मुंबई। आईआईएफएल फाइनेंस ने जानकारी दी कि कंपनी ने रिस्क मैनेजमेंट के लिए 2019 का प्रतिष्ठित गोल्डन पीकॉक अवार्ड हासिल किया है। यह अवार्ड बोर्ड लीडरशिप एंड रिस्क मैनेजमेंट के सिंगापोर ग्लोबल कन्वेंशन में प्रदान किया गया। गोल्डन पीकॉक इंस्टीट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स की ओर से रिस्क मैनेजमेंट के लिए दिए जाने वाले सबसे प्रतिष्ठत सम्मान में से है।
आईआईएफएल फाइनेसं के सीईओ सुमित बाली ने कहा, ‘‘आईआईएफएल फाइनेंस का बहुत ही मजबूत रिस्क मैनेजमेंट फ्रेमवर्क है जो लम्बे समय में जाकर तैयार हुआ है। एसईबीआई, आरबीआई, एमसीए जैसे रेग्युलेटर्स द्वारा इसे रेग्युलेट किया जाता है। हम प्रक्रिया पर जोर देते हैं, जिसमें रिस्क मैनेजमेंट और नीतियों व नियमों का पालन किए जाने पर पूरा फोकस रहता है। यह हमारे विजन में भी नजर आता है जो देश की सबसे प्रतिष्ठित वित्तीय सेवा कम्पनी होने की बात कहता है और इसके मूल तत्व हैं एफआईटी यानी फेयरनेस, इंटीग्रिटी और ट्रांसपेरेंसी अर्थात स्पष्टता, ईमानदारी और पारदर्शिता।‘‘
आईआईएफल फाइनेंस के चीफ रिस्क ऑफिसर अनुजीत कुदवा ने कहा, ‘‘हमारे इंटीग्रेटेड एंटरप्राइज रिस्क मैनेजमेंट फ्रेमवर्क में ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर तक पूरी जांच किए जाने की एप्रोच पर काम होता है। हमारा रिस्क मैनेजमेंट फ्रेमवर्क इसकी प्रभावशीलता की समय-समय पर जांच करता रहता है और इसके लिए स्टेªस टेस्टिंग और ऑडिट का सहारा लिया जाता है जो स्वतंत्र बाहरी एजेंसियों द्वारा कराया जाता है।‘‘
हमारे इंटीग्रेटेड एंटरप्राइज रिस्क मैनेजमेंट फ्रेमवर्क में यह बातें शामिल हैंः-
कई काम करने वाली रिटेल फोकस्ड एनबीएफसी होने के नाते हमारी व्यापारिक रणनीति पूरी तरह स्पष्ट है। हमारे उत्पादों में (अ) कोर ग्रोथ सेगमेंट, जिसमें होम लोन, लधु व मध्यम उद्योगों को बिजनेस लोन, गोल्ड लोन और माक्र्रोफाइनेंस लोन शामिल है। (ब) इसके अलावा सिनर्जटिक सेगमेंट है जो हमारे कोर ग्रोथ सेगमेंट से करीब से जुड़ा रहता है। इसमें डेवलपर और कंस्ट्रक्शन फाइनेंस तथा कैपिटल मार्केट लोन शामिल हैं।
रिस्क झेलने की सीमा हर गतिविधि और उत्पाद के लिए तय है और बोर्ड यह ध्यान रखता है कि इसका पूरा पालन किया जाए।
कर्मचारियों और शाखाओं को निश्चित फ्रेमवर्क में निर्णय के लिए सशक्त बनाया जाए और जो हमारी ‘‘ओनर्स माइंडसेट‘‘ की संस्कृति के अनुरूप हो।
रक्षा मॉडल की तीन पंक्तियों का मॉडल, जिसमें पहली पंक्ति निर्माणकर्ता जैसे बिजनेस या सपोर्ट फंक्शन की है। दूसरी पंक्ति स्वतंत्र रिस्क मैनेजमेंट और नियमों की पालना से जुडे़ कामों की है और तीसरी पंक्ति आंतरिक ऑडिट की है जो बोर्ड और ऑडिट कमेटी को विश्वास दिलाती है।
बोर्ड और रेग्यूलेटर्स को नियमित रिपोर्टिंग होती है। आईआईएफएल एक सूचीबद्ध कम्पनी है और इसीलिए उच्च स्तर की पारदशर््िाता और अपने स्टेकहोल्डर्स को नियमित रिपोर्टिंग में विश्वास करती है।
आईआईएफएल फाइनेंस के 20 हजार से ज्यादा कर्मचारी हैं, जो 600 से ज्यादा स्थानों पर काम कर रहे हैं। मानव संसाधन कम्पनी की सबसे बड़ी पूंजी है और कर्मचारियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा पर काफी निवेश किया जाता है। आईआईएफएल फाइनेंस को इस वर्ष ‘ग्रेट प्लेस टू वर्क‘ के तौर पर नामांकित किया गया है।
आईआईएफएल व्यवस्थित और प्रमुख गैर बैंकिंग वित्तीय कम्पनी है, जो लोगों से जमाएं स्वीकार नहीं करती और होम व प्रॉपर्टी लोन, गोल्ड लोन, सिक्योरिटीज पर लोन, एसएमई बिजनेस और माइक्रोफाइनेंस लोन का काम करती है। आईआईएफएल के पास क्रिसिल की एए (स्टेबल) क्रेडिट रेटिंग, आईसीआरए की एए और सीएआरई की एए पॉजिटिव क्रेडिट रेटिंग है।
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