मुंबई। बाजार में अनेक उत्कृष्ट उत्पादों की पेशकश करते हुए, हुए टाटा मोटर्स की यात्री कारों ने सभी को आकर्षित किया है। कंपनी के यात्री वाहन (पीवी) व्यवसाय में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के साथ,टाटा मोटर्स ने वर्ष 2016 में बड़े गर्व से इम्पैक्ट डिजाइन लैंग्वेज प्रस्तुत की थी, जिसने कंपनी के सबसे सफलतम उत्पादों में से एक टियागो के लॉन्च के साथ डेब्यू किया था। इस प्रकार ऐसे ब्राण्ड का जन्म हुआ, जो “पहली नजर में तात्कालिक प्रभाव” उत्पन्न करता है। प्रभाव को बनाये रखते हुए इस डिजाइन लैंग्वेज का विस्तार हेक्सा,टिगोर और नेक्सॉन की पेशकश के साथ हुआ।
“ग्लोकल” (वैश्विक-स्थानीय) दृष्टिकोण
‘थिंक ग्लोबल, एक्ट लोकल’, टाटा मोटर्स के डिजाइन के पीछे यही मंत्र है, जिसका नेतृत्व श्री प्रताप बोस करते हैं। डिजाइन टीम में 170 सदस्य हैं, जो लगभग 12 देशों से हैं और कंपनी के 3 स्टूडियोज में काम करते हैं, पुणे (भारत), कोवेंट्री (यूके) और तुरिन (इटली)। इस टीम में युवा और अनुभवी, दोनों लोग हैं, ग्राहकों की समझ और वैश्विक विचारों के आधार पर यह टीम उद्योग-अग्रणी और पुरस्कार विजेता डिजाइन बनाती रहती है।
इम्पैक्ट 2.0 में हुए और बदलाव
इम्पैक्ट डिजाइन के आधार पर टाटा मोटर्स ने जनवरी2018 में अपनी मौजूदा डिजाइन फिलोसॉफी का दूसरा चरण प्रस्तुत किया, जिसे इम्पैक्ट डिजाइन 2.0 कहा गया। यह टाटा मोटर्स की डिजाइन लैंग्वेज का अधिक पैना और समकालीन संस्करण है, जो यादगार और चौंका देने वाला है। 3 ‘ईएक्स’ और 3 ‘इन्स’ में डिजाइन को तरोताजा किया गया है। 3 ईएक्स का आशय डिजाइन की बाहरी विशेषताओं से है, जैसे रोमांचक भाग, अभिव्यक्तिपरक सतहें और असाधारण विवरण,जबकि 3 इन्स में आंतरिक पहलू आते हैं, जैसे आमंत्रित करते स्थान, बुद्धिमान विकल्प और स्पर्शनीय सतहें। इस वर्ष के प्रारंभ में इस डिजाइन से लॉन्च होने वाली पहली कार टाटा हैरियर थी। बेहतरीन दिखावट, उच्च प्रदर्शन और उन्नत विशेषताओं से युक्त हैरियर ने सभी को प्रभावित किया और पिछले कुछ माह में इसकी अच्छी बिक्री हुई।
सुरक्षा सर्वोपरि
टाटा मोटर्स ने वाहन सुरक्षा में हमेशा उच्चतम मापदंड स्थापित किये हैं। यह भारत की पहली ओईएम है,जिसने वर्ष 1997 में क्रैश टेस्ट में निवेश किया, उस समय क्रैश टेस्टिंग का कोई मानक देश में नहीं था। कंपनी के डिजाइन सम्बंधी कार्यों में सुरक्षा को हमेशा से प्राथमिकता दी गई है, हाल ही में यह नेक्सॉन में दिखा,जिसे मजबूत दिखावट के लिये सराहा गया और जो भारत की पहली और एकमात्र कार है, जिसे एडल्ट सेफ्टी में 5-स्टार ग्लोबल एनसीएपी रेटिंग मिली है। इम्पैक्ट 2.0 डिजाइन लैंग्वेज कार के डिजाइन को नया आयाम देती है और सुरक्षा को महत्व देती है। यह हैरियर में भी देखा जा सकता है, जिसमें सुरक्षा के लिये कई फीचर्स हैं और यह टाटा मोटर्स की एसयूवी की सुरक्षा धरोहर को आगे बढ़ाएगी।
भविष्य के डिजाइन
टाटा मोटर्स की डिजाइन टीम अब कंपनी के आगामी यात्री वाहनों की पेशकश करने के लिये तैयार है, जिनमें बहुप्रतीक्षित आल्ट्रोज़ शामिल है, इसके बाद 7-सीटर एसयूवी जिसे एच7एक्स का कोडनेम दिया गया है और इस वर्ष के जेनेवा इंटरनेशनल मोटर शो की शोस्टॉपर सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी एच2एक्स का नंबर आएगा।
ऊपर दिये गये मॉडलों की डिजाइन या कॉन्सेप्ट को मिले शुरुआती रिस्पांस को देखा जाए तो अंतिम उत्पाद निश्चित रूप से “इम्पैक्ट”फुल यानी असरदार होने का वादा करता है।
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