जयपुर। इस वर्ष गन्ने की फसल कम बैठने के कारण चीनी का उत्पादन गत वर्ष के मुकाबले कुछ कम रह सकता है। जानकारों के मुताबिक ऐसा महाराष्ट्र में गन्ने में सफेद कीड़ा लगने और उत्तर प्रदेश में गन्ने के खेतों में पानी भरने के कारण हो सकता है।
अक्टूबर से शुरू होने वाले वर्तमान शुगर सीजन में होने वाले उत्पादन के आंकड़ों के संबंध में चीनी क्षेत्र के लिए कार्यरत प्रमुख संस्था ISMA की बैठक 29 अक्टूबर को होगी। हालांकि संस्था द्वारा चीनी का प्रारंभिक उत्पादन आंकड़ा 32 मिलियन टन जारी करने का संकेत है जो कि गत वर्ष की समान अवधि में 32.5 मिलियन टन था।
संस्था द्वारा अपना सबसे पहला अनुमान जुलाई महीने में जारी किया था। तब संस्था ने देश में चीनी का उत्पादन 35 से 35.5 मिलियन टन होने का अनुमान जारी किया था। यह स्थिति गन्ना पेराई करने वाली इकाइयों के लिए फायदेमंद है जो वर्तमान सीजन में चीनी का उत्पादन शुरू कर रही हैं। क्योंकि पहले उन्हें चीनी की अतिरिक्त आपूर्ति का डर था जो अब नहीं रहेगा। अनुमान है कि देश में चीनी के नए सीजन की शुरुआत 10 मिलियन टन सर प्लस इन्वेंटरी के साथ होगी और अभी चीनी का भंडार करने के लिए जगह की कमी भी है।इसको देखते हुए लगता है कि ना तो चीनी में बड़ी गिरावट आएगी और ना ही ज्यादा बढ़त।
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