5जी इंडिया फोरम ने आईटीयू बैठक में नयी 5जी रेडियो प्रौद्योगिकी की अत्याधुनिक रिपोर्टिंग प्रस्तुत की - Karobar Today

Breaking News

Home Top Ad

Post Top Ad

Saturday, March 7, 2020

5जी इंडिया फोरम ने आईटीयू बैठक में नयी 5जी रेडियो प्रौद्योगिकी की अत्याधुनिक रिपोर्टिंग प्रस्तुत की



Coai


नयी दिल्ली- भारत में दूरसंचार ऑपरेटरों ने नवीनतम प्रौद्योगिकी में सतत निवेश के साथ उपभोक्ताओं को सर्वोत्तम सेवाएं उपलब्ध कराने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। 5जी इंडिया फोरम स्वतंत्र आकलन समूह (5जीआईएफ आईईजी) की अंतिम रिपोर्ट में कहा गया है कि ऑपरेटर 5जी स्पेक्ट्रम के युग में एक न्यूनतम तकनीकी निष्पादन आवश्यकता पूरी करने वाली प्रौद्योगिकियों का पता लगाने और उन्हें अपनाने की ताकत के साथ उपभोक्ताओं को सशक्त कर रहे हैं। इस प्रयास का एक महत्वपूर्ण परिणाम यह है कि मूल्यांकन के उद्देश्य से एक उद्योग ग्रेड का सिमुलेटर बनाया गया जिसका उपयोग भारत में भावी प्रौद्योगिकी के अध्ययन के लिए किया जा सकता है।
5जी इंडिया फोरम (5जीआईएफ) की स्थापना सीओएआई के तत्वावधान में किया गया जिसका लक्ष्य अगली पीढ़ी के संचार के विकास में अग्रणी ताकत बनना है और यह राष्ट्रीय प्रयासों में सामंजस्य स्थापित करेगा और भारत में 5जी पारितंत्र के वाणिज्यिक और नियामकीय विकास के साथ ही रणनीति बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
जहां 5जीआईएफ आईईजी का प्राथमिक उद्देश्य आईटीयू परिभाषित रूपरेखा में कैंडिडेट प्रौद्योगिकियों का मूल्यांकन करना है, सीओएआई ने आईईजी को 3जीपीपी मानक आधारित प्रौद्योगिकियों (जिसने दो दशक से अधिक समय तक सफलतापूर्वक निर्बाध कनेक्टिविटी दी और व्यापक स्तर पर बाजार को अंगीकार करने की सुविधा दी) का व्यवहार अब एनडीसीपी 2018 द्वारा तय लक्ष्यों को कैसे पूरा कर रहा है, इसका पता लगाने का काम सौंपा है। इस संबंध में हमने कई अतिरिक्त परिदृश्यों पर मूल्यांकन नतीजें उपलब्ध कराए हैं जो वास्तव में भारतीय नेटवर्क की स्थापना को परिलक्षित करते हैं।
5जी इंडिया फोरम (5जीआईएफ) का हिस्सा 5जीआईएफ आईईजी नए 5जी (जिसे आईएमटी-2020 के तौर पर भी जाना जाता है) कैंडिडेट रेडियो प्रौद्योगिकियों के मूल्यांकन के लिए पंजीकृत स्वतंत्र मूल्यांकन समूह है। इसका गठन 5जी के लिए भारतीय दूरसंचार नेटवर्क स्थापित करने के दृष्टिकोण से इन प्रौद्योगिकियों का मूल्यांकन करने के लिए किया गया। इस समूह में दूरसंचार ऑपरेटर, ओईएम, विश्वविद्यालय और एक सामूहिक तौर पर भागीदारी करने वाले व्यक्तिगत विशेषज्ञ शामिल हैं। 5जीआईएफ का लक्ष्य भारत में 5जी पारितंत्र के वाणिज्यिक और नियामकीय विकास के लिए रणनीति बनाने में एक अहम भूमिका अदा करना है।
सीओएआई के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यूस के मुताबिक, हमें यह घोषणा करते हुए बेहद खुशी है कि 5जीआईएफ आईईजी की अंतिम रिपोर्ट आईटीयू-आर डब्ल्यूपी5डी समूह द्वारा अब प्रकाशित कर दी गई है। यह समूह 5जी (आईएमटी-2020) प्रौद्योगिकियों का मूल्यांकन कर रहा है। सीओएआई का दृढ़ विश्वास है कि 5जीआईएफ आईईजी की रिपोर्ट में नवीनतम 5जी प्रौद्योगिकियों के मूल्यांकन में भारत की तकनीकी विशेषज्ञता प्रदर्शित की गई है और इस रिपोर्ट में वे सभी जानकारियां हैं जिनकी वैश्विक ऑपरेटरों को अपने निर्णय में जरूरत पड़ती है।
5जीआईएफ आईईजी ने दो वर्गों में कैंडिडेट रेडियो इंटरफेस टेक्नोलॉजी (आरआईटी) प्रस्तुतियों का मूल्यांकन किया है। पहले वर्ग में वैश्विक स्तर पर सुसंगत मानकों वाले वर्ग से जुड़ी कैंडिडेट आरआईटी प्रस्तुति शामिल है जोकि 3जीपीपी (खासतौर पर 3जीपीपी न्यू रेडियो) द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों पर आधारित है। मूल्यांकन के दूसरे वर्ग में कई ऐसी प्रौद्योगिकियों को शामिल किया गया है जो वैश्विक स्तर पर सुसंगत मानकों वाले वर्ग से जुड़ी नहीं हैं। ये प्रौद्योगिकियां 3जीपीपी के साथ नेटवर्क स्थापित नहीं करतीं हैं और कम रूचि वाली हैं।
उपभोकताओं से मिली प्रतिक्रिया और समीक्षा का उपयोग ऑपरेटरों द्वारा आकलन करने और उचित प्रौद्योगिकी को अपनाने में निर्णय करने के लिए किया जाएगा। 5जी के लिए एक खास प्रौद्योगिकी को अपनाना उस प्रौद्योगिकी में वैश्विक रूचि पर निर्भर करेगा। इसके बाद यह नेटवर्क और उपकरण की लागत के साथ ही मौजूदा दूरसंचार ढांचे के साथ इसकी उपयोगिता और अंतरराष्ट्रीय रोमिंग आदि में सपोर्ट का आकलन करेगा।
5जीआईएफ आईईजी द्वारा मूल्याकन के नतीजों में अफ्रीकी, दक्षिण अमेरिकी और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के प्रतिनिधियों ने रूचि दिखाई है। सीओएआई का दृढ़ विश्वास है कि इस आईईजी की स्थापना का उद्देश्य उम्मीदों पर खरा उतरा है और इसने आईटीयू की दुनिया में अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी छाप छोड़ी है।
सीओएआई ने 5जीआईएफ आईईजी प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई की और एरिक्सन इंडिया ने इस बैठक में मूल्याकन पर प्रारूप समूह की अध्यक्षता की। इस प्रतिनिधिमंडल में क्वालकॉम इंडिया, इंटेल इंडिया और हुआवेई इंडिया के प्रतिनिधि शामिल थे।
इस मूल्याकन गतिविधि को अमृता युनिवर्सिटी, एलएनएमआईआईटी युनिवर्सिटी, शिव नाडर युनिवर्सिटी और एमिटी युनिवर्सिटी से अकादमिक सदस्यों ने सहयोग प्रदान किया। उद्योग जगत से प्रतिभागियों में भारती एयरटेल लिमिटेड, वोडाफोन आइडिया लिमिटेड, एरिक्सन इंडिया, हुआवेई इंडिया, इंटेल इंडिया, नोकिया इंडिया, क्वालकॉम इंडिया और जेडटीई इंडिया से विशेषज्ञ शामिल रहे।



No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad