गांधीनगर, महिंद्रा फार्म इक्विपमेंट सेक्टर और महिंद्रा एग्री सॉल्यूशंस लिमिटेड और दुनिया की सबसे बड़ी बीज आलू कंपनी एचजेडपीसी होल्डिंग बी.वी. के संयुक्त उद्यम महिंद्रा एचजेडपीसी प्राइवेट लिमिटेड ने गांधीनगर, भारत में ग्लोबल पोटैटो कॉन्क्लेव-2020 में भाग लिया। सीपीआरआई, शिमला की ओर से महात्मा मंदिर में आयोजित यह ग्लोबल इवेंट 28-31 जनवरी, 2020 तक सभी किसानों के लिए खुला रहा।
कॉन्क्लेव में महिंद्रा एचजेडपीसी (एमएचजेडपीसी) ने आलू की अपनी 6 नई किस्मों को प्रदर्शित किया। ये हैं- कॉलोम्बा, मेम्फिस, टाॅरस, सगेटा, आइवरी रसेट और इनोवेटर। ये किस्में भारतीय आलू किसानों को बेहतर उपज, बाजार मूल्य और गुणवत्ता विशेषताओं के माध्यम से अपनी आय बढ़ाने में मदद करने के लिए निश्चित तौर पर सहायक हैं।
इनोवेटर किस्म फ्रेंच फ्राय निर्माताओं के बीच पहले से ही लोकप्रिय है, और अब आइवरी रसेट इस सेगमेंट में एक नया प्रवेश है। टाॅरस जो चिप्स उद्योग की जरूरतों को पूरा करता है, उसका लंबी अवधि तक भंडारण किया जा सकता है, और यह अवधि किसी भी मौजूदा भारतीय किस्म से अधिक है। कॉलोम्बा और मेम्फिस उच्च उपज वाली किस्में हैं, जबकि सगेटा का उपयोग प्रोसेसिंग फ्राइज और टेबल उपभोग दोनों में किया जा सकता है।
इस दौरान महिंद्रा फार्म इक्विपमेंट सैक्टर ने अपनी अत्याधुनिक प्रीसिशन फार्मिंग और साॅयल मैपिंग और उर्वरक ड्रिलिंग से संबंधित मशीनीकरण समाधान को भी प्रदर्शित किया। साथ ही, पोटैटो प्लान्टर्स महिंद्रा डेवुल्फ, पोटैटो स्पेशल महिंद्रा नोवो और महिंद्रा युवो ट्रेक्टर्स का प्रदर्शन भी किया गया। मशीनीकरण समाधानों और आलू की विशेषीकृत किस्मों के साथ महिंद्रा भारत की एकमात्र कंपनी है, जो भारतीय आलू किसानों के लिए संपूर्ण समाधान की पेशकश कर सकती है।
ग्लोबल पोटैटो कॉन्क्लेव-2020 में, महिंद्रा ने किसानों के लिए विशेष रूप से बनाए गए प्रदर्शन क्षेत्र में आलू की खेती संबंधी टैक्नोलाॅजी में महिंद्रा के नवीनतम अनुभव के लिए एक फील्ड दिवस का आयोजन भी किया।
इन किसानों को संबोधित करते हुए महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के प्रेसीडेंट-एग्री सैक्टर अशोक शर्मा ने कहा, ‘‘खेती-बाड़ी से संबंधित विश्व स्तरीय समाधान किसानों के समक्ष प्रस्तुत करने मंे महिंद्रा हमेशा अग्रणी रहा है। आज, हम भारतीय किसानों के सामने आलू बीज की वैश्विक रूप से स्वीकृत किस्मों को पेश करते हुए गर्व का अनुभव कर रहे हैं। हमें विश्वास है कि इस नए पोर्टफोलियो के साथ, हम न केवल आलू किसानों को भारतीय उपभोक्ताओं से प्रीमियम हासिल करने में मदद करेंगे, बल्कि प्रोसेसर्स और खाद्य कंपनियों के लिए भी उच्चतम गुणवत्ता वाले, प्रोसेसिंग योग्य, भारतीय आलू पेश करने में सक्षम होंगे।‘‘
भारत में कई प्रगतिशील बीज आलू उत्पादकों के साथ मिलकर काम करने और पूरे देश में एक व्यापक वितरण नेटवर्क के माध्यम से गुणवत्ता वाले आलू के बीज पहुंचाने में जुटी कंपनी महिंद्रा एचजेडपीसी सस्टेनबिलिटी को ध्यान में रखते हुए कारोबारी कदम उठाती है और इस दौरान पर्यावरण और समाज के हितों का ध्यान रखने की प्रवृत्ति को बढ़ावा देती है। संयुक्त उद्यम नवीनतम तकनीक और नई किस्मों तक पहुंच बना रहा है और भारतीय किसानों के लिए वैश्विक बाजार खोलने की राह प्रशस्त कर रहा है।
आलू की खेती में समाधान की पूरी श्रृंखला वैश्विक कृषि समुदाय को समग्र और किफायती स्तर पर प्रदान करने के लिए भविष्य की टैक्नोलाॅजी में निवेश करने के लिए महिंद्रा के एक और प्रयास के अनुसार ही है। इस तरह यह भी स्पष्ट होता है कि फार्म इक्विपमेंट के क्षेत्र मंे महिंद्रा पारंपरिक तकनीक तक ही सीमित नहीं है, बल्कि कंपनी अपने इनोवेशन के जरिये नए युग की एग्री और प्रीसिशन फार्मिंग टैक्नोलाॅजी का भी उपयोग कर रही है।
महिंद्रा ने कृषि मशीनरी में वैश्विक कंपनियों के साथ भागीदारी की है और रणनीतिक रूप से कृषि और प्रौद्योगिकी स्टार्ट-अप में निवेश किया है, ताकि सस्ती कीमतों पर कुछ बेहतरीन खेती समाधान विकसित किए जा सकें। कंपनी के ग्लोबल इनोवेशन सेंटर्स के ईको-सिस्टम में कृषि, डिजिटल और यंत्रीकृत समाधान विकसित किए गए हैं, ताकि छोटे किसानों के जीवन में बदलाव लाया जा सके और तकनीक के माध्यम से वे समृद्धि को हासिल कर सकें।
प्रोडक्ट्स जिनका डिस्प्ले किया गयाः
महिंद्रा 275 एक्सपी प्लस
महिंद्रा युवो 415 पोटैटो स्पेशल
महिंद्रा युवो 575 4 डब्ल्यूडी ड्राइलैंड
महिंद्रा नोवो 605 2 डब्ल्यूडी
पोटैटो प्लांटर
बूम स्पेयर
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