मुंबई, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने देश में कोविड- 19 वायरस के खिलाफ लड़ाई का समर्थन करने के लिए ₹ 5 करोड़ का योगदान करने की घोषणा की। समुदायों में वास्तविक परिवर्तन को संभव बनाने और इस खतरे से लड़ने के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के अपने दर्शन को ध्यान में रखते हुए बैंक कई गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) भागीदारों के साथ काम कर रहा है, ताकि प्रवासी कामगारों सहित कमजोर समुदायों के लेागों को राहत प्रदान की जा सके।
शुरुआती चरण में बैंक यूनाइटेड वे ऑफ मुंबई, स्वदेस फाउंडेशन और सीआईआई फाउंडेशन के साथ साझेदारी करेगा, जो समुदायों के सबसे जरूरतमंद वर्गों के ऐसे लोगों को राशन, भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करेगा, जो इस महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं और जो अपनी आजीविका में महत्वपूर्ण व्यवधान का सामना कर रहे हैं। कमजोर समूहों के बीच सर्वाधिक प्रभावित लोग ऐसे प्रवासी मजदूर हैं, जो आर्थिक गतिविधियों के ठप होने वे परेशान हाल में हैं।
बैंक की ओर से राहत पहुंचाने का काम देश के प्रमुख शहरों (मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई और बड़ौदा) और ग्रामीण क्षेत्रों (सुंदरबन, जौनपुर, टोंक और मराठवाड़ा) सहित देश के कई हिस्सों में किया जाएगा।
इन तीन भागीदारों के माध्यम से, बैंक इन स्थानों पर लगभग 70,000 लाभार्थियों के लिए राशन, भोजन और आवश्यक वस्तुएं पहंुचाने का प्रयास कर रहा है।
बैंक की इस पहल के बारे में जानकारी देते हुए स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक की सीईओ- इंडिया जरीन दारूवाला ने कहा, ‘‘कोविड- 19 एक ऐसी चुनौती है, जो सीमाओं को लांघ कर सभी देशों के लोगों को अपना शिकार बना रही है। इसने अपने अस्तित्व के लिए दैनिक मजदूरी पर निर्भर जनता पर भी गहरा असर डाला है। एक ऐसे बैंक के रूप में, जो देश में 160 वर्षों से अधिक समय से है, कोविड- 19 के खिलाफ इस लड़ाई में शामिल होना और हमारे नागरिकों और समुदायों के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य बन जाता है।‘‘
उन्होंने कहा, ‘‘जिन तरीकों से हम जीवन के अच्छे ब्रांड के वादे के साथ यहाँ कार्य करते हैं, उनमें से एक है उन समुदायों में वास्तविक परिवर्तन को संभव बनाना, जिनके बीच हम कार्य संचालित करते हैं।‘‘
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