नई दिल्ली, दुनिया की सबसे बड़ी दुपहिया निर्माता कंपनी हीरो मोटोकॉर्प की पहल हीरो कैंपेंस चैलेंज (एचसीसी) के सीजन 5 का जोरदार समापन हुआ। इस चैलेंज में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) मद्रास और ज़ेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (एक्सएलआरआई), जमशेदपुर ने क्रमश: इंजीनियरिंग और बिजनेस स्कूल (बी-स्कूल) की श्रेणी में जीत हासिल की।
दोनों विजेता टीमों को 2-2 लाख रुपये, जबकि 2 रनर्सअप टीमों को 1-1 लाख रुपये का पुरस्कार मिला। एचसीसी के फाइनल में हिस्सा लेने वाले सभी 30 प्रतियोगियों को व्यक्तिगत रूप से हीरो मोटोकॉर्प में प्री प्लेसमेंट इंटरव्यू ऑफर किए गए।
अक्टूबर 2019 में अपने लॉन्च के बाद से हीरो कैंपस चैलेंज के पांचवे सीजन में रिकॉर्ड-तोड़ रजिस्ट्रेशन हुए और 32,152 छात्रों (10,717 टीमों) ने इस प्रतियोगिता के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया। प्रतियोगिता में भाग लेने वाली सभी टीमों को पिछले चार महीने में असेसमेंट के कई राउंड से गुजरना पड़ा।
प्रतियोगिता की शुरुआत ऑनलाइन असेसमेंट के पहले राउंड से हुई। इसमें प्रतियोगियों के बेसिक डोमेन के ज्ञान की परीक्षा ली गई। इसके बाद आइडिया एलिवेटर पिच राउंड में सभी चुनिंदा 1,092 टीमों ने अपने सोल्यूशन का विस्तृत विवरण पेश किया। इसके बाद वर्चुअल प्रेजेंटेशन राउंड आयोजित किया गया, जहां 80 चयनित टीमों ने जूरी के सामने विस्तारपूर्वक अपने आइडिया पेश किए। अंत में, केवल 10 टीमों ने प्रतियोगिता के ग्रांड फिनाले के लिए क्वॉलिफाई किया।
फाइनलिस्ट्स को प्रतियोगिता के फिनाले की तैयारी करने के लिए हीरो मोटोकॉर्प की वरिष्ठ नेतृत्व टीम के संरक्षण में काफी लंबा समय गुजारना पड़ा। प्रतियोगियों की ओर से पेश किए गए सभी आइडियाज यातायात के साधनों को शेयर करने के क्षेत्र में स्थिरता लाने और मौजूदा संचालन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आदर्श इस्तेमाल से संबंधित थे।
हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड में चीफ इंफॉर्मेशन ऑफिसर (सीआईओ), चीफ ह्यूमन रिसोर्सेज ऑफिसर (सीएचआरओ) और कॉरपोरेट सोशल रेस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) के हेड विजय सेठी ने इस अवसर पर कहा, “हीरो कैंपस चैलेंज ने छात्रों को आपस में जुड़ने और उनकी प्रतिभा, रचनात्मकता और नए नजरिये को सामने लाने के लिए एक प्लेटफॉर्म मुहैया कराया है। इन वर्षों में एचसीसी भारत के भविष्य के बिजनेस लीडर्स तैयार करने वाले एक प्रतिष्ठित प्लेटफॉर्म के तौर पर उभरा है। पिछले वर्षों में आयोजित प्रतियोगिता के सफल सीजन की तरह सीजन 5 को भी देश भर के टॉप शिक्षा संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र समुदाय की ओर से जबर्दस्त रेस्पांस मिला। हर सीजन में एचसीसी में छात्रों की भागीदारी बढ़ी है। हमने अपनी तरफ से जटिलता, प्रतिस्पर्धा और चुनौतियों का पैमाना हर बार ऊंचा करना सुनिश्चित किया है। मुझे पूरा विश्वास है कि अगला सीजन इससे भी ज्यादा बड़ा होगा। मेरे विचार से सभी चुनी हुई टीमें विजेता है। इसके पीछे साधारण सा तथ्य यह है कि करीब 11 हजार टीमों में से केवल 10 टीमें ही फाइनल तक पहुंची हैं। युवाओं पर केंद्रित संगठन होने के नाते हम नए-नए प्लेटफॉर्म से देश की युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा देना जारी रखेंगे।”
जूरी में हीरो मोटोकॉर्प की वरिष्ठ नेतृत्व टीम के मेंबर्स के साथ ही इसमें दूसरे शिक्षा संस्थानों से आए शिक्षाविद विशेषज्ञ भी थे। इनमें फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के प्रोफेसर हर्ष वी. वर्मा; दिल्ली टेक्नॉलजिकल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अनिल परिहार, बीएमएल मुंजाल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जसकिरन अरोड़ा और प्रोफेसर सोहराब हुसैन तथा इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ फॉरेन ट्रेड के प्रोफेसर रोहित मेहतानी शामिल थे।
2015 में लॉन्च किया गया हीरो कैंपस चैलेंज कैंपस को केंद्र बनाकर बनाकर आयोजित की जाने वाली और नए बिजनेस सोल्यूशंस देने वाली प्रतियोगिता है। यह प्रतियोगिता देश भर के इंजीनियिरिंग और मैनेजमेंट कॉलेजों में आयोजित की जाती है। इस प्रतियोगिता में देश भर के आईआईटी, एनआईटी और इंजीनियरिंग कॉलेजों से ग्रेजुएशन और पोस्टग्रेजुएशन कर रहे छात्र हिस्सा ले सकते हैं। दो वर्षीय एमबीए या पीजीडीएम प्रोग्राम के फर्स्ट और फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स भी इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
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