मुंबई।इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड (इक्विटास एसएफबी) ने सेबी के पास अपना डीआरएचपी दाखिल किया। इक्विटास एसएफबी, बैंकिंग आउटलेट्स की संख्या की दृष्टि से दूसरा सबसे बड़ा स्मॉल फाइनेंस बैंक है, और वित्त वर्ष 2019 में प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति व कुल जमा (स्रोतः क्रिसिल रिपोर्ट) की दृष्टि से भारत का दूसरा सबसे बड़ा स्मॉल फाइनेंस बैंक है।
इक्विटास एसएफबी अपने लोन पोर्टफोलियो को विविधता प्रदान करने और एसएफबी में कन्वर्ट हो चुकी अन्य माइक्रोफाइनेंस कंपनियों की तुलना में माइक्रोबिजनेस पर निर्भरता काफी कम करने में सफल रहा है (स्रोतः क्रिसिल रिपोर्ट)। वो भारत के सेवावंचित या अपर्याप्त सेवा प्रदत्त ग्राहक वर्गों को वित्तीय सेवा प्रदान करने पर जोर देते हुए ग्राहकों को कई बैंकिंग उत्पाद व सेवाएं उपलब्ध कराते हैं। कंपनी इन खण्डों में वित्तीय समावेशन को प्रोत्साहन देती है। इस कंपनी का समूह वर्ष 2007 में एक एनबीएफसी के रूप में चालू हुआ, जो ईएमएफएल (इक्विटास माइक्रो फाइनेंस लिमिटेड) के जरिए माइक्रोफाइनेंस लोन उपलब्ध कराता है।
आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) में इक्विटास होल्डिंग्स लिमिटेड (‘‘प्रवर्तक विक्रेता शेयरधारक और इस तरह के इक्विटी शेयर्स ‘‘आफर्ड शेयर्स’’) के कुल 5,500 मिलियन रु. तक के फ्रेश इश्यू (‘‘फ्रेश इश्यू’’) और 80,000,000 इक्विटी शेयर्स तक का ऑफर फॉर सेल शामिल है। इस ऑफर में 1,000 मिलियन रु. तक के शेयर पात्र ईएचएल शेयरधारकों (‘‘ईएचएल शेयरहोल्डर रिजर्वेशन पोर्सन’’) के लिए रखे जायेंगे और कुल 50 मिलियन रु. तक के शेयर्स पात्र कर्मचारियों (‘‘इम्प्लॉयी रिजर्वेशन पोर्सन’’) के लिए आरक्षित हैं।
इक्विटास एसएफबी ने बताया है कि इस ऑफर से होने वाली शुद्ध आय का उपयोग बैंक के टायर 1 कैपिटल बेस को बढ़ाने के लिए किया जायेगा, ताकि बैंक की भावी पूंजी आवश्यकताएं पूरी की जा सकें।
इस इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स (बीआरएलएम) जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड, एडेलवाइस फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड और आईआईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड हैं।
ये इक्विटी शेयर्स बीएसई व एनएसई पर सूचीबद्ध किये जायेंगे।
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