जयपुर। हल्दी का मई वायदा 5350 रुपए पर समर्थन प्राप्त कर सकता है और फिर 5500 रुपए के स्तर छू सकता है। हल्दी के किसान गिरती कीमतों से खुश नहीं है और इन कीमतों पर हल्दी की बिक्री के प्रति उत्साहित भी नहीं है। यह देखा जा रहा है कि सीमित मात्रा में ही किसान अपनी हल्दी बेचने के लिए मंडियों में ला रहे हैं। मंडियों में केवल कमजोर क्वालिटी की और पुरानी हल्दी ही उपलब्ध है। इरोड टरमरिक मर्चेंट एसोसिएशन की सेल्स यार्ड में कारोबारियों द्वारा हल्दी का नमूना देखने के बाद कुछ आर्डर दिए गए हैं। बिना बिकी हल्दी सेल्स यार्ड में रखवाई गई है। सेल्स यार्ड में फिंगर क्वालिटी की हल्दी 5729 से 6507 रुपए प्रति क्विंटल और रूट क्वालिटी की हल्दी 5509 से 6429 रुपए प्रति क्विंटल बिकी है।
इलायची मई वायदा में गिरावट और गहरा सकती है और आने वाले दिनों में इसका वायदा 1600 से 1650 रुपए के स्तर छू सकता है। केरला में इलायची को उगाने वाले किसान अभी मुश्किल परिस्थितियों से गुजर रहे हैं क्योंकि इलायची की मांग बिल्कुल कमजोर पड़ चुकी है। वहां का बॉडीनायकानूर इलायची का प्रमुख नीलामी केंद्र है लेकिन कोरोनावायरस के चलते वहां नीलामी पर रोक लगी हुई है। इसके चलते वहां पर नीलामी करने वाले और एजेंट नहीं आ रहे हैं। ऐसे में इलायची की कीमतें नीलामी फिर शुरू होने के बाद ही निर्धारित होगी।
धनिया वायदा की कीमतें 5500 से 5900 के बीच कारोबार करनी चाहिए। देश में ट्रांसपोर्टेशन की स्थिति बेहतर होने के बाद धनिया की मांग में बड़ी बढ़त देखी जा सकती है। इस दौरान धनिया की कीमतें रेंज में कारोबार करेगी।
जीरा वायदा की कीमतें निर्यातकों की कमजोर मांग के चलते स्थिर रहेंगी। लॉक डाउन के चलते घरेलू मांग भी कमजोर है। स्थिति स्पष्ट होने के बाद ही जीरा वायदा में तेजी आएगी।
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