मुंबई, यूनियन एएमसी ने यूनियन मिड-कैप फंड ("योजना") के लॉन्च की घोषणा की। यह दरअसल एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है, जिसमें मुख्य रूप से मध्यम आकार की कंपनियों के शेयरों में निवेश की सुविधा उपलब्ध है। न्यू फंड ऑफर (एनएफ़ओ) की शुरुआत 2 मार्च, 2020 को होगी, तथा इसका समापन 16 मार्च, 2020 को होगा। 23 मार्च, 2020 को आवंटन किया जाएगा, तथा 30 मार्च, 2020 को इसे सतत बिक्री एवं पुन: खरीद के लिए दोबारा खोला जाएगा।
यह योजना निफ़्टी मिडकैप 100 इंडेक्स$ (TRI) के समक्ष बेंचमार्क है तथा इसका प्रबंधन श्री विनय पहाड़िया और श्री हार्दिक बोरा द्वारा किया जाएगा। निवेश के लिए आवश्यक न्यूनतम राशि ₹5,000 है और उसके बाद ₹1 के गुणकों में निवेश किया जा सकता है। इस योजना के तहत मुख्य रूप से मिड-कैप कंपनियों के इक्विटी तथा इक्विटी से संबंधित साधनों में निवेश किया जाएगा।
इस योजना के बारे में बताते हुए, जी. प्रदीपकुमार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ), यूनियन एसेट मैनेजमेंट कंपनी प्राइवेट लिमिटेड, ने कहा, "यूनियन मिड-कैप फंड की शुरुआत, सही मायने में अपने निवेशकों को उत्पादों का पूरा समुच्चय उपलब्ध कराने के हमारे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है। आमतौर पर मिड-कैप कंपनियों के विकास की संभावनाएं काफी अधिक होती हैं, लेकिन इनके साथ अधिकतम अस्थिरता, खासकर अल्पावधि में, भी जुड़ी होती है। मिड-कैप श्रेणी के शेयरों में से कुछ के विकास की दर काफी तीव्र होती है और अंततः वे बड़ी कंपनियों में तब्दील हो जाते हैं। हालांकि, मिड-कैप सेगमेंट में कई ऐसी कंपनियां भी हैं जो अस्थिर होती हैं और आगे बढ़ने में असफल रहती हैं। इसलिए, मिड-कैप फंड का प्रबंधन करते समय स्टॉक का चयन करना बेहद अहम घटक बन जाता है। यहीं पर यूनियन म्युचुअल फंड द्वारा अपनाई जाने वाली निवेश की सशक्त प्रक्रिया बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इससे हमें यह सुनिश्चित करने में मदद मिलती है कि, हम किफायती मूल्य पर उच्च गुणवत्ता वाली कंपनियों का चयन कर सकें। मिड-कैप फंड्स के लिए सही तरीके से आवंटन करने पर निवेशक के पोर्टफोलियो के कुल रिटर्न में बढ़ोतरी हो सकती है।”
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