जयपुर। ऑल इंडिया शुगर ट्रेड एसोसिएशन के आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2018-19 में भारतीय चीनी मिलों से 8.3 लाख टन चीनी का निर्यात हुआ है। इसमें से करीब 4.5 लाख टन चीनी का निर्यात उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों से हुआ है। कुल निर्यात में ज्यादातर चीनी कच्ची चीनी है। करीब 200000 टन चीनी का निर्यात थर्ड पार्टी contract के जरिए हुआ है। थर्ड पार्टी कॉन्ट्रैक्ट में चीनी मिल चीनी की मिनिमम इंडिकेटिव एक्सपोर्ट प्राइस trader वह trader house को देती है। जो भी इस कीमत पर चीनी खरीदना चाहता है वह कहीं से भी चीनी खरीद सकता है। महाराष्ट्र की चीनी मिलें चीनी निर्यात में पीछे हैं क्योंकि उनकी ज्यादातर चीनी कर्ज़ दाता के पास गिरवी पड़ी है और कर्ज़ दाता चीनी मिलों को कम दरों पर चीनी बेचने की इजाजत नहीं दे रहे हैं।
वही इंडियन शुगर मिल एसोसिएशन देश का चीनी उत्पादन 355 लाख टन से घटाकर 315 लाख टन कर दिया है। इस स्थिति से लग रहा है कि चीनी की कीमतें स्थिर रहेगी।
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