मुंबई, ग्रामीण और अर्ध-शहरी बाजारों में वित्तीय सेवाओं की अग्रणी प्रदाता, महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (महिंद्रा फाइनेंस) के निदेशक मंडल ने आज 31 दिसंबर 2019 को समाप्त हुई तीसरी तिमाही और 9 माह की अवधि के लिए गैर लेखा परीक्षित वित्तीय परिणामों की घोषणा की।
वित्तीय वर्ष 20 तीसरी तिमाही (अक्टूबर-19: दिसंबर-19) स्टैंडअलोन परिणाम
31 दिसंबर 2019 को समाप्त तिमाही के दौरान कुल आय 16 फीसदी बढ़कर 2,616 करोड़ रुपए हो गई, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 2,246 करोड़ रुपए थी। तिमाही के दौरान प्रॉफिट बिफोर टैक्स (पीबीटी) 488 करोड़ रुपए रहा, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान तुलनात्मक रूप से यह 520 करोड़ रुपए था, पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 6 फीसदी की गिरावट। 31 दिसंबर 2019 को समाप्त तिमाही के दौरान प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (पीएटी) 365 करोड़ रुपए पर, पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान तुलनात्मक रूप से यह 319 करोड़ रुपए था, 14 फीसदी की बढ़ोतरी।
वित्तीय वर्ष-2020 के लिए अद्यतन (वाईटीडी) स्टैंडअलोन परिणाम
31 दिसंबर 2020 को समाप्त 9 माह के दौरान कुल आय 20 फीसदी बढ़कर 7,569 करोड़ रुपए हो गई, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 6,331 करोड़ रुपए थी। 9 माह की अवधि के लिए प्रॉफिट बिफोर टैक्स (पीबीटी) 1,051 करोड़ रुपए रहा, पिछले वर्ष यह राशि थी 1,488 करोड़ रुपए, 29 प्रतिशत की गिरावट। 31 दिसंबर 2020 को समाप्त 9 माह के दौरान प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स (पीएटी) 685 करोड़ रुपए रहा, जबकि पिछले साल यह 969 करोड़ रुपए था, 29 फीसदी की गिरावट।
वित्तीय वर्ष 20 तीसरी तिमाही (अक्टूबर-19: दिसंबर-19) के लिए समेकित परिणाम
31 दिसंबर, 2019 को समाप्त तिमाही के दौरान कुल आय 14 फीसदी बढ़कर 3,081 करोड़ रुपए हो गई, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 2,705 करोड़ रुपए थी। प्रॉफिट बिफोर टैक्स (पीबीटी) 629 करोड़ रुपए रहा, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान यह 665 करोड़ रुपए रहा, पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स (पीएटी) 475 करोड़ रुपए रहा, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 409 करोड़ रुपए था, 16 फीसदी की वृद्धि।
वित्तीय वर्ष-2020 के लिए अद्यतन (वाईटीडी) (अप्रेल19-दिसंबर19) समेकित परिणाम
31 दिसंबर 2019 को समाप्त 9 माह की अवधि के दौरान कुल आय 18 फीसदी बढ़कर 8,856 करोड़ रुपए हो गई, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 7,529 करोड़ रुपए थी। प्रॉफिट बिफोर टैक्स (पीबीटी) 1,296 करोड़ रुपए रहा, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान तुलनात्मक रूप से यह 1,799 करोड़ रुपए था, पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 28 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (पीएटी) 847 करोड़ रुपए रहा, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान तुलनात्मक रूप से यह 1,167 करोड़ रुपए था, पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 27 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
संचालन
31 दिसंबर, 2019 को समाप्त अवधि के दौरान, कंपनी का ग्राहक आधार 6.6 मिलियन को पार कर गया है।
कुल परिसंपत्ति प्रबंधन (एयूएम) 31 दिसंबर, 2019 के लिए 75,884 करोड़ रुपए पर था, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 65,575 करोड़ रुपए था, तुलनात्मक रूप से 16 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
वित्तपोषित परिसंपत्तियों का कुल मूल्य पिछले वर्ष की समान अवधि से 4 फीसदी की गिरावट दर्ज करते हुए 33,126 करोड़ रुपए हो गया, पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 34,485 करोड़ रुपए था।
इम्पेरमेंट प्रोविजनिंग को इंड एएस में निर्धारित एक्सपेक्टेड क्रेडिट लॉस (ईसीएल) पद्धति के अनुसार किया गया है, जिसमें तीन चरणों में प्रोविजनिंग की आवश्यकता होती है। कंपनी ने 90 दिनों से अधिक की अवधि वाले सभी ऋण खातों पर स्टेज 3 (खराब हुए एसेट्स या इम्पेरमेंट एसेट्स) के तहत विचार किया है।
31 दिसंबर 2019 को समाप्त तिमाही के लिए ग्रोस स्टेज 3 का स्तर 8.5 फीसदी रह गया है, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही के दौरान 8.3 फीसदी था। नेट स्टेज 3 का लेवल 6.7 फीसदी चला गया है, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही के दौरान 6.2 फीसदी था। स्टेज 3 प्रोविजनिंग कवरेज अनुपात 22.9 फीसदी रहा। कंपनी ने बाजार की स्थितियों को देखते हुए 9 करोड़ रुपये (पूर्व कर) का अतिरिक्त प्रावधान भी किया है।
सहायक कंपनियां
महिंद्रा इंश्योरेंस ब्रोकर्स लिमिटेड (एमआईबीएल)
31 दिसंबर, 2019 को समाप्त तिमाही के दौरान, एमआईबीएल ने पिछले वर्ष के 81.8 करोड़ रुपए की तुलना में 91.2 करोड़ रुपए की आय दर्ज की, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि से 11 फीसदी अधिक है। तिमाही के दौरान प्रॉफिट बिफोर टैक्स (पीबीटी) 22.2 करोड़ रुपए रहा, जो कि पिछले वर्ष 26.1 करोड़ रुपए था, पिछले वर्ष की समान अवधि से 15 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (पीएटी) 16.0 करोड़ रुपए रहा, पिछले वर्ष यह 18.2 करोड़ रुपए था, 12 फीसदी की गिरावट।
31 दिसंबर, 2019 को समाप्त 9 माह की अवधि के दौरान, एमआईबीएल ने 249.0 करोड़ रुपए की आय दर्ज की, तुलनात्मक रूप से पिछले वर्ष यह आंकड़ा 223.7 करोड़ रुपए था, पिछले वर्ष की इसी अवधि से 11 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। प्रॉफिट बिफोर टैक्स (पीबीटी) 45.7 करोड़ रुपए था, पिछले वर्ष की इसी अवधि के लिए यह 64.3 करोड़ रुपए था, तुलनात्मक रूप से 29 फीसदी की गिरावट। प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स (पीएटी) 33.0 करोड़ रुपए था, पिछले वर्ष की इसी अवधि के लिए यह 44.8 करोड़ रुपए था, तुलनात्मक रूप से 26 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
महिंद्रा रूरल हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (एमआरएचएफएल)
31 दिसंबर, 2019 को समाप्त तिमाही के दौरान प्रॉफिट बिफोर टैक्स (पीबीटी) 115.2 करोड़ रुपए था, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 123.7 करोड़ रुपए था, 7 फीसदी की गिरावट। प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स (पीएटी) 90.6 करोड़ रुपए दर्ज हुआ, जो पिछले वर्ष 77.6 करोड़ रुपए था, पिछली वर्ष की समान अवधि की तुलना में इसमें 17 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
31 दिसंबर, 2019 को समाप्त 9 माह की अवधि के लिए, पिछले वर्ष के 1,030.2 करोड़ रुपए की तुलना में 1,127.1 करोड़ रुपए की आय दर्ज की गई, पिछले वर्ष की तुलना में 9 फीसदी की वृद्धि। तिमाही के दौरान प्रॉफिट बिफोर टैक्स (पीएटी) 217.3 करोड़ रुपए रहा, जो पिछले वर्ष 262.2 करोड़ रुपए था, पिछले वर्ष की तुलना में 17 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई। प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स (पीएटी) 148.1 करोड़ रुपए दर्ज हुआ, जो पिछले वर्ष 168.5 करोड़ रुपए था, पिछली वर्ष की समान अवधि की तुलना में इसमें 12 फीसदी की कमी दर्ज की गई।
महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (एमएएमसीपीएल)
31 दिसंबर, 2019 को समाप्त तिमाही के दौरान, एमएएमसीपीएल ने पिछले वर्ष की समान अवधि के 4.4 करोड़ रुपए की तुलना में 4.7 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया। तिमाही के दौरान कंपनी को 10.4 करोड़ रुपए की हानि हुई, तुलनात्मक रूप से पिछले वर्ष की इसी अवधि के लिए 14.0 करोड़ रुपए की हानि हुई थी।
9 माह की अवधि के दौरान, एमएएमसीपीएल ने 13.1 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया, पिछले वर्ष की समान अवधि के लिए यह आंकड़ा 23.6 करोड़ रुपए था। कंपनी को 27.8 करोड़ रुपए का घाटा हुआ, तुलनात्मक रूप से पिछले वर्ष की समान अवधि के लिए यह आंकड़ा 31.8 करोड़ रुपए था।
31 दिसंबर, 2019 को समाप्त तिमाही के लिए एमएएमसीपीएल की 30 योजनाओं में एवरेज एसेट्स अंडर मैनेजमेंट 5,258 करोड़ रुपए था, पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलनामें 40 फीसदी की वृद्धि। इन एसेट्स में से, एमएएमसीपीएल ने 1,641 करोड़ रुपए के इक्विटी एसेट्स का प्रबंधन किया, जबकि पिछले वर्ष यह राशि 1,310 करोड़ रुपए थी।
महिंद्रा फाइनेंस यूएसए, एलएलसी (एमएफयूएसए)
31 दिसंबर, 2019 को समाप्त तिमाही के दौरान, एमएफयूएसए ने 17.2 मिलियन यूएस डालर की आय दर्ज की, पिछले वर्ष यह 16.9 मिलियन यूएस डॉलर थी, पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। तिमाही के दौरान प्रॉफिट बिफोर टैक्स 4.7 मिलियन यूएस डॉलर दर्ज किया गया था, पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना के 3.3 मिलियन यूएस डॉलर की तुलना में 42 फीसदी की वृद्धि। प्रोफिट ऑफ्टर टैक्स (पीएटी) 3.7 मिलियन डॉलर दर्ज किया गया था, जो कि पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना के 2.5 मिलियन यूएस डॉलर की तुलना में 48 फीसदी अधिक है।
31 दिसंबर 2019 को समाप्त 9 माह की अवधि के दौरान, एमएफयूएसए ने 50.4 मिलियन यूएस डॉलर की तुलना में 52.2 मिलियन यूएस डालर की आय दर्ज की, जिसमें पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 4 फीसदी की वृद्धि आई है। प्रॉफिट बिफोर टैक्स 14.3 मिलियन यूएस डॉलर दर्ज किया गया था, पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना के 13.6 मिलियन यूएस डॉलर की तुलना में 5 फीसदी की वृद्धि।
प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स (पीएटी) 10.9 मिलियन यूएस डॉलर दर्ज किया गया जो कि पिछले वर्ष की इसी अवधि के 10.4 मिलियन यूएस डॉलर की तुलना में 5 फीसदी की वृद्धि है।
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