नई दिल्ली, अक्टूबर, 2019
भारत के युवाओं में कौशल निर्माण को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता को जारी रखते हुए, विश्व के सबसे बड़े मोटरसाइकिल एवं स्कूटर विनिर्माता हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड ने नई दिल्ली स्थित इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, निजामुद्दीन में एक विश्व-स्तरीय प्रशिक्षण केन्द्र- ‘द सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ का शुभारंभ किया है।
दिल्ली की राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की सरकार के प्रशिक्षण एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के सहयोग में शुरू किया गया, यह केन्द्र युवाओं में प्रमुख कौशल का निर्माण करेगा और इस तरह, टू-व्हीलर इंडस्ट्री में कॅरियर बनाने के लिये उनके अवसरों में बढ़ोतरी होगी।
इस प्रशिक्षण सुविधा का उद्घाटन विमल दिमरी, उपनिदेशक, प्रशिक्षण एवं तकनीकी शिक्षा, दिल्ली की एनसीटी सरकार और विजय सेठी, मुख्य सूचना अधिकारी, मुख्य मानव संसाधन अधिकारी एवं कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व प्रमुख, हीरो मोटोकॉर्प ने किया।
‘हुनर से कामयाबी तक’ के अपने उद्देश्य के अनुसार, हीरो मोटोकॉर्प ने अब तक 20,000 से अधिक युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया है और इसके लिए कंपनी देशभर में अत्याधुनिक कौशल विकास केंद्रों की स्थापना कर रही है।
इस अवसर पर टिप्पणी करते हुए विजय सेठी, कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व प्रमुख, मुख्य सूचना अधिकारी एवं मुख्य मानव संसाधन अधिकारी, हीरो मोटोकॉर्प ने कहा, ‘‘हीरो मोटोकॉर्प एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट है और युवाओं को डायनैमिक टू-व्हीलर इंडस्ट्री के लिये आवश्यक उन्नत कौशल से सशक्त बनाने के लिये प्रतिबद्ध है। राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर प्रभावी और विषयक प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने के लिये हम बाहरी तंत्रों से लगातार जुड़ाव बना रहे हैं। प्रशिक्षण एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के साथ मिलकर की गई यह नई पहल एक मजबूत प्रतिभा बल का निर्माण करने का हमारा एक अन्य प्रयास है और हम पूरे उत्साह के साथ इस अभियान को जारी रखेंगे।’’
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में पारंपरिक शिक्षण सुविधाएं हैं, जैसे यहां न्यूमैटिक टूल्स और प्रिसीशन इक्विपमेन्ट के साथ एक पूर्णतया ऑटोमैटेड वर्कशॉप मौजूद है। इसके अलावा हीरो के इंजनों और अन्य टू-व्हीलर पार्ट्स के लाइव कट सेक्शंस भी लगाए गए हैं जोकि प्रशिक्षुओं को नवीनतम ऑटोमोबाइल प्रौद्योगिकी का व्यवहारिक अनुभव देंगे। लर्निंग मॉड्यूल्स पूरी तरह से प्रशिक्षित शिक्षकों द्वारा संचालित किया जाएगा, जो प्रशिक्षुओं को टू-व्हीलर की मरम्मत और रख-रखाव की प्रक्रिया की सैद्धांतिक और प्रायोगिक जानकारी देंगे।
यह पहल समग्र जीवन एवं तकनीकी कौशल का समावेश करती है और इसका मकसद शिक्षा, ज्ञान के आदान-प्रदान और कौशल विकास को सहयोग करना है, इस तरह यह अपने लाभार्थियों के लिए नौकरी सुनिश्चित करती है।
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