मुंबई। गोदरेज ने ‘गोदरेज फूड ट्रेंड्स रिपोर्ट-2020‘ का तीसरा संस्करण गोदरेज ला एफेयर में जारी किया है। गोदरेज समूह के चेयरमैन आदि गोदरेज, गोदरेज समूह की एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर और चीफ ब्रांड आॅफिसर तान्या दुबाष, गोदरेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड एंड एसोसिएट कम्पनीज के वीपी और हैड कारपोरेट ब्रांड एंड कम्युनिकेशंस सुजित पाटिल, गोदरेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड के डिप्टी जनरल मैनेजर कारपोरेट ब्रांड एंड कम्युनिकेशंस सी एन नागेष्वरन ने यह रिपोर्ट जारी की। इस मौके पर रूषिना मुुंषाॅ घिल्डियाल, शैफ वरूण इनामदार, शैफ रणवीर बरार, इलोर इंडिया के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर संजय कुमार, लिविंग फूड्स के बिजनेस हैड अमित नायर, लक्जरी डायनिंग डाइनआउट के जनरल मैनेजर असलम गफूर, एक्टर फूड राइटर, आॅथर और टीवी पर्सनल्टी कुणाल विजयकर, कुकबुक आॅथर तारा देषपांडे, मिक्सोलाॅजिस्ट बार कंसल्टेंट एसटीआईआर एकेडमी के मालिक क्रिएटिव कंसल्टेंट शैफ षतबी बसु और फूड एंड ट्रेवल राइटर व मार्केट्स बाय करण आंनद के फाउंडर करण आनंद भी मौजूद थे।
हर वर्ष गोदरेज फूड ट्रेंड्स रिपोर्ट का विस्तार होता जा रहा है। इस वर्ष तीसरा संस्करण सबसे ज्यादा बड़ा और गहरा है। इस वर्ष हमने प्रमुख शहरों के 150 से ज्यादा विशेषज्ञों, शैफ, थाॅट लीडर्स और फूड इन्फ्लूएंसर्स से सम्पर्क किया है। रिपोर्ट में पहली बार उत्तर में दिल्ली, दक्षिण में चेन्नई और बंेगलुरू, पूर्व में कोलकाता और पश्चिम में मुम्बई से जमीनी जानकारी शामिल की गई है। इसका डाटा एकत्र करने के लिए इंडस्ट्री के क्षेत्रीय विशेषज्ञों के साथ राउंड टेबल चर्चा और निजी साक्षात्कार किए गए। रिपोर्ट में सेलेब्रिटी शैफ, होम शैफ, प्रोफेशनल शैफ, फूड ब्लाॅगर्स, हैल्थ प्रोफेशनल्स, मीडिया प्रोफेशनल्स, मिक्सोलाॅजिस्टस, न्यूट्रीशंस, रेस्टोरेंटर्स, सोमेलियर्स, फूड प्रोड्यूसर और कई अन्य लोगों के विचार शामिल हैं। इन सभी ने अपने-अपने क्षेत्र के बारे में काफी गहरी जानकारियां हमें दी। उनकी जानकारियां, प्रमुख बातें और विस्तृत विचार एकत्रित किए गए और इनका विश्लेषण किया गया और इसके बाद 2020 के ट्रेंड्स सामने आए।
इस मौके पर गोदरेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड एंड एसोसिएट कम्पनीज के वीपी और हैड कारपोरेट ब्रांड एंड कम्युनिकेषंस सुजित पाटिल ने कहा, ‘‘गोदरेज अपने विभिन्न उत्पादों जैसे गोदरेज रीयल गुड चिकन, गोदरेज वेजाॅइल्स, गोदरेज एप्लाइंसेज, गोदरेज इंटीरियो, गोदरेज प्रोटेक्ट, कार्टिनी नाइव्स आदि के जरिए फूड इंडस्ट्री में अच्छा दखल रखता है। हमने दो वर्ष पहले अपने प्रथम संस्करण के साथ यह यात्रा शुरू की थी। इस बार यह काफी रोचक और खुशी की बात है कि 2020 में नेबरहुड फूडप्रोन्योर का उभार दिखेगा। कलनरी ट्रेडिशंस फिर से नजर आएंगे और देसी जायका छोटी प्लेट से लेकर काॅकटेल और मिठाइयों तक में सबसे आगे रहेगा। हमें उम्मीद है कि फूड इंडस्ट्री से जुडे़ लोगों के लिए यह रेडी रेकनर का काम करेगा। हमने ब्लाॅक विखरोली कुसिना- www.vikhrolicucina.com को पब्लिशिंग प्लेटफार्म में बदल दिया है। यहां भोजन को पसंद करने वाले सभी लोग आपस में जुड़ सकते हंै, सहयोग कर सकते हैं और एंगेज हो सकते हंै। मैं सभी फूडीज से आग्रह करता हूं कि विखरोली कुसिना पर लाॅग आॅन करें और रिपोर्ट को डाउनलोड कर इसका आनंद लें।‘‘
सर्वे डिजाइनर रूषिना ने कहा, ‘‘गोदरेज फूड ट्रेंड्स रिपोर्ट अकेली ऐसी रिपोर्ट है जो भारतीय फूड इंडस्ट्री के सभी क्षेत्रों से जुडे़ थाॅट लीडर्स तक पहुंचती है, संख्यात्मक और गुणात्मक जानकारियंा हासिल करती है। इन्हें संग्रहित कर इनका विश्लेषण किया जाता है और इसके आधार पर ऐसे ट्रेंड्स निकाले जाते हैं जो आने वाले वर्ष में छाए रहेंगे। पहली बार हम पूरे देश में घूमे हैं और जो जानकारियां हमें मिली, उन्हें हमने विभिन्न श्रेणियों से जुडे़ प्रश्नों में ढाल कर एक सर्वे का रूप दिया। इसके लिए हर क्षेत्र के विशेषज्ञों के साथ राउंड टेबल चर्चा और निजी साक्षात्कार किए गए। गोदरेज फूड ट्रेंड्स 2020 रिपोर्ट हर फूड प्रोफेशनल की पढने वाली किताबों की सूची का अहम हिस्सा बनेगी। इस रिपोर्ट को www.vikhrolicucina.com से डाउनलोड किया जा सकता है।
यहां प्रस्तुत है 2020 की प्रमुख सम्भावनाएं
सोच विचार कर और मूल चीजों को खाने की आदत जारी रहेगी
सस्टेनेबल प्रेक्टिसेज की बढ़ती मांग के कारण उपभोक्ता ऐसी चीजें खाना पसंद करेंगे जो उन पर और पर्यावरण पर कम से कम प्रभाव डाले। इसके लिए स्थानीय उत्पादकों की खादय वस्तुओं और स्थानीय व मौसम के अनुसार खाने को प्राथमिकता दी जाएगी।
दक्षिण-पूर्वी एशिया के स्वाद को और खोजा जाएगा
2020 में रेस्टोरेंट इंडस्ट्री लोगों को दक्षिण पूर्वी एशिया के स्वाद और ज्यादा परोसेगी। इसके लिए वहां के लोकप्रिय भोजन को गहराई से खोजा जाएगा और जिन क्षेत्रों, संस्कृतियों और परम्परागत स्वाद को अब तक छुआ नहीं गया, वहां के विशेष स्वाद पर जोर रहेगा।
नेबरहुड फूडप्रोन्योर का उभार होगा
ताजा, स्वास्थ्यप्रद, स्वच्छ और परिचित घर का खाना और डिजीटल कम्युनिकेशन व पेमेंट प्लेटफार्म की सुविधा 2020 में और जुडी नजर आएगी। इसके असर से परम्परागत, क्षेत्रीय और सामुदायिक कुक काफी बढ जाएंगे जो अपने घर की रसोई से चलने वाले व्यापार के जएि अपने प्रशंसकों के छोटे समूह को अपने स्वाद परोसेंगे।
वास्तविकता पर जोर
प्रामाणिकता और विश्वसनीयता की बढ़ती मांग के चलते 2020 में असली स्थान पर असली सामग्री के साथ असली मुददों और कहानियों वाले भोजन अनुभव पर जोर रहेगा।
घर के खाने से जुड़ाव
समजिक बदलाव के कारण घर पर हर रोज खाना पकाने की आदत खत्म होती जा रही है, लेकिन घर के खाने की याद हमेशा बनी रहती है। यही कारण है कि 2020 में घर के खाने जैसे स्वाद के भोजन के आॅर्डर अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा दिए जाएंगे।
कुकिंग में सहूलियत से कोई समझौता नहीं
2020 का उपभोक्ता स्वास्थ्यप्रद और जीवनशैली से जुडे़ भोजन को पसंद करेगा और इसके लिए ऐसे विकल्पों का इस्तेमाल कर सकता है जो उसे घर पर आसानी से बिना किसी समझौते के भोजन उपलब्ध करा दे।
देसी जायके का बढ़ता असर
स्थानीय उत्पादों पर जोर देने के चलते उपभोक्ताओं में देसी जायकों का असर बढ़ता दिखेगा और यह असर छोटी प्लेट से लेकर काॅकटेल और मिठाइयों तक में नजर आएगा।
परम्परागत वसायुक्त उत्पादों की चाहत
कुकिंग के प्रति बहुत मध्यम दर्जे का लगाव होना हमारे जीवन का प्रमुख पहल बनने के कारण 2020 में उपभोक्ता हमारे पुराने लोगों द्वारा इस्तेमाल किए गए देसी घी और कोल्ड प्रेस्ड लोकल सीड आॅयल्स का प्रयोग करना पसंद करेंगे।
कलनरी ट्रेडिशंस वापस आएंगे
हमारे पाकशास्त्र सम्बन्धी परम्पराओं और इतिहास के प्रति रूचि बढती जा रही है। ऐसे में फूड बिजनिस और रेस्टोरेंट परम्परागत भोजन, उसकी जानकारियां, बर्तन, कुकिंग की तकनीक को नए तरीके से प्रस्तुत करेंगे और इसे आधुनिक भोजन अनुभव के अनुरूप बनाएंगे।
पाकशास्त्र की खोज करने वाले बढ़ेंगे
युवाओं में सांस्कृतिक, सामजिक और आर्थिक स्वतंत्रता बढ़ी है। इससे अनूठी और संुदर व महत्वाकांक्षी यात्राओं व भोजन अनुभव का प्रचलन बढे़गा। इस अनुभव में देश और देश के बाहर के भोजन को शामिल किया जाएगा।
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