एनएसई ने की तीन नवम्बर को 'खुदरा निवेशक दिवस' मनाने की घोषणा
मुंबई। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (एनएसई) के मुंबई स्थित बांद्रा-कुर्ला परिसर मुख्यालय में वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण, सेबी अध्यक्ष अजय त्यागी, एनएसई के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी विक्रम लिमये और भारतीय उद्योग के गणमान्य लोग यहाँ इक्विटी का इलेक्ट्रॉनिक कारोबार शुरू होने के 25 साल पूरे होने के मौके पर इकट्ठे हुए जो गुरूवार, तीन नवम्बर 1994 को शुरू हुआ था। पच्चीस साल पहले विश्व के पहले डीम्यूचुअलाइज़्ड शेयर बाज़ार, एनएसई ने शुरुआत की थी।
इस महत्वपूर्ण मौके पर एनएसई ने क्लोज़िंग बेल रिंगिंग समारोह का आयोजन किया और निर्मला सीतारमण के साथ अजय त्यागी और विक्रम लिमये भी पारम्परिक तौर पर घंटा बजाने के इस समारोह में भाग लिया। यह भारत में पूँजी बाज़ार के लोकतांत्रीकरण की 25वीं वर्षगाँठ का मौका था जो बेहद सफल रहा और इसके ज़रिये देश के सुदूरतम इलाक़ों में भी खुदरा निवेशकों के लिए इक्विटी परिसंपत्ति वर्ग के इलेक्ट्रॉनिक कारोबार की पहुँच सुनिश्चित हुई।
इस मौके पर वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, "मैं एनएसई को भारतीय पूंजी बाज़ार में क्रांतिकारी बदलाव लाने के 25 साल पूरे होने के मौके पर बधाई देती हूँ। एक्सचेंज ने 25 साल पहले इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग पेश कर भारतीय पूँजी बाज़ार के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अब उसके पास पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के राष्ट्रीय सपने को साकार करने की उतनी की महत्वपूर्ण भूमिका है।"
सेबी अध्यक्ष अजय त्यागी ने कहा, "मैं एनएसई को शेयर का इलेक्ट्रॉनिक कारोबार आरंभ होने के 25 साल पूरा होने के मौके पर बधाई देता हूँ। मैं एनएसई के लिए हर तरह की सफलता के कामना करता हूँ और उम्मीद करता हूँ कि एनएसई देश के पूँजी बाज़ार की वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।"
एनएसई के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी विक्रम लिमये ने कहा, "एनएसई ने एकीकृत राष्ट्रीय बाज़ार पेश कर पूंजी बाज़ार के लोकतांत्रीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एक्सचेंज लोगों की वित्तीय स्थिति में सुधार और सभी सम्बद्ध पक्षों के लिए पूँजी की आसान पहुँच के लिए एक मंच मुहैया कराया। इसने बाज़ार का मज़बूत बुनियादी ढांचा भी तैयार किया जिससे भारतीय बाज़ारों को विश्व स्तर पर पहचान मिलने में भी मदद मिली। एनएसई भारतीय अर्थव्यवस्था को नई ऊँचाई पर पहुँचाने सम्बन्धी अपनी पहलों के ज़रिये निरंतर बाज़ार प्रतिभागियों की संख्या में विस्तार कर रहा है।"
इस ऐतिहासिक मौके पर जिन अन्य लोगों ने भाग लिया उनमें प्रमुख उद्योगपति, बैंकर, म्यूचुअल फंड के मुख्य कार्यकारी एवं मुख्य सूचना अधिकारी, इंटरमीडियरी संस्थाएं, निवेशक और वित्तीय क्षेत्र से जुड़े पेशेवर शामिल रहे।
शेयर के इलेक्ट्रॉनिक कारोबार की रजत जयंती के मौके पर एनएसई ने तीन नवम्बर को खुदरा निवेशक दिवस के तौर पर मानाने की भी घोषणा की। खुदरा निवेशक दिवस एनएसई के वित्तीय समावेश के पूर्वघोषित लक्ष्य और उद्देश्य के अनुरूप है जिसके तहत देश में निवेशक जागरूकता और साक्षरता के कुछ सबसे बड़े कार्यक्रम तैयार हुए हैं। स्कूल एवं कॉलेज से लेकर निवेशकों, महिलाओं, पुलिस एवं सशस्त्र बलों जैसे विशिष्ठ समूहों और वरिष्ठ नागरिकों तक के लिए एनएसई ने अब तक 500 ज़िलों में अब तक 2500 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किये हैं।
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