मुंबई, दुनिया की प्रमुख पेट्रोलियम और मेटल्स कंपनी में से एक वेदांता लिमिटेड ने अपना पहला टीवी कॉमर्शियल ‘रुकभी सोचा है क्या‘ को लॉन्च किया। इस विज्ञापन को हमारे दैनिक जीवन में धातुओं के महत्व पर दर्शकों के साथ जागरूकता पैदा करने के लिए डिजाइन किया गया है। अपने अमूल्य योगदान के लिए खनिकों को नमन करते हुए, नया टीवीसी हमें यह मौका देता है कि हम विचार कर सकें कि हमारे दैनिक जीवन में उपयोग की जाने वाली सभी महत्वपूर्ण चीजें कहां से आती हैं।
यह टीवीसी वेदांता के बड़े ब्रांड अभियान का हिस्सा है, जिसका शीर्षक है ‘देश की जरूरतों के लिए‘। कंपनी टीवीसी को कई राष्ट्रीय टेलीविजन चैनलों के साथ-साथ मल्टीप्लेक्स में भी लॉन्च कर रही है। यह डिजिटल, आउटडोर और रिटेल एक्टिवेशन प्लान के माध्यम से प्रमुख चैनलों पर प्रसारित किया जाएगा। कंपनी की योजना अगले कुछ महीनों में कुल 5 टीवीसी बनाने की है।
वेदांता रिसोर्सेज के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा, ‘‘क्या हम धरती माता के आशीर्वाद के बिना जीवन की अच्छी चीजों का आनंद ले सकते हैं? लोहा, स्टील, जस्ता, तांबा, चांदी आदि धातुएँ हमारे जीवन का एक हिस्सा बन गई हैं, लेकिन क्या हमने कभी सोचा है कि ये धातुएँ कहाँ से आती हैं? हमारा पूरा अभियान इन्हीं सवालों के इर्द-गिर्द घूमता है क्योंकि हम उन खनिकों को सलाम करते हैं, जो दिन-रात मेहनत करते हैं और इन धातुओं को पर्यावरण की दृष्टि से उपयोगी तरीके से हमारी अपनी मातृ धरती से हमें उपलब्ध कराते हैं यानी ‘रुसही सोच बदले जिंदगी‘।
मैककैन वल्र्ड ग्रुप के सीईओ प्रसून जोशी ने कहा, ‘‘यह एक बहुत ही अनूठा अभियान है। हमारी टीम ने सबसे रचनात्मक और अभिनव तरीके से संदेश को संभव कर दिखाया है। हमें वास्तव में उन अच्छी चीजों की सराहना करनी ही चाहिए, जो हमें अपने जीवन में अपनी धरती मां से हासिल होती हैं।‘‘
फिल्म अपने संदेश को लोगों तक पहुंचाने के लिए एक बच्चे की जिज्ञासा का इस्तेमाल करती है। एक बच्चे द्वारा उठाए गए एक मासूम से सवाल का जवाब तलाशने के प्रयास में फिल्म की यात्रा आगे बढ़ती है। सवाल यह है कि ‘‘मैं जिस पेन का इस्तेमाल करता हूं, उसका निब कहां से आता है?‘‘ फिल्म उसे बताती है कि पेन का निब स्टील से बनता है, जो धरती मां की कोख से मिलने वाले लोहे की सहायता से तैयार होता है और धरती मां की कोख ही वो जगह है, जहाँ से हमे अपने दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली सभी अच्छी चीजें हासिल होती हैं।
कंपनी के इस नए टीवीसी की जानकारी देते हुए वेदांता की डायरेक्टर-कम्युनिकेशंस एंड ब्रांड रोमा बलवानी कहती हैं, ‘‘वेदांता देश की जरूरतों के लिए प्रतिबद्ध है और हमारा विजन सबसे जिम्मेदार तरीके से प्रकृति की वास्तविक क्षमताओं और संसाधनों का दोहन करके भारत को आत्मनिर्भर बनाना है।‘‘
उन्होंने आगे कहा, ‘‘थीम ‘‘देश की जरूरतों के लिए‘‘ दरअसल वेदांता के ब्रांड अभियान का एक अहम हिस्सा है, जिसका उद्देश्य इस शक्तिशाली विजुअल नरेटिव के माध्यम से प्राकृतिक संसाधनों के संबंध में लोगों के बीच जागरूकता पैदा करना है। उन्हें यह जानना ही चाहिए कि यह प्रकृति ही है जो जीवन में रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करती है। इस दिशा में हमें खनन कार्य में जुटे लोगों के योगदान को भी स्वीकार करना चाहिए, जो सस्टेनेबल तरीके से खनन का काम करते हैं।‘‘
यह ब्रांड अभियान हमारे देश की प्रगति के लिए खनन कार्मिकों द्वारा किए जा रहे अमूल्य योगदान को भी प्रतिबिंबित करता है और इसके जरिये प्राकृतिक संसाधन उद्योग उनके योगदान को रेखांकित करता है।
वेदांता में हम अपने शेयरधारकों, ग्राहकों, व्यापार और संयुक्त उद्यम भागीदारों, केंद्र और राज्य सरकारों और स्थानीय समुदायों सहित हमारे सभी हितधारकों द्वारा हमें दिए गए समर्थन के लिए आभार व्यक्त करते हैं।
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