जयपुर, 20.7 बिलियन वाले महिंद्रा समूह के एक हिस्से महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड ने पूरी तरह से महिलाओं द्वारा संचालित देश की पहली ऑटोमोबाइल कार्यशाला का उद्घाटन जयपुर में किया। यह ऑटोमोबाइल कार्यशालाओं में मुख्य उत्पादक भूमिकाओं में महिलाओं की भर्ती को बढ़ावा देने के लिए कंपनी द्वारा शुरू की गई ‘पिंक कॉलर्स‘ नाम की एक बड़ी पहल का हिस्सा है।
9 महिलाओं की एक टीम द्वारा संचालित, कॉम्पैक्ट क्विक (सीक्यू) आउटलेट महिंद्रा अधिकृत टू-बे शहरी कार्यशाला की एक श्रेणी है जो शैड्यूल्ड सेवाओं को पूरा करती है। महिंद्रा के चैनल पार्टनर - कल्याण मोटर्स द्वारा जयपुर में स्वामित्व और संचालित, कॉम्पैक्ट क्विक कार्यशाला अब तकनीशियनों, सेवा सलाहकारों, ड्राइवरों, पार्ट मैनेजर्स और सुरक्षा गार्ड जैसी भूमिकाओं में महिलाओं की एक टीम द्वारा संचालित की जाती है।
इस पहल की जानकारी देते हुए महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के ऑटोमोटिव डिवीजन के चीफ सेल्स एंड मार्केटिंग, वीजय राम नाकरा ने कहा, ‘‘महिंद्रा में, हम पूरी तरह से महिलाओं द्वारा संचालित भारत की पहली ऑटोमोबाइल कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए खुशी और गर्व का अनुभव कर रहे हैं। हम इस पहल को ‘पिंक कॉलर्स‘ कहते हैं। इसके माध्यम से, हम और अधिक महिलाओं को कौशल और सशक्त बनाने का लक्ष्य रखते हैं, जिसके परिणामस्वरूप हमारी कार्यशालाओं में लिंग-विविध और समावेशी कार्यबल होगा।”
सीक्यू आउटलेट पर ‘क्विक‘ सेवा के वादे में मानक संचालन प्रक्रियाओं और उत्पादकता को अधिकतम करने के लिए एक वाहन पर 2 तकनीशियनों को मिलकर काम करने की आवश्यकता होती है। महिंद्रा अपने चैनल भागीदारों पर महिलाओं के लिए समावेशी नीतियों के साथ अपने अधिकृत कार्यशालाओं में महिला कर्मचारियों को शामिल करने के अभियान को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी ने महिला डीलर कर्मचारियों के तकनीकी प्रशिक्षण शुल्क को माफ कर दिया है और कंपनी डीलरों को अपने प्रशिक्षुओं के एक तिहाई के रूप में महिलाओं को भर्ती करने के लिए भी प्रोत्साहित करती है।
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