूंकि हमारा बिजनेस 24-45 वर्ष के आयु समूह के विभिन्न वर्गों को सेवाएं प्रदान करता है, हमारे अभियान में विभिन्न चैनल्स शामिल हैं। टीवी के साथ-साथ, हमारे अभियान का एक बड़ा हिस्सा डिजिटल माध्यमों पर आधारित है और यह उन मिलेनियल्स पर केंद्रित है, जो बेहतर रहन-सहन के लिए जीवनशैली में परिवर्तन करना चाहते हैं। हमारे डिजिटल-आधारित ऋणप्रदायक मॉडल्स एवं विशेषीकृत पेशकशों को हमारे अभियान में और अधिक जोर दिया गया है, जो हमारे समेकित विकास में समाहित है।’’
इस कैंपेन के साथ एक अनूठे जिंगल का इस्तेमाल किया गया हैः छोटी छोटी खुशियों की चदरिया बुनता है, दिल हाये अपनी कहां सुनता है। इसे नौ भाषाओं - हिंदी, मराठी, गुजराती, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, पंजाबी, उड़ीया और बंगाली में टीवी, डिजिटल एवं आउट ऑफ होम मीडिया में चलाया जायेगा।
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