अहमदाबाद। मार्च में गुजरात और राजस्थान के अरंडी के बढ़ते क्षेत्रों में प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण तेल के लिए फसल के अनुमान में गिरावट आई है।
कैस्टर ट्रेड बॉडी सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) ने शुक्रवार को अपने अरंडी की फसल के अनुमान को वर्ष 2019-20 से 19.52 लाख टन तक संशोधित किया, जो कि पहले के 20.3 लाख टन के अनुमान से लगभग 84,000 टन कम था।
आधिकारिक सर्वेक्षण एजेंसी एग्रीवॉच द्वारा अरंडी फसल सर्वेक्षण के तीसरे दौर के बाद, यह पाया गया कि मार्च 2020 के दौरान गुजरात और राजस्थान के कुछ इलाकों में तेज हवाओं, बारिश और ओलावृष्टि ने फसल को नुकसान पहुंचाया।
इसने यह भी नोट किया कि 2019-20 के लिए भारत की औसत अरंडी बीज उत्पादकता 2,052 किलोग्राम / हेक्टेयर के पूर्व अनुमान के मुकाबले थोड़ा संशोधित कर 1,968 किलोग्राम / हेक्टेयर कर दी गई।
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