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Saturday, April 27, 2019

महिंद्रा फाइनेंस का ग्राहक आधार हुआ 60 लाख से अधिक





मुंबई। ग्रामीण और अर्ध-शहरी बाजारों में वित्तीय सेवाओं की अग्रणी प्रदाता, महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (महिंद्रा फाइनेंस) के निदेशक मंडल ने आज  31 मार्च 2019 को समाप्त हुई चौथी तिमाही और वर्ष के लिए ऑडिट किए गए वित्तीय परिणामों की घोषणा की
कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के निर्देश के अनुसार, कंपनी ने 1 अप्रैल, 2018 से भारतीय लेखा मानक (इंडियन एकाउंट स्टैंडर्ड-इंड एएस) को अपनाया है। 31 मार्च, 2019 को समाप्त चौथी तिमाही और वर्ष के लिए परिणाम तैयार किए गए हैं और इंड एएस के अनुपालन में रिपोर्ट किए गए हैं। पिछले वर्ष की इसी अवधि के तुलनात्मक आंकड़े भी इंड एएस के अनुसार बहाल किए गए हैं।

वित्तीय वर्ष-2019 वर्ष के लिए अद्यतन (वाईटीडी) स्टैंडअलोन परिणाम
31 मार्च 2019 को समाप्त वर्ष के दौरान कुल आय 32 फीसदी बढ़कर 8,810 करोड़ रुपए हो गई, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 6685 करोड़ रुपए थी। 31 मार्च, 2019 को समाप्त वर्ष के दौरान प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स (पीएटी) 1,557 करोड़ रुपए रहा, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान तुलनात्मक रूप से यह 1,076 करोड़ रुपए था, पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 45 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। 31 मार्च 2018 को समाप्त हुए वर्ष के लिए पीएटी में सहायक कंपनी महिंद्रा इंश्योरेंस ब्रोकर्स लिमिटेड में शेयरों की बिक्री पर लाभ के 50 करोड़ (पोस्ट टैक्स) का एक एक्सेप्शनल आइटम भी शामिल है। एक्सेप्शनल आइटम पर विचार किए बिना पीएटी ने पिछले वर्ष की इसी अवधि में 52 फीसदी की वृद्धि दर्ज की।

वित्तीय वर्ष-2019 वर्ष की चौथी तिमाही के लिए स्टैंडअलोन परिणाम
31 मार्च, 2019 को समाप्त तिमाही के दौरान कुल आय में 37 फीसदी की वृद्धि हुई, जो 2,480 करोड़ रुपए थी, तुलनात्मक रूप से यह पिछले वर्ष इसी अवधि में 1,808 करोड़ रुपए थी। 31 मार्च, 2019 को समाप्त तिमाही के दौरान प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (पीएटी) 588 करोड़ रुपए था, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान यह 314 करोड़ रुपए रहा, पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 87 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी।

वित्तीय वर्ष-2019 वर्ष के लिए समेकित परिणाम
31 मार्च, 2019 को समाप्त वर्ष के दौरान कुल आय 32 फीसदी बढ़कर 10,431 करोड़ रुपए हो गई, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 7,912 करोड़ रुपए थी। 31 मार्च, 2019 को समाप्त वर्ष के दौरान प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (पीएटी) 1,867 करोड़ रुपए रहा, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान यह 1,216 करोड़ रुपए रहा, पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 54 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी।

लाभांश
बोर्ड ने आज आयोजित अपनी बैठक में  पिछले वर्ष के 200 फीसदी की तुलना में 31 मार्च, 2019 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए 325 फीसदी के लाभांश की सिफारिश की, जिसमें (125 फीसदी का विशेष लाभांश भी शामिल है)।

संचालन
31 मार्च, 2019 को समाप्त अवधि के दौरान, कंपनी का ग्राहक आधार 61 लाख को पार कर गया है।
31 मार्च, 2019 को समाप्त वर्ष के लिए वित्तपोषित परिसंपत्तियों का कुल मूल्य पिछले वर्ष की समान अवधि से 22 फीसदी की वृद्धि दर्ज करते हुए 46,210 करोड़ रुपए हो गया है, पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 37,773 करोड़ रुपए था।
कुल परिसंपत्ति प्रबंधन (एयूएम) 31 मार्च, 2019 के लिए 67,078 करोड़ रुपए पर खड़ा था, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 52,793 करोड़ रुपए था, तुलनात्मक रूप से 27 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
कंपनी मोटर वाहन और ट्रैक्टरों के लिए अग्रणी है, जिसमें पूर्व-स्वामित्व वाले वाहन भी शामिल हैं। वर्ष के दौरान, पूर्व-स्वामित्व और वाणिज्यिक वाहन खंड में वृद्धि अधिक थी। हमने अपने सभी प्रमुख उत्पादों में बाजार हिस्सेदारी और संख्यात्मक वृद्धि भी प्राप्त की है।
कंपनी की पूंजी और ऋण की स्थिति मजबूत है और एएलएम की स्थिति भी बहुत अच्छी तरह से संतुलित है।
हम गुणवत्ता पर उच्च ध्यान बनाए रखना जारी रखते हैं जिसके कारण पिछले वर्ष की तुलना में एनपीए कम हुए हैं।
इम्पेरमेंट प्रोविजनिंग को इंड एएस में निर्धारित एक्सपेक्टेड क्रेडिट लॉस (ईसीएल) पद्धति के अनुसार किया गया है, जिसमें तीन चरणों में प्रोविजनिंग की आवश्यकता होती है। कंपनी ने 90 दिनों से अधिक की उम्र वाले सभी ऋण खातों पर स्टेज 3 (खराब हुए एसेट्स या इम्पेरमेंट एसेट्स) के तहत विचार किया है।
31 मार्च 2019 को समाप्त तिमाही के लिए ग्रोस स्टेज 3 का स्तर घटकर 5.9 फीसदी रह गया है, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही के दौरान 9.0 फीसदी था। 31 मार्च, 2019 को समाप्त तिमाही के लिए नेट स्टेज 3 का लेवल 4.8 फीसदी चला गया है, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही के दौरान 6.2 फीसदी था। स्टेज 3 प्रोविजनिंग कवरेज अनुपात 19.2 फीसदी रहा।

सहायक कंपनियां
महिंद्रा इंश्योरेंस ब्रोकर्स लिमिटेड (एमआईबीएल)
31 मार्च, 2019 को समाप्त तिमाही के दौरान, एमआईबीएल ने पिछले वर्ष के 88.4 करोड़ रुपए की तुलना में 99.7 करोड़ रुपए की आय दर्ज की, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि से 13 फीसदी अधिक है। 31 मार्च, 2019 को समाप्त तिमाही के दौरान प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (पीएटी) 26.7 करोड़ रुपए रहा, जो कि पिछले वर्ष 22.5 करोड़ रुपए था, पिछले वर्ष की समान अवधि से 19 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी।
31 मार्च, 2019 को समाप्त वर्ष के दौरान, एमआईबीएल ने 323.4 करोड़ रुपए की आय दर्ज की, तुलनात्मक रूप से पिछले वर्ष यह आंकड़ा 245.1 करोड़ रुपए था, पिछले वर्ष की इसी अवधि से 32 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। 31 मार्च 2019 को समाप्त वर्ष के दौरान प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स (पीएटी) 71.4 करोड़ रुपए था, पिछले वर्ष की इसी अवधि के लिए यह 53.6 करोड़ रुपए था, तुलनात्मक रूप से 33 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।

महिंद्रा रूरल हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (एमआरएचएफएल)
31 मार्च, 2019 को समाप्त तिमाही के दौरान एमआरएचएफएल ने 353.7 करोड़ रुपए की आय दर्ज की, जबकि पिछले वर्ष यह 287.9 करोड़ रुपए थी, तुलनात्मक रूप से पिछले वर्ष की समान अवधि से 23 फीसदी की वृद्धि हुई। 31 मार्च, 2019 को समाप्त तिमाही के दौरान प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स (पीएटी) 82.0 करोड़ रुपए दर्ज हुआ, जो पिछले वर्ष 46.3 करोड़ रुपए था, पिछली वर्ष की समान अवधि की तुलना में इसमें 77 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
31 मार्च, 2019 को समाप्त वर्ष के लिए, पिछले वर्ष के 1,034.8 करोड़ रुपए की तुलना में 1,383.9 करोड़ रुपये की आय दर्ज की गई, जो पिछले वर्ष की तुलना में 34 फीसदी की वृद्धि है। 31 मार्च, 2019 को समाप्त वर्ष के दौरान प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स (पीएटी) 250.5 करोड़ रुपए रहा, जो पिछले वर्ष 173.9 करोड़ रुपए था, पिछले वर्ष की तुलना में 44 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई।

महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (एमएएमसीपीएल)
31 मार्च, 2019 को समाप्त तिमाही के दौरान, एमएएमसीपीएल ने पिछले वर्ष की समान अवधि के 7.01 करोड़ रुपए की तुलना में 3.30 करोड़ रुपए की फीस अर्जित की। 31 मार्च, 2019 को समाप्त तिमाही के दौरान कंपनी को 7 करोड़ रुपए की हानि हुई, तुलनात्मक रूप से पिछले वर्ष की इसी अवधि के लिए 13.47 करोड़ रुपए की हानि हुई थी।
31 मार्च, 2019 को समाप्त वर्ष के दौरान, एमएएमसीपीएल ने 23.07 करोड़ रुपए की फीस अर्जित की, पिछले वर्ष की समान अवधि के लिए यह आंकड़ा 18.62 करोड़ रुपए था। 31 मार्च, 2019 को समाप्त वर्ष के दौरान कंपनी को 39.49 करोड़ रुपए का घाटा हुआ, तुलनात्मक रूप से पिछले वर्ष की समान अवधि के लिए यह आंकड़ा 33.43 करोड़ रुपए था।
31 मार्च, 2019 को समाप्त हुए महीने के लिए एमएएमसीपीएल की एवरेज एसेट्स अंडर मैनेजमेंट 9 योजनाओं में 4,871 करोड़ रुपए थी, जो मार्च 2018 के एवरेज एसेट्स में 45 फीसदी की वृद्धि को दिखाते हुए 3,352 करोड़ रुपए रहा। इन एसेट्स में से, एमएएमसीपीएल ने 1,449 करोड़ रुपए के इक्विटी एसेट्स का प्रबंधन किया, जो मार्च 2018 के 1,173 करोड़ रुपए के इक्विटी एसेट्स की तुलना में 24 फीसदी की वृद्धि को दर्शाता है। क्लाइंट खातों की संख्या 126,737 से बढ़कर 159,399 हो गई, जो पिछले साल की तुलना में 26 फीसदी की वृद्धि है।

महिंद्रा फाइनेंस यूएसए, एलएलसी (एमएफयूएसए)
31 मार्च, 2019 को समाप्त तिमाही के दौरान, एमएफयूएसए ने 17.24 मिलियन यूएस डालर की आय दर्ज की, पिछले वर्ष यह 14.88 मिलियन यूएस डॉलर थी, पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 16 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। 31 मार्च, 2019 को समाप्त तिमाही के दौरान प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स (पीएटी) 4. 46 मिलियन डॉलर दर्ज किया गया था, जो कि पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना के 3.04 मिलियन यूएस डॉलर की तुलना में 47 फीसदी की वृद्धि है।
31 मार्च 2019 को समाप्त वर्ष के दौरान, एमएफयूएसए ने 56.13 मिलियन यूएस डॉलर की तुलना में 67.68 मिलियन यूएस डालर की आय दर्ज की, जिसमें पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 21 फीसदी की वृद्धि आई है। 31 मार्च, 2019 को समाप्त वर्ष के दौरान प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स (पीएटी) 16.26 मिलियन यूएस डॉलर दर्ज किया गया जो कि पिछले वर्ष की इसी अवधि के 9.70 मिलियन यूएस डॉलर की तुलना में 68 फीसदी की वृद्धि है।



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