गुरुग्राम। एक्सप्रेस डिस्ट्रिब्यूशन में कार्यरत टीसीआई एक्सप्रेस लिमिटेड ने 30 सितंबर, 2019, को समाप्त तिमाही के लिए वित्तीय नतीजों की घोषणा की।
वित्तीय प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए प्रबंध निदेशक चंदर अग्रवाल ने कहा: “मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि टीसीआई एक्सप्रेस ने वित्त वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में 271 करोड़ रुपए का राजस्व ऑपरेशंस से हासिल किया है, जो वित्त वर्ष 2019 की दूसरी तिमाही की तुलना में साल-दर-साल 9.3% अधिक है। कंपनी ने 32 करोड़ रुपये का ईबीआईटीडीए दिया, जो कि 15.1% की वृद्धि दर्शाता है और इसी अवधि में मार्जिन 60 बेसिस पॉइंट्स बढ़कर 11.9% हो गया। वित्त वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में टैक्स चुकाने के बाद लाभ 26 करोड़ रुपए रहा, जो साल-दर-साल आधार पर 60.6% की वृद्धि दिखाता है और वह भी 9.6% मार्जिन के साथ। राजस्व में वृद्धि की बड़ी वजह लघु और मध्यम उद्यमों (एसएमई) के ग्राहकों में वृद्धि थी। मार्जिन में सुधार ऑपरेशनल दक्षता और बेहतर कार्यशील पूंजी प्रबंधन की वजह से हो सका।
हमने अपनी भौगोलिक उपस्थिति में भी विस्तार किया और इस तिमाही में 15 नई शाखाएं खोलीं। इसका उद्देश्य महानगरों में अपनी सेवाओं को बढ़ाना और अधिक से अधिक एसएमई ग्राहकों को हासिल करना है। तिमाही में हमने गुड़गांव और पुणे में अपने दो नए सॉर्टिंग सेंटर के लिए आधिकारिक भूमिपूजन समारोह आयोजित किया। गुड़गांव में 2 लाख वर्ग फुट के नए सॉर्टिंग सेंटर और पुणे में 1.5 लाख वर्ग फीट के सॉर्टिंग सेंटर की वजह से इसी वित्त वर्ष के अंत तक कुल 3.5 लाख वर्ग फुट सॉर्टिंग सेंटर का काम पूरा होने की उम्मीद है, जिसमें कमर्शियल ऑपरेशन वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही से शुरू होने का अनुमान है। हमारे मालिकाना हक वाले इन सॉर्टिंग सेंटर पर पूरी तरह से बिजनेस इंटेलिजेंस का ऑटोमेशन और कार्यान्वयन के बाद हम कम टर्नअराउंड टाइम में रिजल्ट दे सकेंगे और दीर्घकाल में हमारी परिचालन क्षमता भी बढ़ेगी।
वित्त वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में सभी सेक्टर में औद्योगिक गतिविधियों के कमजोर रहने से घरेलू अर्थव्यवस्था में मंदी का अनुभव किया गया, जो कि फेस्टिव सीजन की शुरुआत के साथ तिमाही के अंत में मांग में मामूली बढ़ोतरी भी दर्ज की गई। विपरीत हवाओं के बावजूद हम मजबूत वृद्धि देने में सक्षम रहे, जो हमारे यूनिक वैल्यू प्रपोजिशन, विक्रेताओं के साथ मजबूत पार्टनरशिप अरेंजमेंट और एसएमई के हमारे बढ़ते और विविध क्लाइंट बेस के समर्थन की वजह से ही संभव हो सका।
इसके अलावा 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर अर्थव्यवस्था के लिए सरकारी लक्ष्य ने लॉजिस्टिक्स क्षेत्र पर जोर दिया है और मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क्स पॉलिसी, नेशनल लॉजिस्टिक्स पोर्टल, इंडस्ट्रियल कॉरिडोर जैसी पहल के साथ विकास को मजबूती मिलने की उम्मीद है।
हम घरेलू आर्थिक माहौल के बारे में पूरी तरह से आशान्वित हैं और अपने ग्राहकों को टाइम-डेफिनेट सॉल्युशन देने की हमारी मुख्य ताकत पर फोकस जारी रखेंगे और अपनी बैलेंस शीट को और मजबूत करेंगे।”
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