जयपुर। सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर जैसलमेर में इस जनवरी ‘रेथ 2020’ का पहला संस्करण आयोजित होने जा रहा है जहां विभिन्न कलाओं को अनुभव करने और सीखने दोनों का मौका मिलेगा। आगामी 29 जनवरी से 2 फरवरी 2020 तक होने वाली चार रात और तीन दिन की यह रचनात्मक आवासीय कार्यशाला का मकसद कलाओं के रचनात्मक शिक्षण का माहौल तैयार करना है जिसमें प्रतिभागी फेस्टिवल के जीवंत माहौल में कलाप्रेमियों के बीच दिन में कार्यशालाओं में कला सीखने पर हाथ आजमाएंगे और शाम को शानदार संगीत प्रस्तुति का आनंद ले पाएंगे।
रेथ 2020 सीखने और यादगार अनुभव का अनोखा मिश्रण है जिसको नौसिखियों, स्टूडेंट्स, शौकिया और प्रोफेशनल्स के लिए डिजाइन किया गया है। इस फेस्टिवल में 8 रचनात्मक आवासीय कार्यशालाओं का आयोजन पेशेवर कलाकारों द्वारा किया जाएगा जिसमें परंपरागत कलाओं के साथ ही नए समाकालीन आइडियाज भी शामिल हैं। जैसे-
आदित्य विपार्थी सैंड एनिमेशन में शॉट सैंड-एनिमेशन फिल्म बनाना सिखाएंगे जिसमें जैसलमेर की समृद्ध सांस्कृतिक और स्थापत्य विरासत के दर्शन होंगे।
विक्रम जोशी ब्लॉक्स और प्राकृतिक डाई का उपयोग करते हुए टिकाऊ प्रिंटमेकिंग बताएंगे जिमसें बगरू और सांगानेरी ब्लॉकप्रिंटिंग के साथ ही इतिहास, परंपराओं और सामुदायिक पक्षों को रखा जाएगा।
अजय शर्मा और मीनाक्षी सेनगुप्ता गुगल मिनिएचर पेंटिंग के जरिए मुगल लघु चित्रकथा का इतिहास दर्शन कराएंगे। यह आपको प्राकृतिक रंगों का उपयोग करते हुए मिनिएचर का खुद का वर्जन तैयार करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
कैलिफोर्निया स्थित परफॉर्मिंग आर्टिस्ट और पेंटर कार्ल नैप राजस्थान का एक पोर्ट्रेट बनाएंगे और आपको अपना खुद का स्टाइल बनाने के लिए आधारभूत जरूरतों के बारे में बताएंगे ।
ए टच ऑफ फॉक: इसमें लोक वाद्ययंत्रों, तकनीक के उपयोग और संगीत निर्माण के बारे में जेरेमी नॉट, त्रिशा सिन्हा और सवाई खान मांगणियार बताएंगे। इसमें आपको हैंड पान, मोरचंग और खरताल जैसे विभिन्न लोक संगीत के उपकरणों के साथ ही राजस्थानी लोक संगीत के बारे में सीखने को मिलेगा।
स्मार्ट फिल्मिंग: इस दौरान कार्तिक गणेश बताएंगे कि अपने स्मार्टफोन का उपयोग फिक्शन कंपोज और क्रिएट करने के लिए डॉक्यूमेंटरी निर्माण में कैसे करें। कार्तिक गणेश मोबाइल फोन से शूट की गई पहली फीचर फिल्म ‘साइड ए साइड बी’ बना चुके हैं।
स्वतंत्र फिल्म निर्माण के गुर इस दौरान कौशिक मुखर्जी बताएंगे जो इलेक्ट्रिक, राजनीतिक रूप से पूर्ण सिनेमा, आर्ट और म्यूजिक के लिए जाने जाते हैं।
रिच मिक्स: इस दौरान राजस्थान की कला और संस्कृति, यहां की भव्य स्थापत्य कला, यहां के लोगों और विशाल रेगिस्तान के बारे में बताया जाएगा।
रेथ के को-क्यूरेटर्स लैला वजि़राली और दीपांकर जोजो चाकी ने कहा, ‘क्यूरेटर्स के तौर पर हमारा मानना है कि शक्तिशाली और सार्थक लर्निंग एक्सपीरियंस कलाओं के आदान-प्रदान और अनुभवात्मक दृष्टिकोण से ही संभव है। सांस्कृतिक अधिगम शैलियां इस बात से बहुत प्रभावित होती हैं कि कोई संस्कृति अपने युवाओं के साथ कैसेट घुलती मिलती है। इसके परिणाम स्वरूप संस्कृति का हस्तांतरण नजरिए, मूल्यों, विश्वासों, कलाओं और कौशल के जरिए पेश किया जा सकता है क्योंकि पूरा सिस्टम लगातार इससे प्रभावित होता रहता है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘रेथ के जरिए हमारा प्रयास सांस्कृतिक अधिगम का निर्माण करना, संरक्षित करना और संस्कृति शिक्षण जैसलमेर के थार रेगिस्तान में बहुत ही शानदार व्यवस्था में सच्चे अर्थों में अनोखे अनुभव के जरिए रखना है।’
पूरे दिन सीखने के बाद शाम को सेलिब्रेट करना है। आपस में चर्चा, परामर्श और गोल्डन फोर्ट के नजदीक दो हेरिटेज हवेलियों में रात की भव्य रोशनी और सनलाइट कोर्टयार्ड हवेलियों के दर्शन होंगे। शाम में चंपे खान और उनकी टीम द्वारा प्रस्तुत लोक गीत और महिला टीम द्वारा लोक संगीत और शॉर्ट फिल्म स्थानीय व्यंजनों का लुत्फ़ ले सकेंगे।
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