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Tuesday, March 31, 2020

कौशल विकास एवं उदयमशीलता मंत्रालय संस्थानों को क्वॉरेनटाइन एवं आइसोलेशन फैसिलिटी बनाएगा




Nsdc provides there institution for corona treatment centres




नई दिल्ली : देश के प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के आह्वान पर कोरोना (COVID-19) जैसी वैश्विक महामारी से निपटने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकारों ने अपनी तरफ से युद्धस्तर पर कार्य शुरू किये हैं। इस कड़ी में हमने भी अपने स्तर पर कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय के माध्यम से अपने देशभर में स्थित नेशनल स्किल ट्रेनिंग इंस्टीटूट्स(NSTI) को क्वॉरेनटाइन एवं आइसोलेशन फैसिलिटी(वार्ड) में परिवर्तित करने का निर्णय लिया है। इन केन्द्रो की उपलब्धता से संबंधित पत्र सभी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों और प्रशासकों को भेज दिया गया है, ताकि स्वस्थ्य मंत्रालय इनका उचित उपयोग कर सके।
डॉ महेंद्रनाथ पाण्डेय, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री, भारत सरकार ने कहा “इस आपदा के समय में हमें COVID-19 से उत्पन्न चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए अस्पतालों, प्रयोगशालाओं, आइसोलेशन वार्डों और चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। मरीजों के बेहतर इलाज के लिए हमें हमारे ट्रेनिंग सेंटर्स को वेंटिलेटर, पीपीई, मास्क और दवाओं जैसी बुनियादी सुविधाओं से लैस करने की आवश्यकता है, साथ ही साथ हमें संक्रमण को रोकने के लिए आइसोलेशन सुविधाओं को बनाने की भी आवश्यकता है।"
उन्होंने आगे कहा कि कोरोना के प्रकोप को देखते हुए, हॉस्पिटल्स में बेड की कमी को दूर करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में अस्थायी चिकित्सा शिविरों एवं इलाज के बुनियादी ढांचे की ज़रुरत हो सकती है। इन्हीं उद्देश्यों को पूरा करने के लिए कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय इस निष्कर्ष पर आया है कि देश के अपने सभी नेशनल स्किल ट्रेनिंग इंस्टीटूट्स को एक अस्थायी चिकित्सा शिविर का रूप देंगे, ताकि ज्यादा से ज्यादा प्रभावितों को राहत पहुंचाई जा सके।
उन्होंने कहा कि कोरोनवायरस के प्रसार एवं वैश्विक आपातकाल को देखते हुए, हम इस महामारी से लड़ने में केंद्र सरकार को हर संभव सहायता उपलब्ध करवाएंगे। हमने NSTI के सभी क्षेत्रीय निदेशकों से अनुरोध किया है कि वे राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ पूरी तरह से सहयोग करें ताकि वे सभी जरूरतों को पूरा कर सकें।
इसके साथ ही कौशल विकास मंत्रालय ने स्वास्थ्य मंत्रालय को लगभग एक लाख कर्मियों की एक सूची प्रदान की है जो स्किल इंडिया के विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से स्वास्थ्य क्षेत्र के संबंधित कौशल से लैस हैं, जिनके हुनर का इस्तेमाल चिकित्सीय सुविधाओं और आपदा की स्थिति में किया जा सकता है। इनमें पीएमकेवीवाई के तहत स्वास्थय प्रशिक्षण हासिल कर चुके कुल 92040 ट्रेनी, 373 रेडियोलॉजी एक्सपर्ट, 989 इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन, 299 एक्सरे टेक्नीशियन, 530 फ्रंटलाइन वर्कर, 10,172 जनरल ड्यूटी असिस्टेंट, 334 फ्लेबोटोमी टेक्नीशियन मुख्य रूप से शामिल हैं।
इसके साथ ही हमने 2000 हेल्थ केयर ट्रेनी और 500 से अधिक स्वास्थय कर्मियों की एक अन्य सूची भी स्वास्थय एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को उपलब्ध करवाई है। ताकि समय रहते राहत कार्य में सहायता की जा सके।
 पाण्डेय ने बताया कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सरकार के प्रयासों की सहायता करने के लिए मंत्रालय के सभी कर्मचारियों ने अपने एक दिन का वेतन प्रधानमंत्री राहत कोष में दान करने का निर्णय लिया है।
डॉ. पाण्डेय ने कहा कि “मैं आशा करता हूँ कि इस संकट के समय में हमारी इस पहल से हमारे सभी कर्मयोद्धाओं को एक नयी ऊर्जा और ताकत मिलेगी और देशवासियों को एकजुट रखते हुए इस लड़ाई को लड़ने में मदद मिलेगी।"



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