कोच्चि। भारत की सबसे बड़ी गोल्ड फाइनेंसिंग कंपनी मुथूट फाइनेंस लिमिटेड ने वार्षिक आम बैठक के दौरान तीन स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति की घोषणा की.
रवींद्र पिशारोडी, एक कॉर्पोरेट बिजनेस लीडर और विभिन्न उद्योगों में 35 से अधिक वर्षों के अनुभव के साथ प्रबंधन पेशेवर हैं. वह टाटा मोटर्स लिमिटेड के बोर्ड में एक पूर्णकालिक निदेशक थे, जहां वे वाणिज्यिक वाहनों की व्यावसायिक इकाई का नेतृत्व कर रहे थे. अपने करियर के दौरान, रवींद्र पिशारोडी ने बिक्री, विपणन, व्यवसाय प्रबंधन और रणनीति विकास में राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और वैश्विक नेतृत्व की भूमिकाएं निभाईं.
वर्तमान में, वह तीन कंपनियों के बोर्ड में गैर-कार्यकारी निदेशक है और दो अन्य कंपनियों के सलाहकार हैं. श्री रवींद्र पिशारोडी आईआईटी खड़गपुर से स्नातक इंजीनियर हैं और भारतीय प्रबंधन संस्थान, कलकत्ता से एमबीए हैं.
मुथूट फाइनेंस के एमडी जॉर्ज अलेक्जेंडर मुथूट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि हम विभिन्न पृष्ठभूमि के प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों को साथ ला कर बहुत खुश हैं. हमारी कंपनी उनके समृद्ध और विस्तृत अनुभव, मार्गदर्शन और विशेषज्ञता से काफी लाभान्वित होगी जो बोर्ड को काफी मजबूत करेगी.
वी ए जॉर्ज कॉर्पोरेट प्रशासन में आईएनएसईएडी, पेरिस द्वारा प्रमाणित निदेशक हैं. वीए जॉर्ज के पास निजी और सार्वजनिक दोनों कॉर्पोरेट क्षेत्र में काम करने का चार दशकों से अधिक का अनुभव है. वह इक्विपमेंट लीजिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष थे और आरबीआई की सलाहकार समिति के सदस्य भी थे. वर्तमान में वह थेजो इंजीनियरिंग लिमिटेड, चेन्नई के प्रबंध निदेशक हैं. उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री और इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर मैनेजमेंट डेवलपमेंट, लॉसेन से एमबीए किया है. उन्होंने हार्वर्ड और स्टैनफोर्ड बिजनेस स्कूल के प्रबंधन कार्यक्रम में भाग लिया है.
प्रतीप चौधरी भारतीय स्टेट बैंक के पूर्व अध्यक्ष हैं और उन्हें बैंकिंग क्षेत्र में 40 वर्षों का अनुभव है. उन्होंने एसबीआई ग्लोबल फैक्टर्स लिमिटेड, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर और स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद के चेयरमैन के रूप में भी काम किया है. वह एक्सपोर्ट - इंपोर्ट बैंक ऑफ इंडिया और स्टेट बैंक ऑफ पटियाला में निदेशक भी थे. प्रतीप चौधरी ने राजस्थान विश्वविद्यालय से विज्ञान और सांख्यिकी में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की है और यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल, चंडीगढ़ के पूर्व छात्र हैं.
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