मुंबई। देश के कई राज्यों में लॉकडाउन विस्तार समाज के वंचित वर्गों की कठिनाइयों को बढा देगा. इस स्थिति को देखते हुए, एस्सार फाउंडेशन, 14 बिलियन डॉलर वाली एस्सार समूह की सीएसआर पहल, ने फैसला किया है कि भारत में कोविड-19 महामारी से प्रभावित गरीब और जरूरतमंदों को अभी जहां 1.25 मिलियन भोजन (मील) उपलब्ध कराया जा रहा था, उसे बढा कर अब 2 मिलियन कर दिया जाएगा.
फाउंडेशन अब तक घरेलू हिंसा पीडित महिलाओं, बेघर, रोज कमा कर खाने वाले लोगों, ट्रांसजेंडर सहित समाज के कमजोर वर्गों को लगभग 8 लाख भोजन पहले ही उपलब्ध करा चुका है. इसमें से प्रति दिन 20,000 भोजन महाराष्ट्र मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए रखे गए हैं। दैनिक भोजन के अलावा, एस्सार फाउंडेशन ने कोविड-19 राहत सहायता के तहत निम्नलिखित वस्तुओं का भी दान किया है:
• अस्पतालों, पुलिस स्टेशनों और बीएमसी कर्मियों के लिए सैनिटाइजर और 150,000 मास्क (एन95 और 3 प्लाई). • अस्पतालों और पुलिस स्टेशनों को 5,000 पीपीई (व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण)
राहत सामग्री का वितरण पूरे महाराष्ट्र में किया जा रहा है, जो अभी इस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित है. इसके अलावा, निकटवर्ती राज्यों, जैसे गुजरात, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में भी वितरण कार्य हो रहा है. दक्षिण मुंबई को कोविड-19 हॉटस्पॉट घोषित किया गया है. फाउंडेशन यहां के कई सरकारी और निजी अस्पतालों के साथ ही पुलिस स्टेशनों को आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति प्रदान कर रहा है.
कौस्तुभ सोनलकर, सीईओ-एस्सार फाउंडेशन और ग्रुप प्रेसीडेंट-एचआर ने कहा, “भारत के प्रमुख कॉर्पोरेट्स में से एक के रूप में, हमें लगता है कि ये प्रयास आगे और बढ़ाना हमारी जिम्मेवारी है. विस्तारित लॉकडाउन का हमारे समाज के कमजोर वर्गों पर गहरा प्रभाव पड़ेगा. इस अभूतपूर्व आपदा का सामना करने और इससे बचने के लिए उन्हें हमारे समर्थन की आवश्यकता है. हम भाग्यशाली हैं कि हम राज्य मशीनरी के सहयोग से ये कार्य करने में सक्षम है. महाराष्ट्र कोरोना नियंत्रण सीएसआर समूह के साथ हमारे सहयोग के कारण हम राहत कार्य तेज करने में सक्षम हुए है. एस्सार कोविड-19 रिलीफ फंड पूरे भारत के कमजोर व वंचित लोगों को मदद देना जारी रखेगा.”
पिछले 50 वर्षों में, एस्सार ने अपने संचालन क्षेत्र के आसपास रहने वाले समुदायों के साथ मिलकर काम किया है. 2011 से, एस्सार फाउंडेशन ने कार्यक्रम बना कर ठोस तरीके से परोपकारी कार्यों को अंजाम दिया है. इसकी गतिविधियां साझा मूल्य की अवधारणा से प्रेरित है. एस्सार ऊर्जा, अवसंरचना, धातु और खनन, सेवा और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में अपने व्यवसाय संचालन के माध्यम से समुदायों के लिए एक समावेशी वातावरण बनाने का प्रयास करता है. गैर-लाभकारी संस्थाओं और स्थानीय प्रशासनों के सहयोग से काम करते हुए, फाउंडेशन आज आठ भारतीय राज्यों के 500 गांवों के 500,000 लोगों तक पहुंचा है. इसने महिला सशक्तीकरण, आजीविका और उद्यमिता, शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण और स्वास्थ्य सेवा और स्वच्छता के क्षेत्रों में काम करते हुए इन जिन्दगियों को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है.
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