तन, मन और आत्मा का उत्सव 12-14 अक्टूबर को
जयपुर / पुष्कर। अग्रणी परफॉर्मिंग आट्र्स एंटरटेनमेंट कंपनी, टीमवर्क आट्र्स की ओर से आयोजित लोकप्रिय फेस्टिवल ‘‘द सेक्रेड पुष्कर’’ के चौथे संस्करण का आगाज़ 12-14 अक्टूबर 2018 को होने जा रहा है। फेस्टिवल में पावन संगीत प्रस्तुति के साथ हीलिंग थैरेपी, योग, निर्देशित ध्यान, दिलचस्प कार्यशालाएं, स्वादिष्ट व्यंजन और समयातीत पुष्कर की विरासत के भ्रमण की भी व्यवस्था है। ‘‘द सेक्रेड पुष्कर’’ फेस्टिवल में शहर के आध्यात्मिक माहौल के साथ चिरयुवा, दिल को छू लेने वाला, गुंजायमान और दिव्य संगीत एक ईश्वरीय एहसास कराएगा। समारोह में कई प्रभावशाली और वैविध्य से भरे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों को सुनने का मौका मिलेगा, जो पुष्कर झील के गिर्द बसे राजस्थान के छोटे से शहर को इसकी पौराणिकता के साथ सजीव कर देंगे। संगीत को ही केंद्र में रखकर आयोजित होने वाले इस फेस्टिवल में पुरस्कार विजेता गायक और संगीतकार, बॉम्बे जयश्री और शास्त्रीय संगीत के शम चौरसिया घराने की मशहूर सूफी गायिकाएं नूरां सिस्टर्स अपनी धुनों पर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर देंगी। समारोह के चौथे संस्करण की बात करते हुए टीमवर्क आट्र्स के प्रबंध निदेशक संजॉय रॉय ने कहा, ‘‘टीमवर्क आट्र्स में हम रचनात्मक अभिव्यक्ति का जश्न मनाते हैं, और यह फेस्टिवल तो खुद अपने आप में उन सभी पावन भावनाओं का साकार रूप है, जो पहले से ही हमारे अंदर मौजूद हैं। पुष्कर के शांत माहौल से लेकर विशेषज्ञों के निर्देशन में दिन भर चलने वाले थैरेपी सत्र, मन के तार छेड़ देने वाली प्रस्तुतियां और आने वाले मेहमानों के लिए, नई आवाजें, नयी सोच, नए प्रयत्न, नया नजरिया और नया स्वाद चखने का मौका भी होगा।’’
राजस्थान पर्यटन, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार और अतुल्य भारत द्वारा समर्थित ‘‘द सेक्रेड पुष्कर’’ आपको पुष्कर की धर्म, वास्तुकला, पाक कला और हस्तकला से संपन्न वैविध्य भरी धरोहर को सराहने और आत्मसात करने का मौका देगा । साथ ही इसके खूबसूरत घाट, ऑर्गेनिक फ़ूड का स्वादिष्ट मेला और स्थानीय कारीगरों की खूबसूरत कारीगरी भी आपके सामने प्रस्तुत होगी।
जयपुर घाट की सुबहें योग और ध्यान के सत्र से सजी होंगी: स्वरक्षेम फाउंडेशन के संस्थापक सौम्या सनक अथरेया और सनक कुमार अथरेया म्यूजिक थैरेपी देंगे। गायक और संगीतकार बिंदु मालिनी व वेदांत और जानी-मानी सरोद वादक देबस्मिता भट्टाचार्य द्वारा संगीत की पावन प्रस्तुति और मंत्रोच्चार होगा। वहां एक विशेष रूप से क्यूरेटेड ‘‘सेक्रेड गार्डन’’ भी होगा, जहाँ आगंतुक आर्गेनिक फूड बाज़ार और आर्गेनिक मर्चेंडाइज व परिधानों का भी लुत्फ ले सकेंगे।
जयपुर घाट में शानदार संगीत के साथ सूर्य अस्त होने का लुत्फ़ लिया जा सकता है। कलाकार बॉम्बे जयश्री न सिर्फ कर्नाटक बल्कि हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत में भी पारंगत है और 35 से ज्यादा देशों में प्रस्तुति कर चुकी हैं। सूफी संगीत की दमदार आवाज़ नूरां सिस्टर्स जिन्होंने अलाह हू से कामयाबी पाई और फिर हाईवे, सुल्तान, मिज्र्या, दंगल, जब हैरी मेट सेजल जैसी बॉलीवुड फिल्मों से घर-घर में छा गईं और उज़बेक शास्त्रीय संगीत की उभरती कलाकार युल्दुज़ तुर्दियेवा, जो अपने बुखारा (मावरेगी) के रंगपटल के लिए जानी जाती हैं।
हालाँकि सुबह और शाम की संगीत प्रस्तुति पूरी तरह फ्री और सबके लिए खुली है, लेकिन एक ख़ास तरह का अनुभव डेलीगेट पैकेज के माध्यम से उठा सकते हैं, जहाँ डेलिगेट्स हमारे साथ एक यादगार सफऱ का हिस्सा बनेंगे, जिसमें पुष्कर की गलियों से होते हुए ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण, म्यूजिक वर्कशॉप और कुछ ख़ास तरह की थैरेपी शामिल हैं, जैसे बोवेन तकनीक, क्रेनियोसेक्रल थैरेपी, मार्मा थैरेपी, डीप टिश्यू और आयुर्वेदिक मसाज इत्यादि।
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