राष्ट्रीय। टाटा पावर ने पूरी सदी में सामाजिक एवं आर्थिक विकास हासिल करने की दिशा में प्रयास किये हैं। कंपनी ने स्वास्थ्य, शिक्षा, जल एवं साफ-सफाई, आजीविका, सामाजिक न्याय व समावेशन, कौशल, पलायन और शहरीकरण, पर्यावरण, डिजिटल साक्षरता, शिल्प एवं संस्कृति और आपदा प्रबंधन आदि जैसे विभिन्न सरोकारों को अपना सहयोग दिया है।
कंपनी ने यूनाइटेड नेशंस के सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स को अपना समर्थन देकर अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत किया है। टाटा पावर यूनाइटेड नेशंस द्वारा निर्धारित 17 लक्ष्यों में से 14 प्रमुख सस्टेनेबिलिटी गोल्स को अपना सहयोग दे रही है।
यूएनएसडीजी गोल्स को लोकप्रिय बनाने और अपना सहयोग जाहिर करने के लिए एक व्यापक थीम के साथ, टाटा पावर ने एक सोशल मीडिया कैंपेन लॉन्च किया है ताकि 14 यूएनएसडीजी के लिए कंपनी की उपलब्धि के असर के बारे में बताया जा सके। इस कैंपेन ने कई सोशल मीडिया टचप्वाइंट्स के माध्यम से 1.7 मिलियन लोगों तक पहुंच बनाई है और इसे शानदार रिस्पांस मिला है।
कुछ प्रमुख यूएनएसडीजी जिन्हें पावर अपना सहयोग देता है, में शामिल हैं:
‘अधिकार‘, टाटा पावर की एक सामाजिक-आर्थिक एवं सुशासन आधारित पहल, जिसने 14 राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय पहलों तक पहुंच बनाई है और इससे देश के 15 राज्यों में 3.5 लाख से अधिक समुदाय के सदस्यों को लाभ पहुंचा है;
अपनी ‘ममता‘ एवं ‘सम्मान‘ पहलों के अंतर्गत, 13,402 घरेलू टॉयलेट का निर्माण किया जिससे 4 राज्यों में 4.7 लाख लोग लाभान्वित हुए;
देश में 16 स्थानों के स्कूली बच्चों के लिए सुधारात्मक एवं तकनीक-आधारित कोचिंग, ‘विद्यासागर‘ से 16 लाख से अधिक स्कूली बच्चों को लाभ मिला है;
‘धागा‘ पहल जिसने 13 राज्यों में 1050 महिला कारीगरों को सपोर्ट करने वाले परिधान एवं हस्तशिल्प आधारित सूक्ष्म उपक्रमों के पारितंत्र का निर्माण किया है;
‘ऐक्ट ऑफ माहशीर‘, 4 दशक से चली आ रही पहल जोकि स्थानीय समुदायों के लिए आजीविका निर्माण करने के साथ ही ताजे पानी की मछलियों को संरक्षित करती है।
टाटा पावर में चीफ-कॉर्पोरेट कम्यूनिकेशंस एवं सस्टेनेबिलिटी ने कहा, ‘‘टाटा पावर की स्थानीय समुदाय के साथ करीब से काम करने और उन्हें लाभ पहुंचाने की लंबी परंपरा रही है। इसे व्यापक तौर पर अंजाम दिया जाता है और इस बात का ख्याल रखा जाता है कि आर्थिक उद्देश्यों को पूरा करने की यात्रा जलवायु प्रभाव, गरीबी, शिक्षा, लिंग समानता आदि जैसी कई बड़ी सामाजिक एवं स्थायित्वपूर्णता चिंताओं से भी जुड़ी है। हमने अपनी सस्टेनेबिलिटी पहलों को यूएनएसडीजी के ढांचे के अनुरूप बनाया है ताकि अपने सहयोग दर्शा सकें और इस तरह क्षेत्रीय एवं वैश्विक स्तर पर अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकें।‘‘
कैंपेन को इस महीने शुरू किया गया था, ताकि मैड्रिड, स्पेन में 2 से 13 दिसंबर 2019 तक आयोजित सीओपी25-यूएन क्लाइमेट चेंज सम्मेलन में इसकी प्रतिभागिता को दर्शाया जा सके।
यूएनएसडीजी जिसे ग्लोबल गोल्स से भी जाता जाता है, को 2015 में यूनाइटेड नेशंस के सभी सदस्य राष्ट्रों द्वारा अपनाया गया है। यह वर्ष 2030 तक गरीबी खत्म करने, धरती की रक्षा करने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी लोग शांति एवं समृद्धि का आनंद उठा सकें, के लिए एक सर्वव्यापी आह्वान है। 17एसडीजी एकीकृत हैं, इसलिए ये इस बात को पहचानते हैं कि एक क्षेत्र में किया गया कार्य दूसरे के परिणामों को प्रभावित करेगा और वह विकास निश्चित रूप से सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय स्थायित्वपूर्णता को संतुलित करने वाला होना चाहिए।
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