~ दक्षिण अफ्रीका की एक्सारो रिसोर्सेस लिमिटेड कंपनी ने टाटा पावर कंपनी लिमिटेड की संपूर्ण मलिकी की उपकंपनी खोपोली इंवेस्टमेंट्स लिमिटेड के हिस्से के सेनर्जी जॉइंट वेंचर के सभी 50% शेयर्स खरीद लिए हैं ~
राष्ट्रीय, खोपोली इंवेस्टमेंट्स लिमिटेड ने (टाटा पावर की 100% मलिकी की कंपनी) सेनर्जी (Cennergi) इस दक्षिण अफ्रीकन साझेदारी कंपनी के अपने सभी शेयर्स एक्सारो रिसोर्सेस लिमिटेड को बेचने की प्रक्रिया को आज पूरा किया। बिक्री की कीमत में 1,550 मिलियन ज़ार (दक्षिण अफ्रीकन रैंड) और सामान्य क्रियाशील पूंजी और अन्य समायोजन शामिल हैं।
सेनर्जी (पीटीवाई) लिमिटेड में एक्सारो रिसोर्सेस लिमिटेड और टाटा पावर कंपनी लिमिटेड की संपूर्ण मलिकी की उपकंपनी खोपोली इंवेस्टमेंट्स लिमिटेड की 50:50 साझेदारी थी। एक्सारो दक्षिण अफ्रीका की अग्रणी कोयला उत्पादक कंपनी है।
एक्सारो रिसोर्सेस लिमिटेड ने खोपोली इंवेस्टमेंट्स लिमिटेड के सभी 50% शेयरहोल्डिंग खरीद लिए हैं, जिससे अब सेनर्जी की 100% मलिकी एक्सारो को मिली है।
दक्षिण अफ्रीका में सेनर्जी के दो विंड फार्म्स हैं - आमखला इमोयेनी (134.4 मेगावैट क्षमता और 95% शेयरहोल्डिंग) और त्सित्सिकामा कम्युनिटी विंड फार्म (95.3 मेगावैट क्षमता और 75% शेयरहोल्डिंग) इन दोनों परियोजनाओं ने सरकारी ऊर्जा कंपनी एस्कॉम के साथ 20 सालों का बिजली खरीद करार किया है।
टाटा पावर के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर प्रवीर सिन्हा ने बताया, "सबऑप्टीमल आकार की अंतर्राष्ट्रीय संपत्तियों का विनिवेश करके बैलेंस शीट को डीलीवरेज करने की हमारी नीति के अनुसार इस दक्षिण अफ्रीकन संपत्ति को बेचने का निर्णय लिया गया है।"
उन्होंने आगे कहा, "इस बिक्री से मिली हुई रकम को उन नए स्थानों पर निवेश किया जाएगा जहां आगे बढ़ने के कई अवसर उपलब्ध हैं। हमारी कंपनी भारत में शाश्वत ऊर्जा, ऊर्जा वितरण और सेवाओं पर आधारित व्यवसायों पर ध्यान केंद्रित करेगी जो हमें अधिक मूल्य देंगे और इनसे हमें ग्राहकों की बढ़ती हुई, नयी मांगों को पूरा करने में भी मदद मिलेगी।"
इस व्यवहार में खोपोली इंवेस्टमेंट्स लिमिटेड की एकमात्र सलाहकार एबीएसए बैंक थी।
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