नई दिल्ली, विकास को बढ़ावा देने और गैर-महानगरीय शहरों में रियल इस्टेट के विकास का खाका तैयार करने के उद्देश्य से, कॉन्फेडरेशन ऑफ रियल इस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशंस ऑफ इंडिया (क्रेडाई) तीसरे ‘न्यू इंडिया सम्मिट2020’ (एनआईएस) का आयोजन कर रहा है। क्रेडाई द्वारा अपने माइक्रो स्मॉल एवं मीडिया साइज्ड डेवलपर्स (एमएसएमई) विंग के जरिए 15-16 फरवरी, 2020 को नया रायपुर में इस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस सम्मेलन का उद्देश्य गैर-महानगरीय शहरों में रियल्टी डेवलपर्स द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियों, बाधाओं को दूर करने और तेज गति से विकास के लिए उपयुक्त समाधानों को तलाश करने हेतु चर्चा करना है। उपयुक्त रूप से ‘लेट्स राइज’ की थीम के साथ, इस सम्मेलन में देश भर से 700 से अधिक डेवलपर्स के भाग लेने की संभावना है।
इस सम्मेलन में, क्रेडाई द्वारा अपने ‘क्रेडाई आवास ऐप्प’ को लॉन्च किया जायेगा। यह एक विशिष्ट मोबाइल ऐप्प है, जिससे देश भर में आवासीय प्रोपर्टीज की खरीदने की प्रक्रिया सुगम हो सकेगी। यह संभावित घर खरीदारों के लिए एक विश्वसनीय मंच है, ताकि वो अपने पसंदीदा प्रोजेक्ट्स को पहचान सकें और बिना किसी थर्ड पार्टी के सीधे डेवलपर्स से संपर्क कर सकें। इस ऐप्प को एप्पल ऐप्प स्टोर व प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है और इसका उपयोग राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय खरीदारों द्वारा किया जा सकता है।
इस इवेंट में छत्तीसगढ़ के आवास एवं पर्यावरण मंत्री और भारत सरकार केक आवास एवं शहरी मामलों के सचिव के आने की अपेक्षा है।
क्रेडाई नेशनल के चेयरमैन जैक्से शाह ने कहा, “भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर, देश की अर्थव्यवस्था में एक प्रमुख उत्प्रेरक होने के नाते, वर्तमान में विकास के मामले में क्रांति के लिए तैयार है। हम क्रेडाई पर विश्वास करते हैं कि, इस नई क्रांति का नेतृत्व देश के गैर-मेट्रो शहरों द्वारा किया जाएगा। न्यू इंडिया समिट का उद्देश्य सेक्टर के अपार विकास की दिशा में टीयर प्प्ए प्प्प्ए और प्ट शहरों के उद्भव और योगदान का जश्न मनाना है। केवल इन छोटे शहरों के विकास के माध्यम से और किफायती आवास क्षेत्र में निवेश बढ़ाने से 2022 तक सभी के लिए आवास की दृष्टि को साकार करने में मदद मिल सकती है।“
क्रेडाई नेशनल के प्रसिडंेट, सतीश मगर ने कहा, “मेट्रो शहर विकास और अधिभोग के संदर्भ में अपने संतृप्ति बिंदु पर पहुंच गए हैं। टीयर प्प्, टीयर प्प्प् शहरों में बेरोज़गार रहते हैं और रियल एस्टेट सेक्टर के पनपने की गुंजाइश बहुत होती है। इस खंड में टियर प्प् और प्प्प् शहरों में अपार संभावनाएं हैं क्योंकि भूमि की कीमतें सस्ती हैं और भूमि आसानी से उपलब्ध है। क्रेडाई इस भूमिका के महत्व और महत्व को समझता है और स्वीकार करता है कि छोटे शहरों से रियल्टर्स उद्योग और अर्थव्यवस्था के दीर्घकालिक विकास में एक पूरी भूमिका निभाएंगे।”
क्रेडाई के एमएसएमई विंग के चेयरमैन, आनंद सिंघानिया ने कहा, “एनआईएस जैसी घटनाएं केवल बुनियादी ढांचे के मामले में भारत में शहरों को आगे बढ़ाएंगी और रियल एस्टेट में एफडीआई को आमंत्रित करेगी। यह उपग्रहीय शहरों को महानगरों के चारों ओर उभरने में मदद करेगा, अवसर पैदा करेगा और महानगरों के सामने आने वाले कुछ बोझ को दूर करेगा।”
निस्संदेह, किफायती, बेहतर सड़क और हवाई संपर्क, विशाल घर, स्थानीय उद्योगों के उदय के साथ काम करने के विकल्प और अन्य अनुकूल कारक सभी ने छोटे शहरों और कस्बों में एक वास्तविक रियल्टी रैली की सुविधा प्रदान की है। आश्चर्य नहीं कि बड़े और छोटे दोनों डेवलपर्स इन सभी भौगोलिक क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं - और ‘हाउसिंग फॉर ऑल’ प्रोग्राम एवं स्मार्ट सिटीज मिशन’ के रियल इस्टेट व केंद्र के मिशन की ओर अच्छी तरह से आगे बढ़ रहे हैं।
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